जानिये, बेकिंग सोडा से नाखूनों के फंगस का इलाज कैसे करें
नाखूनों के फंगस को मेडिकल भाषा में ऑनिक्मायकोसिस के नाम से जाना जाता है। यह एक संक्रमण है जो डर्मेटोफाईट नाम के फंगस के कारण होता है, जो आसानी से आपके हाथ और पैरों पर बड़ी मात्रा में पैदा हो जाते हैं।
आपके हाथ और पैर लगातार गर्म और नम वातावरण में रहते हैं, इसलिए इन माइक्रोऑर्गेनिज्म को अपनी पैदावार बढ़ाने के लिये अच्छी जगह मिल जाती है और वह आसानी से इस पर कब्ज़ा कर लेते हैं। नतीजा यह होता है कि आपके नाखून भद्दे दिखने लगते है और उसके आसपास की त्वचा का रंग लाल होना या उसमें पपड़ी निकलना और खुजली जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं।
खुशकिस्मती से ऐसी कई चीजें मौजूद हैं जिनमें एन्टीफंगल इफेक्ट होते हैं, जिनसे आप खतरनाक केमिकल प्रोडक्ट का इस्तेमाल किये बिना नाखूनों के फंगस का इलाज करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
उनमें से एक घर में पाया जाने वाला पसंदीदा बेकिंग सोडा भी है। यह ऐसा नेचुरल प्रोडक्ट है जो अपने घरेलु और औषधीय गुणों की वजह से दुनिया भर में जाना जाता है।
आज हम आपको बताने वाले हैं कि यह नाखूनों के फंगस का इलाज करने में इतना असरदार क्यों है और जल्दी से अच्छे नतीजे पाने के लिए इसका इस्तेमाल कैसे करें।
बेकिंग सोडा की मदद से नाखूनों के फंगस का इलाज
नाखूनों के फंगस का इलाज करने के लिए हमारे बेकिंग सोडा का नुस्खा बताने से पहले आपका यह जानना ज़रूरी है कि इसके नतीजे तुरंत नहीं दिखाई देंगे।
हालाँकि पहली बार लगाते ही यह प्रोडक्ट फंगल इन्फेक्शन से मुकाबला करने लगता है, फिर भी यह रातों-रात पूरी तरह से ख़त्म नहीं होगा।
इसलिए आपको इसका लगातार इस्तेमाल करते रहना होगा। इस परेशानी से पूरी तरह से छुटकारा पाने के लिए आपको कुछ ज़रूरी सलाह को ध्यान में रखना होगा।
इसके साथ ही, हम आपको ऐपल साइड विनेगर की मदद से इसके गुणों को बढ़ाने की सलाह भी देते हैं, जो स्वास्थ्य के लिये फायदेमंद और एंटीफंगल तत्व है।
आमतौर पर दोनों ही प्रोडक्ट आपके रसोईघर के स्टोर में आसानी से मिल जाते हैं, नहीं तो आप बहुत कम कीमत पर उन्हें बाज़ार से खरीद सकते हैं।
जरूरी चीजें
- 6 कप पानी (1.5 लीटर)
- ½ कप सेब का सिरका (125 मिलीलीटर)
- 3 चम्मच बेकिंग सोडा (30ग्राम)
बनाने का तरीका
- पानी को अपने पैरों के सहने लायक तापमान तक गर्म कीजिए।
- इसमें सेब का सिरका मिलाकर इस घोल को एक बड़े कटोरे में डाल दीजिये।
- अपने पैरों को इस घोल में 15-20 मिनट तक डुबाये रखें।
- इसके बाद अपने नाखूनों को अच्छे से सुखाकर उस पर बेकिंग सोडा से बना पेस्ट रगड़ें।
- इसे 10 मिनट तक ऐसे ही छोड़ दें और फिर साफ़ पानी से धो लें।
- नाखून और उसके आसपास की स्किन के दोनों तरफ की पपड़ी को छुड़ाने के लिए गोल-गोल घुमाते हुये मालिश करें।
- हर शाम इस नुस्खे को दोहराएं जब तक की आपको नाखूनों की स्थिति में सुधार ना दिखाई देने लगे
- आप बेकिंग सोडा के एंटी-फंगल गुणों को बढ़ाने के लिए कुछ नींबू के रस की बूँदें या हाईड्रोजन पेरोक्साइड भी मिला सकते हैं।
इसे भी आजमायें: नेचुरल रेसिपी जो ख़त्म करेगी नाखूनों की फंगस
नाखूनों के फंगस के इलाज के लिए बेकिंग सोडा का इस्तेमाल क्यों करें?
