इलायची के फायदों के बारे में क्या कहता है साइंस?
इलायची के फायदों के बारे में सैकड़ों वर्षों से डॉक्यूमेंट उपलब्ध हैं। हालाँकि कुछ समय पहले तक यह दावा नहीं किया गया था कि वैज्ञानिक रिसर्च भी इन दावों की पुष्टि करते हैं। मसाले के रूप में इलायची का उपयोग आम है क्योंकि इसका हल्का मीठा स्वाद कई रेसिपी में चार चाँद लगा देता है। जबकि लोग इस पौधे (Elettaria cardamomum L) को इसके मेडिसिनल वैल्यू के कारण पसंद करते हैं।
जर्नल मेडिसिनल एंड एरोमेटिक प्लांट्स में प्रकाशित एक आर्टिकल के अनुसार यह पौधा भारत में उगता है। दरअसल इसका इस्तेमाल सदियों से पारंपरिक चिकित्सा में किया जाता रहा है। साथ ही यह पाक कला और कास्मेटिक दोनों में सबसे पोपुलर एरोमेटिक एजेंटों में से है।
क्या आप इलायची के फायदों के बारे में और जानना चाहते हैं?
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इलायची के अहम फायदे
इलायची के बीज और तेल दोनों के दिलचस्प मेडिसिनल उपयोग हैं। बीमारियों के इलाज के मामले में भले ही वे अगली कतार में नहीं आयें लेकिन सेहत को बढ़ावा देने में वे मदद कर सकते हैं। बेशक जब तक कि एक हेल्दी डाइट के साथ ही उन्हें शामिल करें।
नट्स एंड सीड्स इन हेल्थ एंड डिजीज प्रिवेंशन नाम की किनाब के एक चैप्टर के अनुसार इस मसाले में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सिडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो इसके पॉजिटिव स्वास्थ्य प्रभावों को बताते हैं। ज्यादातर लोगों के लिए रोजाना के भिजन में यह बहुत सुरक्षित है।
तो इलायची के क्या फायदे हैं?
इलायची ब्लडप्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करती है
ब्लडप्रेशर वाले लोग इलायची के सेवन से लाभान्वित हो सकते हैं। इंडियन जर्नल ऑफ बायोकेमिस्ट्री एंड बायोफिज़िक्स द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार इलायची प्राइमरी ब्लड प्रेशर वाले रोगियों में उच्च रक्तचाप के गिरावट में योगदान देती है। यह फाइब्रिनोलिसिस (fibrinolysis) को बढ़ाता है और एंटीऑक्सीडेंट स्ट्रेस में सुधार करती है।
यह बहुत साफ़ नहीं है कि यह हमारे स्वास्थ्य पर इतना उम्दा असर क्यों डालता है। हालांकि शोधकर्ताओं को संदेह है कि इसका सम्बन्ध इसके मामूली मूत्रवर्धक असर के साथ है। दूसरे शब्दों में यह उन तरल पदार्थों को शरीर से बाहर निकालता है जो शरीर में जैम जाता है जो हाई ब्लडप्रेशर के लिए एक रिस्क फैक्टर है।
इलायची ब्लडप्रेशर रेगुलेटर हो सकता है जो उच्च रक्तचाप से ग्रस्त रोगियों के उपचार में योगदान देता है
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इलायची क्रोनिक बीमारियों से बचाती है
इसके एंटी इन्फ्लेमेटरी गुणों को देखते हुए इलायची गैर-संक्रामक क्रोनिक बीमारियों का जोखिम कम करती है, और मेटाबोलिक सिंड्रोम वाले रोगों का भी। यह सूजन लंबे समय के साथ यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकती है।
हालांकि मेडिकल जर्नल बायोमेडिसिन और फार्माकोथेरेपी के एक अध्ययन के अनुसार इलायची में पॉलीफेनोल कम्पाउंड (polyphenol compounds), फ्लेवोनोइड्स (flavonoids) और टेरपेनोइड्स (terpenoids) होते हैं, जो सूजन से निपटने में मदद करते हैं। अगर ठोस शब्दों में कहें तो चूहों में प्रति किलोग्राम वजन के हिसाब से 50 से 100mg की डोज लगभग चार इन्फ्लेमेटरी कम्पाउंड को बाधित कर सकती है।
