कसे हुए सुडौल ब्रेस्ट के लिए 6 नियम

कुछ ख़ास एक्सरसाइज और अच्छी डाइट कसे हुए सुडौल ब्रेस्ट बनाए रखने की कुंजी है। अपना पॉस्चर रखना भी बहुत ज़रूरी है।
कसे हुए सुडौल ब्रेस्ट के लिए 6 नियम

आखिरी अपडेट: 28 अप्रैल, 2019

महिलाओं की एक बड़ी चिंता स्वाभाविक रूप से ही अपने स्तनों के बारे में होती है। वे चाहती हैं, ये हमेशा शानदार दिखें। इस मामले में ये 6 नियम कसे हुए सुडौल ब्रेस्ट बनाए रखने में अहम सिद्ध होंगे। इसमें बहुत प्रयास नहीं लगता। लेकिन आपको इन्हें रेगुलर करने की ज़रूरत होगी।

1. ठंडा शॉवर लें : यह कसे हुए सुडौल ब्रेस्ट बनाए रखने की अहम कुंजी है

ठंडा शॉवर लें : यह कसे हुए सुडौल ब्रेस्ट बनाए

ठंडे पानी से नहाना वह नुस्खा है, जिसकी आपको जरूरत है। यह आपकी त्वचा को मजबूत और कड़ा रखता है। हालाँकि, यदि सर्दियों में इस आदत को बनाए रखना मुश्किल लगे तो उन दिनों यह उपाय आज़माएँ :

  • अपने बस्ट पर बर्फ के टुकड़े रखने या कोल्ड कॉम्प्रेस से भी काम चलेगा। इस ट्रिक का आपकी त्वचा पर ठंडे पानी वाका ही प्रभाव पड़ेगा।

2. आपका पॉस्चर बहुत अहम है

आपका पॉस्चर कसे हुए सुडौल ब्रेस्ट के लिए बुनियादी अहमियत रखता है। इस बारे कभी न भूलें! जब आप अपनी पीठ को कूबड़ की तरह झुका लेती हैं, तो यह न सिर्फ स्तनों का आकार छोटा कर देता है, बल्कि इस हिस्से में मांसपेशियों को भी रिलैक्स करता है, जिससे ये मसल्स इसी गलत पॉस्चर की आदी हो जाती हैं।

अपने कंधों को सीधा तना हुआ और पीछे की ओर खींच कर रखना सबसे अच्छा है। यह आपकी मांसपेशियों के साथ-साथ आपकी सही आकृति के लिए भी सबसे अच्छा पॉस्चर है।

3. अच्छी फिटिंग वाली ब्रा पहनें

कसे हुए सुडौल ब्रेस्ट : फिटिंग वाली ब्रा

महिलाओं के लिए गलत साइज़ की ब्रा पहनना असामान्य नहीं है। हालाँकि, ऐसी ब्रा ढूंढनी चाहिए जो वास्तव में आपके स्तनों पर पूरी तरह से फिट हो और बिना बहुत टाइट हुए उन्हें सपोर्ट करती हो।

  • याद रखें कि ब्रा भले ही आपके बस्ट को ऊपर उठाती है और आपको एक सेक्सी बस्टलाइन देती है, लेकिन अगर वह बहुत टाइट है तो वास्तव में स्तनों के लिए नुकसानदेह है।
  • यह असहज होने के अलावा ब्लड सर्कुलेशन में रुकावट डालती है।

4. एक्सरसाइज करते वक्त पॉस्चर सही रखें

कसे हुए सुडौल ब्रेस्ट : एक्सरसाइज

एक्सरसाइज करते समय पॉस्चर ठीक होना बहुत महत्वपूर्ण है। किसी भी तरह का व्यायाम आपके फिगर और आपकी पूरी सेहत के लिए अच्छा है, लेकिन अगर आप इसे ठीक मुद्रा में न करें तो इसका नतीजा आपकी बस्ट के लिए उल्टा हो सकता है।

