मेमोरी लॉस से लड़ने वाले प्राकृतिक खाद्य
हर कोई खोती हुई याददाश्त यानी मेमोरी लॉस को लेकर चिंतित है। मेमोरी लॉस वास्तव में अल्जाइमर रोग का पहला संकेत है। हालांकि, उम्र बढ़ने के साथ याददाश्त में कमी आना एक सामान्य बात होती है।
जीवन के तमाम चरणों के दौरान दिमाग सहित शरीर के सभी हिस्सों में बदलाव होते हैं। कुछ लोगों को एहसास होता है, उन्हें अब नई चीजों को सीखने में अधिक समय लगने लगा है या वे चीजों को पहले की तरह याद नहीं रख पाते।
याददाश्त खोने के कारण
यादाश्त संबंधी कुछ समस्याएं स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़ी होती हैं। इनका इलाज किया जा सकता है:
- विटामिन B 12 की कमी
- शराब की पुरानी लत
- ट्यूमर
- इन्फेक्शन
- दिमाग में रक्त के थक्के जमना
- संभावित डिमेंशिया
- सिर में चोट
- कैंसर ट्रीटमेंट (कीमोथैरेपी या रेडिएशन थेरेपी)
- स्ट्रेस
- एंग्जायटी और डिप्रेशन
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इन समस्याओं के कारण व्यक्ति अधिक भूलने लगता है और यह मानसिक बीमारियों की गलत डायग्नोसिस का कारण भी बन सकता है। एक और प्रभावशाली कारक जीवन में अचानक हुआ बदलाव है। खोती याददाश्त के कुछ सबसे आम लक्षण यहां दिए गए हैं:
- व्यक्तिगत सामान का अक्सर खो जाना
- सही शब्दों को खोजने में कठिनाई
- बातचीत के दौरान एक ही प्रश्न बार-बार पूछना या एक ही कहानी को कई बार बताना
- याद नहीं आना कि आपने किसी काम को कर लिया है या नहीं, जैसे कि दवा लेना
- परिचित स्थानों में विचलित हो जाना या खो जाना
- कौन सा वर्ष, सप्ताह या दिन चल रहा है, यह याद नहीं रहना
- अपॉइंटमेंट या घटनाओं को याद रखने में परेशानी
- दिशा-निर्देशों का पालन करने या कोई निर्णय ले पाने में परेशानी
शार्ट या लॉन्ग टर्म मेमोरी लॉस
अल्प अवधि के स्मृति-नाश में जिस जानकारी को भूलते हैं, एमनीशिया के दौरे के दूर हो जाने के बाद आपको वह सब फिर से याद आ जाता है।
- अगर आपको कोई नाम याद नहीं है लेकिन एक घंटा बाद आपको यह याद आ जाता है, या रात में काफी ज्यादा ड्रिंक कर लेने के बाद आपको सुबह कुछ याद नहीं रहता, तो ये शॉर्ट टर्म मेमोरी लॉस के कुछ उदाहरण हैं।
दूसरी तरफ, स्थाई रूप से मेमोरी लॉस में वह जानकारी है जो आप भूल जाते हैं, उसे दोबारा याद करने में समर्थ नहीं हो पाते हैं। आपको याद नहीं आता कि आपने चाबियां कहां रखी हैं या आप भूल जाते हैं कि आपकी मां ने कुछ दिन पहले ही आपसे मुलाकात की थी, भले ही कोई इन बातों को आपके सामने बार-बार दोहराये।
मेमोरी लॉस से बचाव कैसे करें
अल्ज़ाइमर या याददाश्त संबंधी दूसरी समस्याओं को बढ़ने से रोकने या उनकी गति को धीमा करने में सबसे प्रभावी कारक यहां दिए गए हैं:
- पर्याप्त नींद
- अच्छा आहार
- शारीरिक व्यायाम
- सक्रिय सामाजिक जीवन
- संज्ञानात्मक गतिविधियां
दिमाग भी मांसपेशियों के समान ही काम करता है, इसलिए जितना अधिक आप इसका उपयोग करेंगे उतना ही बेहतर इसका आकार होगा। यदि आप इसका सही प्रकार से पोषण नहीं करते हैं और इसे ठीक से ऑक्सीजन नहीं मिलती है तो इसके काम करने में गड़बड़ी हो सकती है। यही कारण है कि एक सक्रिय और स्वस्थ जीवन आपकी याददाश्त के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है।
