7 पॉजिटिव बातें, इन्हें हर दिन दोहरायें
ये पॉजिटिव बातें बेहद अहम हैं। इन पर बात करने से पहले हम बताना चाहेंगे, अगर आप सच में चाहें, तो अपनी ज़िन्दगी में सबसे अहम व्यक्ति और साथ ही अपने बेस्ट फ्रेंड भी बन सकते हैं। अगर यह वही चीज है जिसकी आपको वाकई ख्वाइश है, तो यह इस बात पर ध्यान देना ज़रूरी है कि आप अपने आपसे किस तरह से कम्युनिकेट करते हैं और हर दिन का मजा कैसे लेते हैं। इसके अलावा आपको कुछ पॉजिटिव बातें अर्थात वाक्यों को दोहराना चाहिए।
इसमें कोई शक नहीं है कि आप आम तौर पर अपने सबसे बुरे आलोचक होते हैं। मुमकिन है कि कुछ गलत करते समय आप खुद ही अपने को दोषी महसूस करते हैं और हर समय अपने उत्साह को कम करते हैं।
लेकिन क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि अगर आप खुद से पॉजिटिव बातें कहना, अपने प्रति ज्यादा दयालु होना शुरू करेंगे तो क्या अंतर आ जाएगा?
तथ्य यह है कि आप सिर्फ इन वाक्यों का इस्तेमाल करके अपने रोजाना की ज़िन्दगी में अहम सुधार कर सकते हैं।
1. मैं अपने ख्वाबों पर यकीन करता हूँ
आपको अपने पर और अपनी तमाम चीजों पर यकीन करना है। याद रखें, मन बहुत ही ताकतवर होता है और आप जिस किसी चीज को संभव मानते हैं, उसे हासिल कर लेने में आपकी मदद कर सकता है, जब तक आप इस पर यकीन करते हैं।
अपने आपको यह बताने से कि मैं अपने ख्वाबों पर यकीन करता हूँ, आपको अपना आत्मविश्वास बढ़ाने में मदद मिलेगी, यहाँ तक कि आप कुछ भी हासिल कर सकते हैं।
अपने लक्ष्यों तक पहुंचने और मनचाहा जीवन जी पाने के लिए आपका अपने ऊपर जो विश्वास है उसे कोई नहीं छीन सकता।
जब आप इस तरह के पॉजिटिव वाक्य दोहराते हैं तो आप अपने मन को वह बनने के लिए ट्रेन करते हैं, जिसे आपने नामुमकिन समझा है।
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2. मैं हर दिन अपना बेहतरीन प्रदर्शन कर रहा हूँ
इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप किसी छोटे या बड़े काम में कामयाब होते हैं। अपनी पसंद की जिंदगी पाने के लिए आपको हर दिन अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की ज़रूरत है।
सफलता एक ऐसी चीज नहीं है जो पूरी तरह से एक बार में आती है। यह छोटी स्टेप्स से बनी होती है।
आपको लगातार खुद को याद दिलाना चाहिए कि एक के बाद एक हर दिन अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देकर आप अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ जाएंगे।
यहां तक कि किसी खराब दिन में भी इस पॉजिटिव वाक्य को कहने से यह आपका ध्यान अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ने के लिए किये गए प्रयासों की सराहना पर केन्द्रित करेगा।
3. मैं जो हूँ, उसके लिए खुद को प्यार करता हूँ
अगली बार जब आप आईने में देखें, एक मिनट के लिए रुकें, अपने को सीधे देखें और कहें “मैं तुमसे प्यार करता हूँ”। हर समय अपने को इस आत्म-प्रेम की याद दिलाएं, आप जिस तरह के हैं, तमाम अच्छाइयों और अपूर्णताओं के साथ वह जो आपको “आप” बनाता है।
खुद को प्यार किए बिना आप अन्य लोगों को प्यार देने की उम्मीद नहीं कर सकते। जिसे आप आईने में देखते हैं, जब आप उसे स्वीकार करना और प्यार करना शुरू करते हैं, तो आप अपने दिल को अपने आस-पास के लोगों से कहीं ज्यादा प्यार और प्रशंसा पाने के लिए खोलते हैं।
