एबेकेवीर: एचआईवी ट्रीटमेंट और इसके साइड इफेक्ट के बारे में

सभी दवाओं की तरह, एबेकेवीर भी साइड इफेक्ट की पूरी एक चेन शुरू कर सकता है जिसके बारे में मरीज को यह दवा लेते समय पता होना चाहिए। किसी भी एलर्जिक रिएक्शन के लक्षण से पीड़ित हों तो जल्द से जल्द अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
एबेकेवीर: एचआईवी ट्रीटमेंट और इसके साइड इफेक्ट के बारे में

आखिरी अपडेट: 27 नवंबर, 2019

एबेकेवीर (Abacavir) एक प्रिस्क्रिप्शन ड्रग है जिसका इस्तेमाल एड्स/एचआईवी के इलाज में वयस्कों और तीन महीने से ज्यादा उम्र के बच्चों पर किया जाता है। यह हमेशा ही एचआईवी इंफेक्शन के इलाज के लिए बनी दूसरी दवाओं के साथ दी जाती है।

एबेकेवीर HIV/AIDS के इलाज  के लिए इस्तेमाल होने वाली एक प्रिस्क्रिप्शन मेडिसिन है और यह रिवर्स ट्रांसक्रिपटेस इनहिबिटर, न्यूक्लियोसॉस एनालॉग्स के ग्रुप में आती है।

ये दवाएं असरदार हैं क्योंकि वे एड्स पैदा करने वाले वायरस से निकली एक एंजाइम को ब्लॉक कर सकते हैं जिसे रिवर्स ट्रांसक्रिपटेस कहा जाता है। इस एंजाइम, जो की एक प्रोटीन है, को रोककर ये दवाएं वायरस के प्रजनन को रोकती हैं। इस तरह ये शरीर में वायरस की मात्रा को कम कर सकती हैं।

यह ध्यान रखना बहुत अहम है कि एचआईवी/एड्स की दवाएँ कोई इलाज नहीं हैं। हर रोगी के लिए तयशुदा दवाओं का सही कॉम्बिनेशन लेने से एचआईवी से संक्रमित लोगों को लंबा जीवन जीने में मदद मिल सकती है। इसलिए तयशुदा एचआईवी ट्रीटमेंट रोगियों को तीव्र से क्रोनिक स्थिति तक तो ले जा सकता है, पर यह उन्हें ठीक नहीं करता। हालांकि रोज दवा लेने से भी दूसरों में एचआईवी/एड्स के संक्रमण होने का खतरा कम हो सकता है।

एचआईवी और एड्स क्या हैं?

एबेकेवीर: एचआईवी और एड्स

एबेकेवीर कैसे काम करता है, यह समझने के लिए इस बारे में कुछ बुनियादी बातों को जानना महत्वपूर्ण है कि किसका इलाज क्या किया जाता है: एचआईवी संक्रमण या एड्स का।

बहुत से लोग एचआईवी और एड्स को गड्डमड्ड कर देते हैं। हालाँकि, यह जरूरी है कि उनके बीच फर्क कैसे हो:

  • एचआईवी या ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस (human immunodeficiency virus) एक माइक्रोऑर्गेनिज्म है जो इंसानी शरीर में मौजूद हो सकता है भले ही लक्षण उभरें या नहीं। यह वायरस इम्यून सिस्टम पर हमला करता है, उसे कमजोर करता है। इससे शरीर धीरे-धीरे किसी इंफेक्शन या दूसरी बीमारियों से बचाव करने की अपनी क्षमता खो देता है।
  • वर्षों से एचआईवी से संक्रमित होने पर व्यक्ति में एड्स या अक्वायर्ड इम्यूनोडिफीसिअन्सी सिंड्रोम उभरता है।

आज ज्यादातर लोग जिनमें इस संक्रमण का पता चला है और जो जल्द से जल्द एबेकेवीर जैसी एचआईवी दवाओं का सेवन शुरू करते हैं वे लंबा और भरा-पूरा जीवन जीते हैं।

एड्स कैसे फैलता है?

