5 अचूक उपायों से करें साँसों की बदबू का सफाया

मुंह से निकलने वाली बदबू न केवल आपमें आत्म-सम्मान की भावना को कमजोर कर सकती है, बल्कि यह एक सामाजिक समस्या भी बन जाती है और आस-पास के लोगों से आपको अलग कर सकती है।
5 अचूक उपायों से करें साँसों की बदबू का सफाया

आखिरी अपडेट: 07 जुलाई, 2018

क्या आपके मुंह से बदबू आती है? विज्ञान की भाषा में, सांस छोड़ते समय मुंह से निकलने वाली अप्रिय दुर्गन्ध को हैलिटोसिस (दुर्गन्धयुक्त श्वास) यानी साँसों की बदबू कहा जाता है। हालांकि, ज़रूरी नहीं है कि हमेशा इसका सम्बन्ध मुंह की खराब साफ-सफाई से हो। चलिये, साँसों की बदबू से पीछा छुड़ाने के बारे में ज़रा तफ्शील से बात कर लेते हैं।

व्यस्क लोगों की बड़ी आबादी जीवन में कभी न कभी हैलिटोसिस से शापरेशान होती है। आम तौर पर साँसों की बदबू इसलिये आती है कि जीभ के पीछे बैक्टीरिया अपना घर बना लेते हैं

साँसों की बदबू या हैलिटोसिस का लेवल हमेशा एक जैसा नहीं होता है। इसकी तीब्रता लगातार घटती-बढ़ती रहती है। उदाहरण के लिए, सुबह के समय में लार की गंध बहुत ज्यादा होती है। वहीं किसी विशेष दिन में सांसें बहुत ज्यादा बदबूदार हो सकती हैं।

आपको अपने लार के गाढ़ेपन की जानकारी होनी चाहिये। अगर लार स्वस्थ है, तो यह कोशिकाओं से निकली गन्दगी को तेजी से सोख लेगी।

पतले और कम गाढ़े लार में, बैक्टीरिया को आसानी से सड़े-गले यौगिकों को पैदा करने का मौका मिला जाता है। यही कारण है कि, साँसों में बदबू आने लगती है।

साँसों की बदबू का कारण

  • गलत आदतें
  • दवाओं के साइड इफ़ेक्ट
  • स्ट्रेस
  • दांतों में बीमारी
  • जीभ पर जमा प्लेक
  • मुंह, नाक या गले में ट्यूमर
  • कम लार बनना
  • बैक्टीरिया का इन्फेक्शन
  • तंबाकू और शराब
  • कोई पुरानी बीमारी

कई बार तो, समस्या का सही कारण नहीं मालूम होता और फिर भी हम खुद इलाज करने लगते हैं। लेकिन क्या ये सही तरीका है?

सबसे पहले तो आपको किसी स्पेशलिस्ट के पास जाना चाहिये जिससे इसके लक्षणों और इसकी गंभीरता के बारे में सही-सही जानकारी हो सके।

क्योंकि, अगर ये आपके किसी अंग की खराबी के कारण है तो ऐसे में केवल अपने मुंह की सफ़ाई करने से कोई फायदा नहीं होगा।

अगर यह एक मामूली समस्या है, तो आप बेफिक्र होकर नीचे बताये तरीकों का इस्तेमाल करें। ये उपाय आपके साँसों की बदबू का सफाया कर देंगें।

1. अपने मुंह की साफ-सफाई का ध्यान रखें

साँसों की बदबू हटायें: मुंह की सफाई

आपको इस बात का ध्यान रखना है कि अपने मुंह की सफाई का एक रूटीन बना लें। कोई भी दिन बिना सफाई के न निकले। मुंह की सफाई को मामूली काम के रूप में लेंगे तो मुंह में हजारों बैक्टीरिया पैदा हो सकते हैं।

यह ज़रूरी है कि:

  • इन मुख्य अंगों को साफ करें: दांत, मसूड़े और जीभ।
  • खाने के बचे हुये कणों की सफ़ाई के लिए दिन में दो बार फ्लॉस करें
  • टंग स्क्रेपर वाले मुलायम ब्रश का इस्तेमाल करें।
  • इसके अलावा, जितना हो सके मुंह में भीतर तक सफाई करें।
  • साल में कम से कम एक बार डेंटिस्ट के पास ज़रूर जायें।
  • कीटाणुओं से मुंह की सफाई के लिये कभी-कभी बेकिंग सोडा के पानी से कुल्ला करें
  • इसके अलावा, हफ्ते में एक बार अपने टूथब्रश पर हाइड्रोजन पेरॉक्साइड का इस्तेमाल करें।