बेकिंग सोडा सफ़ेद रंग का पाउडर है जो सदियों से घर को साफ़ रखने और खाना बनाने के कामों में इस्तेमाल होता आया है।
इसके ऐन्टसेप्टिक, एंटी-फंगल और एल्केलाइन गुणों के बारे में सभी जानते हैं और यह गुण कई तरह के इन्फेक्शन का इलाज करने में काम आता है।
बेकिंग सोडा के कई और छोटे-मोटे इस्तेमाल भी हैं; यह नेचुरल तरीके से स्किन को निरोग रखने और एलर्जी का इलाज करने में बहुत फायदेमंद है।
यह स्किन इन्फेक्शन से भी लड़ता है और इसके एक्टिव तत्व नाखून के अन्दर और बाहर दोनों तरफ पाए जाने वाले फंगस को कम करते हैं।
एक बात जो और जानने लायक है कि बेकिंग सोडा एक नेचुरल डिओडोरेंट भी है, जो शरीर और पैरों के ज्यादा पसीने के कारण आने वाली बदबू को बेअसर करने के लिये कारगर है।
इसे भी आजमायें: नाखून के फंगस को खत्म करने के 6 उपाय
नाखूनों की फंगस से मुकाबले के लिये कौन-कौन सी बातें ध्यान में रखनी चाहिए?
हालाँकि, यह नुस्खा इस तरह के इन्फेक्शन से लड़ने के लिए बहुत ही कारगर है, फिर भी मनचाहा नतीजे पाने के लिए कुछ और सलाहों को अनदेखा ना करें।
- पहला, इस इलाज के दौरान नाख़ूनो के फंगस को बढ़ाने वाले गर्म और नमी वाले वातावरण से दूर रहें।
- इसका मतलब है, आपको खुले और हवादार जूते-चप्पल पहनने चाहिए जो पसीने और बैक्टीरिया को होने से रोकते हैं।
- यह भी ज़रूरी है कि हर बार हाथ और पैरों को भिगोने के बाद उन्हें अच्छे से सुखाएं। ऐसा इसलिए कि स्किन की नमी फंगस को और ज्यादा बढ़ा सकती है।
- नाखूनों के आसपास इस्तेमाल होने वाली चीजों को किटाणुरहित करके या धोकर फंगस को स्वस्थ नाखूनों तक फैलने से रोक सकते हैं।
क्या यह स्थिति आपको लगातार परेशान किये जा रही है? अगर आपने बताए गए नुस्खे और सलाह का पालन किया है और फिर भी फंगस लगातार बढ़ रहा है, तो दूसरे तरीकों के बारे में पता करने के लिए डॉक्टर से सलाह लें।
सबसे ज़रूरी बात यह है कि आप समय रहते इस पर ध्यान दें ताकि यह कोई बड़ी समस्या ना बने जिसका इलाज करना मुश्किल हो।
- Sandoval, N. J., Arenas, R., Giusiano, G., García, D., Chávez, L., & Zúniga, P. (2012). Diagnóstico y tratamiento de dermatofitosis. Revista Médica Hondureña.
- Nuño, N., & Losada, D. P. (2005). Dermatofitosis o tiñas. Guías Clínicas.
- Salas-Campos Ingrid, G.-M. N. T. C.-D. P. J. (2009). Onicomicosis por hongos fuliginosos. Acta Médica Costarricense.