5 संकेत जो बताते हैं, आप टॉक्सिक व्यक्ति हैं
हमने आपके जीवन में मौजूद हर तरह के टॉक्सिक व्यक्ति के बारे में बहुत कुछ लिखा है। लेकिन क्या हो यदि वह टॉक्सिक व्यक्ति आप खुद हैं?
टॉक्सिक व्यक्ति वह होता है जो अपने को जहरीला बना लेता है, और अपना ही नुकसान कर लेता है।
किसी अन्य व्यक्ति की बुराइयां देखना हमेशा ज्यादा आसान होता है। लेकिन शायद आपके रिश्ते या अन्य लोग आपको नुकसान पहुंचा रहे हैं क्योंकि आप इसे होने दे रहे हैं।
हो सकता है, आपके काम और आपके फैसले उससे कहीं ज्यादा नेगेटिव हैं जितना आप सोचते हैं। आज हम चाहते हैं, आप उन पांच संकेतों को जानें जो बताते हैं, आप एक टॉक्सिक व्यक्ति में बदल रहे हैं।
1. ऐसे व्यक्ति के साथ रहना जो आपको तकलीफ देता है
आप उस व्यक्ति को अपनी बगल में क्यों रखते हैं जो आपको इतना नुकसान पहुंचा रहा है? यदि आप इसे जारी रहने की अनुमति देते हैं तो यह उस व्यक्ति की गलती नहीं है, यह आपकी है!
आप एक साथ रहने के लिए नहीं बने हो सकते हैं। हो सकता है, आपकी उसके साथ इसलिए नहीं बनती है क्योंकि आप दोनों दुनिया को एक तरह से नहीं देखते हैं या आपके मूल्य एक जैसे नहीं हैं। उनकी अवमानना के बावजूद आप उन्हें अपनी बगल में रखते हैं।
जब आप इस तरह से व्यवहार करते हैं तो आप एक टॉक्सिक व्यक्ति होते हैं। शायद दूसरों के संबंध में नहीं, बल्कि निश्चित रूप से खुद के लिए।
आप अपनी परवाह नहीं कर रहे हैं या उस जहारीलेपन से अपनी सुरक्षा नहीं कर रहे हैं जो आपके रिश्ते में रिस गई है। इससे भी ज्यादा नुकसानदेह यह है कि आप अपनी बगल वाले व्यक्ति की हिफाजत करते हैं यह जानते हुए कि वह आपको नष्ट कर रहा है।
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2. गलतियों के लिए खुद को दोषी ठहराना
कोई भी परफेक्ट नहीं है और हम सभी गलतियां करते हैं। इसलिए उन्हें सीखने के अवसरों के रूप में देखना शुरू करना और फिर आगे बढ़ना जरूरी है।
यदि आप ऐसा करने में सक्षम नहीं हैं और लगातार अपने अतीत की गलतियों के लिए खुद को धिक्कारते रहते हैं तो आप खुद को तकलीफ दे रहे हैं, अपने को आगे बढ़ने से रोक रहे हैं।
साफ़ है कि आप एक पूर्णतावादी या परफेक्शनिस्ट बन गए हैं, और खुद से बहुत ज्यादा की डिमांड कर रहे हैं।
आप अपने साथ इतने सख्त हो गये हैं कि कोई भी गलती, चाहे वह जितनी भी छोटी हो, आपके लिए बहुत गंभीर हो जाती है।
अपनी गलतियों को स्वीकार करना सीखें और उनके लिए खुद को दोष न दें। गलत होना एक पॉजिटिव चीज है, इसलिए अपनी गलतियों को वह टॉक्सिक पावर न दें।
3. अपनी भावनाओं को दबाना टॉक्सिक व्यक्ति होने का एक संकेत है
जीवन की सच्चाई के लिए धन्यवाद, हो सकता है आप कुछ जटिल रिश्तों से गुजर चुके हों जिनमें आपको बहुत नुकसान हुआ हो। इसलिए आपको अपनी हिफाजत करने के लिए शायद अपनी भावनाओं को दबाना पड़ा हो।
आपको यह बात नहीं मालूम यह आपकी सोच से कहीं ज्यादा टॉक्सिक है। यदि आप अपनी भावनाओं को अनदेखा करते हैं, उन्हें दबाते और जज्ब करते हैं तो और नेगेटिव भावनायें घर करने लगती हैं।
आपको बिना डरे उन्हें व्यक्त करना सीखना है। जिंदगी में रिस्क लेना ही पड़ता है। भावनायें मुरादों और इच्छाओं की तरह हैं – वे ट्रांसमिट होती हैं।
यदि आप अपनी भावनाओं को दबाते हैं तो कभी न कभी वे आपको नष्ट कर देंगी। आप एक उदास व्यक्ति बन जायेंगे जो प्यार करने या प्यार पाने के काबिल नहीं होगा। इसलिए इससे बचने के लिए जो महसूस करते हैं उसे व्यक्त करें।
4. निराशावादी होना
जीवन हमेशा आसान नहीं होता है। लेकिन निराशावादी एटिच्यूड अपनाना बहुत बुरी चीज है। यह आपकी पर्सनलिटी में दिखाई देगा और आप दूसरों में भी यह भावना फैलायेंगे।
इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपका जीवन कितना मुश्किल है। निराशावादी एटिच्यूड इसे बेहतर नहीं बनायेगा। इससे आप हालात को निश्चित रूप से और खराब कर लेंगे।
निराशावादी और शिकायत करने वाले लोग सबसे जहरीले लोगों में से हैं। क्या आप उनमें से एक बनना चाहते हैं?
आशावाद को अपना सबसे अच्छा दोस्त बनने दें, और खुद को जहरीले बनने से रोकें।
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5. दूसरों को हमेशा प्राथमिकता देना
अपने बारे में सोचने से आप एक स्वार्थी व्यक्ति नहीं बनते हैं बल्कि ऐसा व्यक्ति बनते हैं जो अपने को प्यार करता है और अपनी हिफाजत करता है।
हमें इस बात की आदत है कि हमें हमेशा दूसरों के कल्याण के बारे में सोचना चाहिए। लेकिन हमारे अपने बारे में क्या?
जब आप अपना एटिच्यूड बदलते हैं तो आप दूसरों को एक स्वार्थी व्यक्ति की तरह लग सकते हैं। आप खुद भी ऐसा महसूस कर सकते हैं।
लेकिन आप यह नहीं जानते हैं, इससे आप कम टॉक्सिक व्यक्ति बन रहे हैं।
एक दिन अनजाने में ही आप खुद एक जहरीले व्यक्ति में बदल सकते हैं। आप यह नहीं समझते हैं, टॉक्सिक लोग न केवल अपने आसपास के लोगों को बल्कि खुद को भी प्रभावित करते हैं।
अपने आप को जांचना सीखें और अपने बारे में उन चीजों को जानने से न डरें जो आपको पसंद नहीं हैं। हम सब गलतियां करते हैं लेकिन हमारे पास उन्हें ठीक करने की ताकत है।