रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने वाले 7 खाद्य पदार्थ
हो सकता है, अपने इम्यून सिस्टम यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने का ख़याल सिर्फ आपको सर्दियों में आता हो। जबकि आपको पूरे साल एक तंदरुस्त और ताकतवर प्रतिरक्षा प्रणाली की जरूरत होती है।
स्ट्रेस से दूर रहने और बेहतर नींद के अलावा बीमारियों के हमले और उसे फैलने से रोकने में आपके खान-पान की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
आज हम बताएंगे कि आपको अपने आहार में क्या-क्या शामिल करना है जिससे आप बीमारी से बचते हुए रोग प्रतिरोधक क्षमता (immune system) को मजबूत कर सकें।
आपका भोजन और आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता (immune system)
खान-पान का आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है, अच्छा और बुरा दोनों ही।
आप जो आहार लेते हैं अगर उसमें उच्च मात्रा में मैदा (refined flour), वसा और शर्करा है तो आपके शरीर की प्रतिरोधक क्षमता सुदृढ़ नहीं हो पाएगी। ऐसे आहार से वायरस और बैक्टीरिया के आक्रमण की गुंजाइश बढ़ जाती है।
वहीं अगर आप मौसमी फल या सब्जियां अपने आहार में लेते हैं, तो आपका शरीर स्वयं हानिकारक सूक्ष्म जीवों से होनेवाली बीमारियों से लड़ने में समर्थ हो जाएगा।
इसके अतिरिक्त वसायुक्त भोजन कम खाने से वजन पर नियंत्रण पाने के साथ-साथ आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली भी बेहतर हो जाएगी।
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रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए हमें कैसा भोजन करना चाहिए?
सही भोजन करना कई कारणों से आपके लिए अच्छा है, खासतौर से अगर आप बीमार नहीं पड़ना चाहते।
एक बैलेंस डाइट आपके शरीर को विटामिन और मिनरल प्रदान करता है, जो कोशिकाओं की आयु बढ़ने और फ्री रेडिकल्स से लड़ने के लिए ज़रूरी हैं।
हर मौसम की शुरुआत में आवश्यक कदम उठाने के लिए तैयार रहें ताकि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़े और आप बीमार ना पड़ें।
अगर आप फ्लू, सर्दी और गले में खराश (अन्य बीमारियों के साथ-साथ) से बचना चाहते हैं तो कुछ खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शमिल करें।
अदरक (Ginger)
फ्लू के लक्षण या सर्दी से आपकी नाक अक्सर बंद हो जाती होगी। आपकी दादी ने भी शायद अक्सर आपसे कहा होगा अदरक वाली चाय पीने के लिए। आपकी दादी गलत नहीं कहती थीं।
यह जड़ एशिये पाक काला में प्रायः प्रयोग की जाती है, जो आपके लिए बहुत हितकारी है। अदरक को सदियों से प्राकृतिक औषधि का हिस्सा माना जाता रहा है।
इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट का कमाल है कि संक्रमण से लड़ने और कोशिकीय स्वास्थ्य को सुधारने में अदरक का जवाब नहीं।
इस जड़ के फायदे का आनंद लेने के लिए इसका छिड़काव अपने भोजन पर करें या इसकी चाय बनाकर पिएं।
सामग्री
- 1 कप पानी (250 मिलीलीटर)
- आधा चम्मच कसा हुए अदरक (2 ग्राम)
- 1 बड़ा चम्मच शहद (25 ग्राम)
तैयार करने की विधि
- पानी को गर्म करें। खौलने पर इसमें अदरक डाल दें।
- 5 मिनट तक खौलने दें, फिर आंच बंद कर दें और ढक कर छोड़ दें।