अन्य कारक जैसे कि अच्छी नींद लेना और अक्सर पढ़ना आपके दिमाग को स्वस्थ रखते हैं। आपको शराब पीने, धूम्रपान करने या नशीली दवाओं जैसी बुरी आदतों को भी छोड़ना चाहिए। इससे आपकी यादाश्त के साथ आपके पूरे स्वास्थ्य को भी फायदा होगा।
कब आपको सहायता की जरूरत है और मेमोरी लॉस का मूल्यांकन कैसे करें
बहुत से लोगों को पता नहीं चलता कि उन्हें याददाश्त से जुड़ी कोई समस्या है और आमतौर पर परिवार के सदस्यों द्वारा इसे नोटिस किया जाता है। चिंतित और तनावग्रस्त लोग अपनी गलतियों पर अधिक ध्यान केंद्रित करते हैं और इसके कारण और अधिक भूलने लगते हैं। इससे उन्हें लगता है कि उन्हें मेमोरी लॉस हो रहा है, हालांकि जरूरी नहीं है कि ऐसा हो ही।
अगर किसी व्यक्ति को रोजमर्रा की गतिविधियों में परेशानी होती है या यदि वह उलझन में है और विचलित है, तो यही डॉक्टर से मिलने का सही समय है।
डॉक्टर पूरी जांच करेगा और यह तय करेगा कि रोगी को याददाश्त संबंधी गड़बड़ी है या नहीं और यदि है तो किस प्रकार की। जब आपको संदेह हो तो एक्सपर्ट से मिलना हमेशा सबसे अच्छा विकल्प होता है।
मेमोरी लॉस से बचाने वाले प्राकृतिक खाद्य पदार्थ
नेचुरल ट्रीटमेंट से याददाश्त संबंधी समस्याओं से खुद का बचाव करके जीवन को ज्यादा बेहतर बनाया जा सकता है।
मेवे ( Nuts )
मेवों में मौजूद प्राकृतिक तेल में प्रदाह रोधी गुण (Anti Inflammatory)और सुरक्षात्मक पोषक तत्व होते हैं जो आपके दिमाग को अच्छे आकार में रखने में मदद करते हैं और इस प्रकार मेमोरी लॉस से बचाते हैं।
सामग्री
- बादाम (Almonds) 50 ग्राम
- खुबानी (Apricot) 30 ग्राम
- मैकाडेमिया नट (Macadamia nuts) 50 ग्राम
- अखरोट (Walnuts) 20 ग्राम
तैयारी
एक कटोरे में सभी सामग्री को मिला लें।
इसे हर रोज़ खाएं।
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गाजर ( Carrots )
ये कैरोटीन से भरपूर होती हैं, जो स्वस्थ दिमाग के पोषण के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। गाजर खाने से स्मृति-नाश से बचने में मदद मिलती है और आपका दिमाग स्वस्थ रहता है।
क्या करें
अपनी याददाश्त को अनुकूलित करने के लिए हर रोज कम से कम एक गाजर, कच्ची या पकी हुई, किसी भी रूप में खाएं।
सेब (Apple)
यह आयरन और विटामिन से भरपूर है। इसके छिलके में क्वेर्सेटिन होता है जो उम्र से जुड़ी समस्याओं को रोकने में मदद करता है।
क्या करें
हर रोज एक सेब खाने से आपकी याददाश्त अच्छी रहेगी। इसके सभी गुणों का फायदा उठाने के लिए इसे अपनी डाइट में शामिल करना न भूलें।
तुलसी (Basil)
इसके शांतिदायी और सेडेटिव गुणों के कारण स्ट्रेस से लड़ने के लिए यह एक उत्कृष्ट प्राकृतिक उपाय है। इसकी पत्तियां शक्तिशाली अडैप्टोजन हैं। यह एक ऐसा पदार्थ है जो शरीर को मनचाहे मानसिक और शारीरिक परफॉरमेंस कर पाने में मदद करता है।
तुलसी की चाय लेने से आप इसके फायदे प्राप्त कर सकते हैं।
सामग्री
- एक चम्मच तुलसी (5 ग्राम)
- आधा कप पानी (125 मिलीलीटर)
तैयारी
- पानी उबालें, उसमें तुलसी की पत्ती डालें और 3 मिनट उबलने दें।
- फिर, आग से हटा दें और 5 मिनट तक ढक कर छोड़ दें।
- हर भोजन के बाद इस चाय का आधा कप पियें।
याददाश्त आपके मस्तिष्क का सबसे अहम काम है। आपको इसके प्रति हमेशा जागरूक रहना चाहिए। इसलिए अपनी याददाश्त का ख्याल रखें और उन सभी चीजों से दूर रहें जो इसमें बाधा डाल सकती हैं।