यह सब आपके साथ शुरू होता है। इसलिए आप जो हैं उसके लिए आपको खुद को हर दिन प्यार करना चाहिए।
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4. अपनी खुशी का इंचार्ज मैं खुद हूँ: खुद से कहने के लिए एक पॉजिटिव वाक्य
दुःख के समय को सीखने, नए रास्ते अपनाने और ज्यादा मजबूत बनने के मौकों के रूप में लगाना चाहिए।
आपके अलावा किसी में आपको एक सकारात्मक और संतुष्ट व्यक्ति बनाने की ताकत नहीं है। केवल आप ही अपनी खुशी के लिए जिम्मेदार हैं।
अपने बाहर कहीं खुशी पाने की उम्मीद करने पर बहुत से लोग निराश हो जाते हैं, क्योंकि सच्ची खुशी हर व्यक्ति के अंदर होती है।
इसलिए आप इस चौथे सकारात्मक वाक्य को जितनी ज्यादा बार खुद को बतायेंगे, आपको पता चलेगा कि खुश और संतुष्ट होना आप ही पर निर्भर करता है। यह आपको अपनी भावनाओं की जिम्मेदारी लेने में भी मदद करेगा।
5. मैं अपने जीवन की 100% जिम्मेदारी लेता हूँ
अपनी खुशी के लिए जिम्मेदार होने की तरह अपने कार्यों का इंचार्ज होना भी बहुत अहमियत रखता है।
आपको हालात, जीवन की स्थिति या अपने आस-पास के लोगों के बारे में शिकायत करके चीजों की शुरुआत नहीं करना चाहिए। यह बस आपको दुःख देता है।
आप जो जीवन जी रहे हैं उसके लिए कोई भी जिम्मेदार नहीं है। आप खुद ही एक के बाद एक हर दिन के अपने कार्यों और विचारों के जरिये अपनी वास्तविकता बनाते हैं।
इस पांचवें पॉजिटिव वाक्य को दोहराने से अक्सर आपको अपने जीवन पर फिर से कंट्रोल पाने में मदद मिल सकती है।
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6. सबसे अच्छा अभी होना बाकी है
ज़िन्दगी की तमाम पॉजिटिव बातें इस वाक्य के बिना अधूरी हैं, जिसे हर दिन एक प्रेरणा के रूप में दोहराना चाहिए। इस बात पर विश्वास रखना कि भाग्य हमेशा भविष्य में आपके लिए कुछ अच्छा लाएगा, आपको अपना बेहतरीन प्रदर्शन देते रहने के लिए प्रेरित कर सकता है।
हमेशा विश्वास रखें, कल आपके लिए सबसे अच्छे अवसर होंगे। जब आप ऐसा करते हैं तो आप अपने जीवन में ज्यादा सकारात्मक चीजों को आकर्षित करना शुरू करते हैं, उनके लिए पूरी तरह से तैयार भी होते हैं।
7. अपनी ज़िन्दगी के प्रत्येक दिन के लिए मैं आभारी हूँ
ज़िन्दगी के हर दिन की सराहना करें चाहे वह जैसा भी रहा हो। याद रखें, कभी-कभी आपके साथ जो होता है उसे बदलने की ताकत आपके पास नहीं होती है। पर आप उनके प्रति अपना एटीच्यूड बदल सकते हैं।
सभी चीजों, वे चाहे अच्छी रही हों या बुरी, के लिए शुक्रगुजार रहें क्योंकि वे सीखने के अवसर देती हैं। यह हर दिन का हिस्सा होने के लिए आभार को बताता है।
जीवन को इस दृष्टिकोण से देखें तो आपको पता चलेगा, हर दिन का जागना, जिन्दा रहना और अपनी पसंदीदा चीजें करने के काबिल होना एक चमत्कार है।
आपके मन का आपके जीवन पर बहुत कारगर असर हो सकता है। आखिर कहा भी गया है, मन के हारे हार है, मन के जीते जीत। इसलिए अपनी सोच में ये पॉजिटिव बातें शामिल करना इतनी अहमियत रखता है। यदि आप ये पॉजिटिव बातें रोज दोहराने की आदत बनाएं तो एक मुकम्मल और खुशहाल ज़िन्दगी जियेंगे।
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