5 चाय जो गैस्ट्राइटिस का इलाज कर सकती हैं
गैस्ट्राइटिस के इलाज में एंटीबायोटिक्स, प्रोटॉन-पंप इनहिबिटर या एंटासिड जैसी दवाएं शामिल हो सकती हैं। डाइट और लाइफस्मेंटाइल में बदलाव भी शामिल हो सकता है। पर क्या आप जानते हैं, ये पांच औषधीय चाय गैस्ट्राइटिस के इलाज में आपकी मदद कर सकती हैं?
कुछ जड़ी-बूटियों और मसालों के गुणों का इस्तेमाल करते हुए गैस्ट्राइटिस के कई लक्षणों को कम करने वाली चाय एक अच्छा उपाय है। वास्तव में, अगर बीमारी कुछ हल्की हो तो वे सबसे अच्छे विकल्प हैं क्योंकि प्राकृतिक होने के कारण उनके साइड इफ़ेक्ट नहीं हैं।
गैस्ट्राइटिस क्या है?
गैस्ट्राइटिस की विशेषता पेट की अंदरूनी झिल्ली में सूजन का होना है। यह एक्यूट या क्रोनिक हो सकती है, जो इस बात पर निर्भर करता है कि इसके कारण या लक्षण कितने समय तक रहते हैं। यह अक्सर एच. पाइलोरी बैक्टीरिया (H. pylori) के कारण होती है।
हालांकि, यह ज्यादा शराब पीने, लंबे समय तक नॉनस्टेरॉइड एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (एनएसएआईडी) लेने, तंबाकू खाने, स्ट्रेस या दूसरे कारणों से जुड़ी हो सकती है।
इसके कुछ लक्षण अपच, मतली, उल्टी और पेट भरे होने का अहसास है। चुभन वाली गैस्ट्राइटिस जैसे ज्यादा गभीर मामलों में आपको काला या कोलतार जैसा मल, खून की उल्टी, सूजन, पेट में गंभीर तकलीफ जैसे लक्षण आ सकते हैं।
औषधीय चाय जो गैस्ट्राइटिस का इलाज कर सकती है
गैस्ट्राइटिस की डायग्नोसिस एक प्रोफेशनल डॉक्टर द्वारा किया जाना चाहिए। क्योंकि इसके लक्षण अक्सर पाचन से जुड़ी दूसरी गड़बड़ियों की तरह होते हैं। डॉक्टर को खून, मल या सांस की टेस्ट से अपने डायग्नोसिस की पुष्टि करनी होती है। वे एंडोस्कोपी या बायोप्सी का सुझाव भी दे सकते हैं।
स्थिति गंभीर होने पर इसमें सुधार के लिए डॉक्टर द्वारा निर्धारित इलाज का कड़ाई से पालन करना अनिवार्य है। स्थिति कुछ हल्की है, तो आदतों में बदलाव और कुछ नेचुरल सप्लीमेंट मदद कर सकते हैं।यहाँ दी गयी औषधीय चाय की जानकारी आपके लिए मददगार साबित हो सकती है।
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1. मनुका हनी ग्रीन टी (Green Tea with Mānuka Honey)
ग्रीन टी का एंटीबैक्टीरियल असर एच पाइलोरी को कम करने में मदद कर सकता है। मनुका शहद मनुका वृक्ष (Leptospermum scoparium) के नेक्टर से बनता है। मनुका शहद से बनी ग्रीन टी गैस्ट्राइटिस के लिए सबसे अच्छे इलाजों में से एक है। एक स्टडी ने बताया है कि इसे पीने पर एच. पाइलोरी बैक्टीरिया के संक्रमण का जोखिम कम हो सकता है।
सामग्री
- 1 चम्मच ग्रीन टी (7 ग्राम)
- 1 चम्मच मनुका शहद (15 ग्राम)
- पानी (250 मिलीलीटर)
तैयारी
- सबसे पहले एक कप उबलते पानी में ग्रीन टी डालें।
- इसे ढक दें और पेय को लगभग दस मिनट तक छोड़ दें।
- फिर इसे छान लें और इसमें शहद डालें।
- सप्ताह में कम से कम तीन दिन इसे दिन में दो बार पिएं।
2. अदरक की चाय (Ginger Tea)
जिंजरॉल (Gingerol) समेत अदरक के दूसरे एक्टिव कम्पाउंड का एक्यूट और क्रोनिक गैस्ट्राइटिस पर पॉजिटिव असर पड़ता है। ये पदार्थ पेट की अंदरूनी झिल्ली की सूजन को कम करने में मदद करते हैं और एच. पाइलोरी बैक्टीरिया की कुछ किस्मों के विकास को रोकते हैं।