2. डाइट का ध्यान रखें

खाने की कुछ चीजें ऐसी होती हैं जिनकी वजह से मुंह में बदबू पैदा होती है, खासकर ज्यादा फैट वाली चीजों, मांस-मसालों, या दूध से बनी चीजों से। ज्यादा चीनी वाली चीजें भी साँसों की बदबू का कारण बनती हैं।

जब आप इस प्रकार के खाने का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, तो पाचन क्रिया को ठीक से काम करने का मौका नहीं मिल पाता है। नतीजतन आपकी साँसें बदबूदार होआ जाती हैं।

  • सबसे पहले, अपने खाने में एंटीऑक्सीडेंट में भरपूर फल और सब्जियां शामिल करें।
  • इसके साथ ही, बड़ी मात्रा में एसिड से भरपूर पेय पदार्थों जैसे कॉफी के इस्तेमाल से बचें।
  • याद रखें, चीनी वाली खाने की चीजें भी गले पर बुरा असर डालती है।
  • इसके अलावा, साँसों की बदबू को कम करने वाली चाय अपनाएँ। उदहारण के लिए, मिंट, ग्रीन टी और ब्लैक टी।

3. विटामिन की मात्रा बढ़ाएं

साँसों की बदबू का सफाया : विटामिन की कमी

पोषक तत्वों और विटामिन की कमी भी मुंह से बदबू का एक कारण हो सकती है।

विटामिन और मिनरल एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो टिश्यू को स्वस्थ बनाये रखते हैं और कोशिकाओं की सुरक्षा करते हैं। इससे आपके पास बैक्टीरिया से बचाव करने के लिए एक मजबूत इम्यून सिस्टम होता है।

कफ समेत दूसरे टॉक्सिक पदार्थों को खत्म करने के लिए अपने खाने में विटामिन की मात्रा बढायें।

4. अपने पाचन तंत्र का ख्याल रखें

खराब पाचन क्रिया गैस्ट्र्रिटिस, कब्ज या कोलाइटिस जैसी बीमारियों का कारण बनती है। साँसों की बदबू भी इनमें एक है।

नीचे बतायी गयी बातों पर विशेष ध्यान दें:

  • फाइबर युक्त चीजों का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें (साबुत अनाज और ताजे फल)
  • एंजाइम से भरपूर खाद्य पदार्थ खाएं (पपीता, एवोकैडो, अनन्नास)
  • अपनी रूटीन में सेब का जूस शामिल करें: यह आपके शरीर में हाइड्रोक्लोरिक एसिड की मात्रा को बढ़ाता है जो भोजन को पचाने में मदद करता है।
  • दिन में कम से कम 2 लीटर पानी पियें।

5. प्राकृतिक जड़ी-बूटियाँ खाएं

साँसों की बदबू का सफाया: औषधीय जड़ी-बूटी

प्रकृति में, हमारे आस-पास कीटाणुनाशक और एंटीसेप्टिक गुणों वाले ढेर सारे पौधे मौजूद हैं। ये मुंह से निकलने वाली बदबू का सफाया करने के लिए बहुत मददगार हैं।

  • रोज़ेमेरी (मेहंदी), अजवायन, तुलसी और थाइम (अजवायन के फूल) साँसों की बदबू को खत्म करने में मदद करते हैं।
  • नींबू और नमक का मिश्रण कीटाणुओं का खात्मा करता है और नमी को बनाये रखता है।
  • लौंग वाली चाय
  • सौंफ़ जीभ और मसूड़ों को स्वस्थ रखती है।
  • सेब या अजवाइन (सेलरी) चबाएं।
  • प्राकृतिक तेल मुंह को साफ रखने और कीटाणुओं का नाश करने में मदद करता है।

चेतावनी सूचक संकेत

  • स्वाद में कड़वाहट इस बारत का संकेत है कि लीवर में बिलिरुबीन बड़ी मात्रा में जमा हो गया है या कोइस तरह की कोई अन्य समस्या है।
  • मुंह में धातु की तरह का स्वाद यूरिक एसिड के शरीर में जमा होने के कारण आता है। यह इस बात का संकेत है कि किडनी में कोई समस्या है।
  • सड़ने की बदबू तब महसूस होती है जब संक्रमण होता है।
  • सांस में मीठापन होना ग्लूकोज की ज्यादा मात्रा को दर्शाता है। डायबिटीज के रोगियों में यह आम तौर पर देखने को मिलता है।

इसलिए अपनी साँसों पर निग़ाह रखें!

साँसों की दुर्गन्ध का सफाया करने के लिए घरेलु नुस्खे
साँसों की बदबू, वह समस्या जो बहुत से लोगों को परेशान करती है, इसके कई अलग-अलग कारण तथा उपचार मौजूद हैं। विस्तार से पढ़ें।

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