जैंथिलास्मा: आंखों के आस-पास सफेद धब्बे
यह मुमकिन है कि आपने कभी भी जैंथिलास्मा के बारे में नहीं सुना हो। ये आंखों के आस-पास छोटे सफेद धब्बे होते हैं जिनका अगर इलाज नहीं किया जाये तो ये बहुत ही भद्दे, अहानिकर या बिनाइन ट्यूमर बन जाते हैं।
ये फैट के छोटे संचय पलकों, आंसू की नलिकाओं या आंखों के सॉकेट के आस-पास दिखाई देते हैं। जब रोगी इन सफेद धब्बों को देखते हैं तो वे आम तौर पर बहुत ही आश्चर्यचकित होते हैं।
बहुत से लोग उन्हें उम्र बढ़ने या धूप के नुकसानदेह असर के साथ जोड़ते हैं। महिलाओं के मामले में उन्हें सिर्फ छोटे-छोटे दोष मानते हैं जिनको मेकअप के साथ ढका जा सकता है।
लेकिन आंखों के आस-पास के ये छोटे सफेद धब्बे आगे चलकर उभार बन जायेंगे। कुछ मामलों में वे बहुत बड़े हो जाते हैं और रोगियों को सर्जरी का सहारा लेना पड़ता है।
आज हम समझाएंगे, ये क्यों बनते हैं। यदि आपको आंखों के आस-पास कुछ सफेद धब्बे दिखाई दें तो आपको क्या करना चाहिए।
जैंथिलास्मा और कोलेस्ट्रॉल
हमने आपको पहले ही फर्स्ट क्लू दे दी है: कोलेस्ट्रॉल। ये छोटे बिनाइन ट्यूमर कोलेस्ट्रॉल एस्टर के लिए ऑर्गनिक डिपॉजिटरी के रूप में कार्य करते हैं। यह प्रत्यक्ष और ध्यान खींचने वाली प्रतिक्रिया है जो आपको बताती है, आपके शरीर में कुछ गड़बड़ है।
ये सफेद धब्बे अन्य क्षेत्रों में भी दिखाई दे सकते हैं। बहुत से लोग उन्हें अपने घुटनों , हाथों या पैरों पर देखते हैं। उन मामलों में वे पीताबुर्द के नाम से जाने जाते हैं।
हम नीचे और जानकारी देंगे।
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क्या आंखों के आस-पास के ये सफेद धब्बे खतरनाक हैं?
जैंथिलास्मा बिनाइन घाव हैं जो लगभग हमेशा रक्त प्रवाह में उच्च कोलेस्ट्रॉल के स्तर के कारण होते हैं।
- जैंथिलास्मा अपने आपमें गंभीर नहीं है या एक निश्चित प्रकार के स्किन ट्यूमर से संबंधित भी नहीं है।
- लेकिन अगर यह उच्च कोलेस्ट्रॉल का प्रत्यक्ष लक्षण है, तो हाँ, यह एक गंभीर दशा है।
- इसलिए आपको चेकअप और ट्रीटमेंट करवाने के लिए अपने डॉक्टर से मिलना चाहिए और एक ऐसी डाइट अपनानी चाहिए जो आपके कोलेस्ट्रॉल को कम करेगा।
- इसलिए भले ही जैंथिलास्मा “घातक” नहीं हैं, उनकी उपस्थिति का कारण वास्तव में काफी खतरनाक है।
- यदि जैंथिलास्मा पहले से ही बन गया है तो इसका मतलब है कि आपको दिल की बीमारी होने का रिस्क काफी बढ़ गया है।
जैंथिलास्मा एक या दोनों आंखों पर दिखाई दे सकते हैं। ये हलके पीले या सफेद रंग के धब्बे त्वचा की ऊपरी परतों पर पाए जाते हैं और आंखों के मूवमेंट या दृष्टि को प्रभावित नहीं करते।
ये अन्य त्वचा रोगों के कारण भी हो सकते हैं
डर्मेटोलॉजिस्ट बताते हैं, आंखों के आस-पास के ये धब्बे या उभार हमेशा उच्च कोलेस्ट्रॉल से 100% नहीं जुड़े होते। एक छोटी संभावना है कि आप जैंथोग्रैनुलोमटोसिस नाम की बीमारी से पीड़ित हैं।
- यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें डर्मिस लेयर फैट इकठ्ठा करती है। इसमें रोगियों की आंखों के आस-पास और पैरों पर एकदम त्वचा के नीचे कई फर्म और फैटी नोड्यूल का बनना आम बात है।
- जैंथोग्रैनुलोमटोसिस बेहद दुर्लभ बीमारी है।
जैंथिलास्मा का इलाज क्या है?
सबसे पहले, जैसा कि हमने ऊपर बताया, आपको डॉक्टर के पास जाकर यह पता करना चाहिए कि जैंथिलास्मा का क्या कारण है।
आम तौर पर कोलेस्ट्रॉल इस त्वचा की असामान्यता के पीछे होता है इसलिए सही ट्रीटमेंट का पालन करना बहुत जरूरी है।
फिर आप उनके रूप को सुधारने की कोशिश कर सकते हैं। यह न भूलें कि जैंथिलास्मा आपके चेहरे के लुक को बदल देते हैं और बहुत बदसूरत होते हैं।
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इनके लिए कई तरह के ट्रीटमेंट हैं। आपका स्किन स्पेशलिस्ट आपको बता पायेगा कि आपके लिए कौन सा ऑप्शन सबसे अच्छा है।
सर्जरी
इनमें से कुछ फैटी डिपॉजिट काफी बड़े हो सकते हैं, इस बात को ध्यान में रखते हुए सर्जरी इसका सबसे आम उपचार है। लेकिन यह न भूलें कि सर्जरी भी अपना निशान छोड़ सकती है। आपकी पलकों या आंखों के नीचे की त्वचा बहुत नाजुक है और कभी-कभी सर्जरी के बाद दाग रह सकता है।
ट्राइक्लोरोएसिटिक एसिड पील और CO2 लेजर
ये तकनीकें दाग पड़ने की संभावना को कम करती हैं। वे सिर्फ त्वचा के रंग को हलका कर देती हैं क्योंकि उनकी वजह से छोटे बर्न्स होते हैं।
एन डी: YAG लेजर
यह सर्जरी का एक और विकल्प है जो घावों को कम करने या हटाने के लिए लेजर का उपयोग करता है।
लेकिन सबसे गंभीर मामलों में आंखों के आस-पास के क्षेत्र की मरम्मत के लिए अक्सर छोटे स्किन ग्राफ्ट की जरूरत होती है।
सर्जरी या लेजर ट्रीटमेंट समस्या का समाधान नहीं है: आपको ज्यादा जागरूक होने की जरूरत है।
निष्कर्ष निकालने के लिए हम एक बार फिर दोहराएंगे, जैंथिलास्मा बिनाइन ट्यूमर है जो उपयुक्त हस्तक्षेप के साथ गायब हो जाते हैं। लेकिन आपको अपने स्वास्थ्य और रक्त कोलेस्ट्रॉल के स्तर पर ध्यान देने की जरूरत है।
कई स्टडी के मुताबिक जब किसी व्यक्ति को जैंथिलास्मा दिखाई देना शुरू करते हैं तो वह शॉर्ट या मध्यम अवधि में दिल की समस्याओं से पीड़ित होना भी शुरू कर सकता है। यह याद रखना जरूरी है!
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