सामग्री
- 1 चम्मच पिसी हुई अदरक (7 ग्राम)
- 1 कप पानी (250 मिलीलीटर)
- शहद (वैकल्पिक)
तैयारी
- एक कप उबलते पानी में एक चम्मच पिसी हुई अदरक मिलाएं।
- फिर अर्क को ढक कर छोड़ दें।
- इसके गर्म हो जाने पर शहद डालें।
- गैस्ट्राइटिस के इलाज के लिए दिन में दो कप पिएं।
3. कैमोमाइल चाय (Chamomile Tea)
कैमोमाइल खराब पेट और धीमे पाचन जैसे गैस्ट्राइटिस से जुड़े कुछ लक्षणों को दूर कर सकता है।
यह गैस्ट्राइटिस के लिए सबसे शक्तिशाली इलाज नहीं है। पर यह अपच, सूजन जैसे लक्षणों से राहत पाने के लिए एक अच्छा उपाय है। यह औषधीय पौधा बच्चों के लिए भी सुरक्षित है।
सामग्री
- 1 बड़ा चम्मच सूखे कैमोमाइल फूल
- 1 कप पानी (250 मिलीलीटर)
- शहद (वैकल्पिक)
तैयारी
- सबसे पहले एक कप उबलते पानी में कैमोमाइल के फूल डालें।
- पांच से दस मिनट के बाद पेय को छानें।
- शहद से मीठा करें ।
- दिन में दो से तीन कप पिएं।
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4. पुदीने की चाय (Mint Tea)
यह गैस्ट्राइटिस और पाचन से जुड़ी गड़बड़ियों का इलाज करने वाले सबसे लोकप्रिय उपायों में से एक है।
पुदीने की चाय एक पारंपरिक नुस्खा है। इसका उपयोग पेट में ऐंठन (abdominal cramps), गैस और अतिरिक्त एसिडिटी से राहत के लिए किया जाता है। वास्तव में यह सूजन को कम करने में मदद करती है।
सामग्री
- 1 बड़ा चम्मच पुदीने की पत्तियां (15 ग्राम)
- 1 कप पानी (250 मिलीलीटर)
तैयारी
- पुदीने की पत्तियों को एक कप उबलते पानी में डालें।
- पेय को दस मिनट तक छोड़ दें।
- चाय पीने के लिए छान लें।
- दिन में तीन कप तक पिएं।
5. अमेरिकन जिनसेंग टी (American Ginseng Tea)
जिनसेंग गैस्ट्राइटिस की बीमारी के लिए एक असरदार प्राकृतिक इलाज है।
अमेरिकी जिनसेंग का उपयोग गैस्ट्राइटिस और इसके लक्षणों के इलाज के लिए किया जाता है। यह अन्य प्राकृतिक उपचारों की तरह लोकप्रिय नहीं है। हालांकि इसका उपयोग पाचन में सुधार, उल्टी कम करने और लार्ज इंटेसटाइन की सूजन से राहत पाने के लिए किया जाता है। इसके अलावा, यह पेट की अन्दरूनी झिल्ली को कम करता है।
सामग्री
1 चम्मच अमेरिकी जिनसेंग (7 ग्राम)
1 कप पानी (250 मिलीलीटर)
तैयारी
- अमेरिकी जिनसेंग को पीस लें।
- फिर इसे एक कप उबलते पानी में डालें और इसे दो मिनट के लिए कम आँच पर छोड़ दें।
- इसके बाद इसे ढक दें और अर्क को यों ही छोड़ दें।
- दस मिनट के बाद छान लें।
- गैस्ट्राइटिस के लक्षनों में इसे दिन में एक से दो बार पियें।
सतर्कता : डिप्रेशन या डायबिटीज की दवा ले रहे हैं तो इस पेय से बचें। हाई ब्रलड प्रेशर और नर्व की समस्या से पीड़ित होने पर आपको इसे लेने में सावधानी बरतनी चाहिए।
निष्कर्ष
औषधीय चाय का सेवन गैस्ट्राइटिस के इलाज में मदद कर सकता है और इसके लक्षणों को कम कर सकता है। हालाँकि, उन्हें आपके डॉक्टर की बताई गई दवा का स्थान नहीं लेना चाहिए। इनके संभावित साइड इफेक्ट के बारे में भी राय लेनी चाहिए।
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