  • ध्यान रखें, अचानक किया गया मूवमेंट संवेदनशील टिशू को क्षति पहुँचाता है।
  • पहली बात यह है कि एक्सरसाइज के लिए सही कपड़े पहनकर ही व्यायाम करें और बिना स्पोर्ट्स ब्रा के दौड़ने न जाएं।
  • एक्सरसाइज के दौरान अपने पॉस्चर पर निगाह रखें।

5. धूप में सावधानी बरतें

कसे हुए सुडौल ब्रेस्ट : धूप

बहुत ज्यादा धूप और स्तनों को दृढ़ रखने के बीच कोई स्पष्ट संबंध आसानी से नहीं दिखता, लेकिन यह सच है। बहुत अधिक धूप में रहना, विशेष रूप से सनस्क्रीन का उपयोग किए बिना, आपकी त्वचा को रूखा-सूखा बनाता है और इलास्टिसिटी को नुकसान पहुँचाता है

इसलिए यह हमेशा सनस्क्रीन लगाने की सिफारिश की जाती है। यह आपके स्तनों को दृढ़ रखने की कुंजी है।

6. एक्सरसाइज करें

कुछ ऐसे व्यायाम हैं जो आप कसे हुए सुडौल ब्रेस्ट बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। यहां उनमें से कुछ हैं:

चक्रासन

कसे हुए सुडौल ब्रेस्ट : चक्रासन

यह पीछे की ओर उल्टे पुल (back bridge) की ही एक वैरियेशन है। यह एक योग मुद्रा है जो आपकी छाती, रीढ़ और गर्दन की जबरस्त स्ट्रेचिंग कराती है। चक्रासन थकान और सिरदर्द को दूर करने में मदद करता है

कैसे करें

  • चेहरे को आसमान की ओर रखते हुए पीठ के बल लेट जाएँ। पैरों को खोलकर कंधे की चौड़ाई के बराबर अलग करें।
  • श्वास लें और ऐसे स्ट्रेच करें कि पीठ, गर्दन, छाती, पेट, कूल्ह और पैर बिलकुल तन जाएँ।
  • अपने हाथों को सिर के नीचे रखें इस तरह कि उंगलियां कूल्हों की ओर दिखाएँ। साँस छोड़ते हुए जितना तक हो सके छाती और कूल्हों को ऊपर उठाएं।
  • अब बाहों को एकदम सीधा करने की कोशिश करें। इस तरह आपका पूरा शरीर एक गोलाकार चक्र के रूप में दिखेगा और आपका पूरा भार आपके दोनों हाथों और पैरों पर टिका होगा। 30 सेकंड इसी मुद्रा में रहें। इस आसन को करने में सावधानी बरतें जिससे कहीं अनावश्यक  चोट का शिकार होने से बचा जा सके।

उष्ट्रासन

कसे हुए सुडौल ब्रेस्ट : उष्ट्रासन

ऊंट की मुद्रा (camel pose) के रूप में जाना जाने वाला यह योग आसन चक्रासन की तरह ही बहुत फायदेमंद है, और पीठ दर्द से राहत देने के साथ-साथ फेफड़ों की क्षमता बढ़ाने और छाती को मजबूत करने में बड़ी मदद करता है।

कैसे करें

  • अपने पैरों को जोड़े रखकर झुक जाइए।
  • पीठ को धनुष की तरह मोड़ें और हाथों को अपनी एड़ी पर रखें। किसी चोट से बचने के लिए हड़बड़ी न करें और इसे धीरे-धीरे करें।
  • पीठ को धनुष की तरह मोड़ते हुए रिब वाले हिसे को फैलाएं। सिर को नीचे की ओर रखना न भूलें।
  • इस अभ्यास के प्रभावी होने के लिए इस मुद्रा में 30 सेकंड रहें।

यह पाठ केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए प्रदान किया जाता है और किसी पेशेवर के साथ परामर्श की जगह नहीं लेता है। संदेह होने पर, अपने विशेषज्ञ से परामर्श करें।