कुल मिलाकर एचआईवी तब फैलता है जब खून या संक्रमित शरीर से निकलकर तरल पदार्थ किसी दूसरे इंसान के शरीर में जाता है। यह इन कारणों से हो सकता है:

  • असुरक्षित यौन संबंध या सेक्स के दौरान बैरियर मेथड का विफल होना।
  • दवाओं को इंजेक्ट करने या टैटू लेने की सुइयों को शेयर करना।
  • गर्भावस्था, प्रसव या स्तनपान के दौरान मां से बच्चे में ट्रांसमिशन।

एबेकेवीर के साइड इफेक्ट

एबेकेवीर के साइड इफेक्ट

सभी दवाओं की तरह एबेकेवीर भी साइड इफेक्ट्स की पूरी एक चेन को ट्रिगर कर सकता है जो इस दवा को लेने पर ध्यान में रखना चाहिए।

अगर आप किसी एलर्जिक रिएक्शन के निम्नलिखित लक्षणों से पीड़ित हैं, तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लेनाचाहिए और एबेकेवीर लेना बंद कर देना चाहिए:

  • बुखार।
  • रैश।
  • मतली और उल्टी।
  • दस्त और पेट दर्द।
  • अस्वस्थता की भावना।
  • साँस फूलना।
  • खांसी और खराब गला।

एबेकेवीर से लैक्टिक एसिडोसिस

पहले बताए गए साइड इफेक्ट्स के अलावा एबेकेवीर खून में लैक्टिक एसिड को जमा कर सकता है। इस अवस्था में ये लक्षण होते हैं:

  • दर्द और मांसपेशियों में कमजोरी।
  • बांह और पैरों में ठंड लगना या ठंड लगना।
  • सांस लेने में तकलीफ।
  • पेट में दर्द, मतली और उल्टी।
  • तेज धड़कन।
  • चक्कर आना।
  • कमजोरी और थकान।

एबेकेवीर से लिवर की समस्याएं

यह एंटीवायरल दवा लिवर पर गंभीर असर डालने वाली प्रतिक्रियाएं भी ट्रिगर कर सकती है। इसलिए आपको डॉक्टर से बात करनी चाहिए। मरीज को निम्नलिखित लक्षण महसूस हो सकता है:

  • पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द।
  • खुजली।
  • भूख में कमी।
  • गहरे पीले रंग का पेशाब।
  • मिट्टी के रंग का मल।
  • जॉन्डिस (पीलिया): त्वचा और म्यूकस मेम्ब्रेन पर पीला पिग्मेंटेशन।

एबेकेवीर के दूसरे साइड इफेक्ट

इन दुष्प्रभावों के अलावा एबेकेवीर दूसरे साइड इफेक्ट को भी ट्रिगर कर सकता है। इनमें इम्यून सिस्टम में बदलाव या दिल के दौरे या मायोकार्डियल इंफ्रैक्शन का खतरा बढ़ सकता है।

इम्यून सिस्टम में इन बदलावों को इम्यून रेकॉन्स्टिटूशन इन्फ्लेमेटरी सिंड्रोम या आईआरआईएस के रूप में जाना जाता है। आईआरआईएस एक ऐसी स्थिति है जो कभी-कभी तब होती है जब आपका इम्यून सिस्टम एचआईवी की दवा जैसे एबेकेवीर के साथ इलाज के बाद ठीक होने लगता है। जैसे-जैसे आपका इम्यून सिस्टम मजबूत होता है, यह इन लक्षणों का मुकाबला करता है और इससे कई दूसरी प्रतिक्रियाएं दिखती हैं।

निष्कर्ष

एबेकेवीर HIV संक्रमण के ट्रीटमेंट में इस्तेमाल होने वाली दवा है। हालांकि न तो यह और न ही कोई दूसरी एंटीवायरल दवा इस बीमारी के मरीजों को पूरी तरह से ठीक कर सकती है।

ये दवाएं इस बीमारी को तीव्र और तुरंत जीवन के लिए खतरा बनने देने की बजाय उन्हें क्रोनिक और नियंत्रण में रखने योग्य बना देती हैं। नतीजतन एबेकेवीर रोगी को लाइफ क्वालिटी में सुधार करने और लंबे समय तक जीने की सहूलियत दे सकती है।



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