इलायची के फायदे: यह पाचन स्वास्थ्य में योगदान
इलायची के सबसे उल्लेखनीय लाभों में से एक पाचन स्वास्थ्य के लिए होता है। साक्ष्य बताते हैं कि इसे दूसरे औषधीय मसालों के साथ मिलाकर नॉजिया और उल्टी जैसे लक्षणों को शांत किया जा सकता है। एक्सपर्ट का यह भी मानना है कि यह अल्सर से लड़ने में मदद करती है।
एशियन पेसिफिक जर्नल ऑफ ट्रॉपिकल बायोमेडिसिन द्वारा प्रकाशित जानवरों से जुड़े एक अध्ययन में इलायची के अर्क को दूसरी चीजों से मिलाकर पीने से अल्सर बनने की प्रक्रिया का मुकाबला किया जा सकता है। टेस्ट-ट्यूब स्टडी से पता चलता है कि इलायची हेलिकोबैक्टर पाइलोरी (Helicobacter pylori) के खिलाफ मुकाबला करती है, जो अल्सर और पाचन समस्यायें पैदा करता है।
इलायची ओरल हेल्थ में मदद करती है
इलायची के पारंपरिक उपयोगों में से एक मौखिक स्वास्थ्य के साथ करना है। यह एक ऐसी घटक है जो बदबूदार साँसों से निपटने में मदद करती है और च्युइंग गम में मौजूद एक सामान्य घटक है। डेंटल रिसर्च जर्नल में प्रकाशित एक स्टडी बताती है कि यह मसाला स्ट्रेप्टोकोकस म्यूटन्स (Streptococcus mutans) और कैंडिडा अल्बिकन्स (Candida albicans) जैसे रोगजनक ओरल बैक्टीरिया के खिलाफ असरदार है।
2009 के एक अध्ययन से पता चला है कि टेस्ट ट्यूब के मामलों इलायची एक्सट्रेक्ट कैविटी पैदा करने वाले पांच बैक्टीरिया किस्मों से निपटने में उपयोगी पाया गया। वास्तव में यह उनकी ग्रोथ को रोकने में प्रभावी था। हालांकि मनुष्यों पर इन प्रभावों को साबित करने के लिए अधिक रिसर्च चाहिए।
इलायची के क्लासिक उपयोग में से एक बदबूदार सांसों से मुकाबला करना है
इलायची के दूसरे फायदे
- एरोमाथेरेपी में इस्तेमाल होने वाली इलायची एक्सरसाइज के दौरान फेफड़ों की ओर श्वसन और वायु के प्रवाह में सुधार कर सकती है।
- इस मसाले का एक्सट्रैक्ट लिवर एंजाइम लेवल को कम करने में मदद करता है, ट्राइग्लिसराइड्स और कोलेस्ट्रॉल को भी, जैसा कि कई अध्ययनों से पता चला है।
- एंटीऑक्सिडेंट की प्रचुर मात्रा की बदौलत इलायची भी पॉजिटिव असर डालती है जब बात एंग्जायटी से जुड़े व्यवहारों को नियंत्रित करने की हो।
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इलायची का सेवन कहाँ तक सुरक्षित है?
आज तक इलायची के सेवन के संभावित नेगेटिव प्रभावों के बारे में कोई डेटा नहीं हैं। विशेषज्ञ इलायची को स्वस्थ वयस्कों के लिए सुरक्षित मानते हैं। हालांकि वे इसे संयमित मात्रा में खाने का ही सुझाव देते हैं।
बात अगर गर्भवती और स्तनपान काने वाली महिलाओं की हो तो वे इलायची के मेडिसिनल उपयोग के खिलाफ चेतावनी देते हैं, बच्चों के बारे में भी यही बात सच है, क्योंकि इन मामलों में इसके उपयोग के संबंध में कोई डेटा उपलब्ध नहीं है।
इस मसाले के गुणों का लाभ उठाने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि इसे प्राकृतिक रूप से खाद्य पदार्थों के साथ जोड़ा जाए। इनके सप्लीमेंट भले ही उपलब्ध हैं, पर वे फ़ूड एंड ड्रग एसोसियेशन द्वारा नियंत्रित न अहिं हैं। इसलिए आपको उन्हें सावधानी से लेना चाहिए।
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