रूखे हाथों और क्यूटिकल के लिए घरेलू नुस्खे
रूखे हाथ और फटी उपत्वचा का कारण धूल-मिट्टी से सीधा संपर्क, सफ़ाई उत्पादों में मौजूद रासायनिक पदार्थ, और वातावरण में अचानक आने वाले बदलाव होते हैं। त्वचा के साथ सीधे संपर्क में आने पर वे उसकी प्राकृतिक नमी को दूर कर सूजन व अपनी अवस्था में पुनः सुधार लाने की उसकी क्षमता को कम कर देते हैं।
फलस्वरूप, हमारी त्वचा पर छोटे-छोटे दाग धब्बे होने लगते हैं, जिनकी वजह से कुछ ही समय में वह बूढ़ी-बूढ़ी से लगने लगती है।
चूंकि हमारे नाखूनों के स्वास्थ्य में हमारी उपत्वचा एक अहम भूमिका निभाती है, इस अवस्था की वजह से हमारे नाखून कमज़ोर व संक्रमित होकर टूटने लगते हैं।
लेकिन खुशकिस्मती से, ऐसी कई प्राकृतिक चीज़ें हैं, जो उनकी नमी को लौटाकर उन्हें स्वस्थ रखने में मददगार साबित होती हैं।
आज हम आपको विटामिन ई के तेल, बादाम के तेल और कोको मक्खन वाले नुस्खे के बारे में बताना चाहेंगे। इनकी कमाल की खूबियों का फायदा अपने दोनों हाथों से उठाइए!
इन्हें आज़माकर देखें!
सूखे हाथों और उपत्वचा के लिए घरेलू उपाय
इस घरेलू नुस्खे में बताई गई सामग्री त्वचा को नरम करने और उसके रूप-रंग में सुधार लाने वाली एक शक्तिशाली मॉइस्चराइज़र होती है।
अब हम उसके प्रमुख फायदों का विस्तृत विवरण करेंगे ताकि उनके अद्भुत प्रभावों के बारे में आपके मन में कोई शंका न रह जाए।
विटामिन E तेल
दवाखानों पर विटामिन ई का तेल वाजिब दामों पर उपलब्ध होता है। कॉस्मेटिक्स के जगत में उसकी विशेषताओं को काफ़ी लंबे अरसे से सराहा गया है।
उसके शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव से ऑक्सीडेटिव क्षति तो कम हो ही जाती है, हमारी कोशिकाओं के विकास को बढ़ावा भी मिलता है व हमारे भी ऊतक भी खराब नहीं होते।
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उसे त्वचा पर लगाकर हम सूरज के नकारात्मक प्रभावों को कम कर सकते हैं व मृत कोशिकाओं को जमा होने से रोक सकते हैं।
दरअसल, कोशिकाओं की उम्र को थाम-सा लेने की अपनी खूबी की बदौलत दुनियाभर में कई जगहों पर तो उसे “जवानी और जीवन वाले विटामिन” के नाम से भी जाना जाता है।
बादाम का तेल
इस तेल की खासियत त्वचा को आराम देकर दुरुस्त कर देने वाली इसकी खूबियाँ होती हैं। इससे जलन और सूखेपन से पैदा होने वाले अन्य लक्षणों से आराम मिल जाता है।
मुख्यतः इसे त्वचा के ऊपर ही लगाया जाता है, क्योंकि यह बहुत मॉइस्चराइज़िंग होता है और इससे त्वचा और बालों की दिखावट में सुधार आ जाता है।
रूखे-सूखे हाथों और उपत्वचा के लिए तो यह एकदम सही होता है क्योंकि झुर्रियों को दूर रखने के लिए वह उपत्वचा के संक्रमणों को कम कर त्वचा के लचीलेपन को बनाए रखता है।
रासायनिक पदार्थों से पैदा होने वाले छोटे-मोटे घावों, छालों और जलन से भी वह आराम देता है।
कोको मक्खन
इसे एक कमाल की प्राकृतिक क्रीम समझा जाता है। कोको मक्खन त्वचा के अलग-अलग स्तरों में आसानी से प्रवेश कर जाने वाला एक प्राकृतिक लुब्रिकेंट होता है।
उसे अपने हाथों पर लगाने से हमारे हाथ नरम-मुलायम रहने के साथ-साथ छालों और घावों से भी बचे रहते हैं। मुक्त कणों से लड़ने वाली उसकी एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा उसकी सबसे बड़ी खासियत होती है।
सूरज की पराबैंगनी किरणें से हमारी त्वचा के सुरक्षा कवच के रूप में काम करते हुए वह दाग-धब्बों, ढीलेपन और जलन के खतरे को कम कर देता है।
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रूखे-सूखे हाथों और उपत्वचा के लिए इस घरेलू नुस्खे को कैसे बनाएं
महँगी-महँगी क्रीमों पर अपनी जेब ढीली करने की जगह आप अपने हाथों और उपत्वचा को स्वस्थ रखने के इस आसान से उपाय को आज़माकर देख सकते हैं।
आसानी से मिलने वाली इन चीज़ों को अगर आप सही तापमान में रखें तो ये लंबे समय तक आपके काम आ सकती हैं।
इनसे बनी क्रीम आपकी ब्यूटी रूटीन में भी उतनी ही कारगर होगी जितनी आपके मैनीक्योर के लिए।
सामग्री
- विटामिन ई की एक कैप्सूल
- एक चम्मच बादाम का तेल (5 ग्राम)
- दो चम्मच कोको मक्खन (10 ग्राम)
निर्देश
- कोको मक्खन को किसी ऊष्मारोधी कटोरे में रखकर उसे किसी डबल बॉयलर में पिघलाएं।
- जब वह पिघलने लगे तो उसमें बादाम का तेल व विटामिन ई की कैप्सूल का तरल डाल दें।
- किसी छोटे से चम्मच से घोलकर यह सुनिश्चित कर लें कि सभी चीज़ें ठीक से घुल-मिल गई हैं।
- मिश्रण को कुछ मिनट तक ऐसे ही छोड़ दें। किसी साफ़-सुथरे कटोरे में डालकर उसके ठोस हो जाने की प्रतीक्षा करें।
लगाने की विधि
- एक गाढ़ा पेस्ट बन जाने पर थोड़े से पेस्ट को अपने सूखे हाथों और उपत्वचा पर लगा लें।
- सर्वोत्तम नतीजों के लिए रोज़ाना रात को उसे लगाएं।
इस अद्भुत उपाय का लगातार इस्तेमाल करने से कुछ ही दिनों में आपके हाथ अधिक मुलायम, नम व सुरक्षित हो जाएंगे।
इसे बेझिझक अपने घर पर बनाकर इसके फायदों का मज़ा लूटें।
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