- छान कर इसमें शहद मिलाएं और जितना गर्म पी सकें, पिएं।
प्रोपोलिस (मधुमक्खी गोंद)
यह दूसरा ऐसा तत्व है जिसका उपयोग मधुमक्खियां अपने रोजमर्रा के जीवन में करती हैं। (खासतौर से छत्ते की छेद को बंद करने के लिए)
प्रोपोलिस एक ऐसा खाद्य है जिसमें एमिनो एसिड, विटामिन, आवश्यक तेल और बायोफ्लैविनोइड्स उच्च मात्रा में पाए जाते हैं। इसका मतलब है कि यह स्वास्थ्य के लिए उपकारी हो सकता है।
कुछ लोगों का कहना है कि बार-बार सांस संबंधी दिक्कत हो तो प्रोपोलिस खाने की सलाह दी जाती है। जब आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कुछ कारणों से कमजोर पड़ने लगे (पारिवारिक समस्या, तनाव या अवसाद आदि) और आप बीमारी की चपेट में आने-आने को हों तो प्रोपोलिस खाएं।
चिकेन सूप
यह घर में बनी एक दूसरी औषधि है जिसे हमारी दादी – नानी, जब हम बचपन में फ्लू से ग्रसित ही जाते थे, तो पीने को देती थीं।
गरमागरम चिकेन शोरबा या सूप में यह गुण है कि जब आप सर्दी से परेशान हों तो यह आपकी बंद नाक को खोलकर आराम पहुंचाता है।
यह शारीरिक तापमान बढ़ाता है, ग्रंथि से निकले पदार्थ को नरम करता है। यह आपको नम (हाइड्रेट) भी रखता है।
दही
दही में विभिन्न प्रकार के ‘उपकारी बैक्टेरिया ‘ होते हैं जो आपकी आंतों का ध्यान रखते हुए आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता की भी सुरक्षा करते हैं।
दही के साथ ही हम आपको केफिर या अन्य खमीरयुक्त खाद्य पदार्थ की सलाह देते हैं। इन उत्पादों में पाया जानेवाला प्रोबायोटिक वायरस और जीवाणुओं से लड़ता है।
ग्रीन टी
यह एशिया की सबसे प्रचलित चाय है जो आपके शरीर को पॉलीफेनॉल नाम का शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट प्रदान करती है।
इसमें आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने की क्षमता होती है।
इसमें पाया जाने वाला कैटेचिन (catechins) जो एक प्रकार का रासायनिक यौगिक है, फ्लू वायरस के विरुद्ध आपकी मदद कर सकता है। ग्रीन टी की शक्ति को बढ़ा देने के लिए हम इसमें शहद की मिठास घोलने की सलाह देंगे।
लहसुन (Garlic)
एक गांठ लहसुन रोज खाएं, डॉक्टर को दूर भगाएं! अपने ऐसा कभी सुना है?
एक विशेष और तीव्र सुगंध के अलावा लहसुन में एलिसिन नाम का सल्फ्यूरिक कम्पाउंड होता है, जो आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है।
लहसुन का प्रयोग हर तरह के व्यंजन में किया जा सकता है। फ्लू,सर्दी और गले की खराश को दूर करने में आप इसके फायदेमंद गुणों का लाभ उठा सकते हैं।
इस आलेख को देखें : खाली पेट में लहसुन और शहद के आश्चर्यजनक फायदे
पालक (Spinach)
यह पोपेये (एक प्रसिद्ध अमरीकी काल्पनिक कार्टून चरित्र) की तरह आपको ताकतवर बनाएगा और बीमार होने से भी बचाएगा।
पालक एक ऐसा उत्कृष्ट खाद्य है जिसका सेवन आप कई प्रकार से कर सकते हैं, जैसे टार्ट, स्मूदी, भरावट, सलाद आदि।
इसका स्वादिष्ट हरा पत्ता विटामिन C और फोलिक एसिड का बड़ा स्रोत है। यही वजह है कि यह आपकी प्ररोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है और कोशिकाओं की मरम्मत करता है।
यहां तक कि यह आपके शरीर को हाइड्रेट रखते हुए ऊर्जा के स्तर को बनाए रखता है।
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