नोवाल्जिन की खासियत और इसका इस्तेमाल
नोवाल्जिन वह दवा है जो मेटामाइज़ोल (metamizole) या डाइपाइरोन से बनी है। यह पाइरोजोलोन ग्रुप से जुड़ी है और इसमें एनाल्जेसिक और एंटीपायरेटिक असर है। हालांकि नोवाल्जिन में कम शक्तिशाली एंटी इन्फ्लेमेटरी और स्पैज्मोलाइटिक गुण भी हैं। इस आर्टिकल में आप नोवाल्जिन की विशेषताओं और इसके इस्तेमाल की खोज कर सकते हैं।
नोवाल्जिन कैसे काम करता है
इस ग्रुप की दूसरी दवाओं की तरह मेटामाइज़ोल और डाइपाइरोन साइक्लो-ऑक्सीजनेज़ के एक्शन कोप ब्लाक करने का काम करते हैं। इसलिए यह अपने दर्दनाशक और एंटीपीयरेटिक गुणों की बदौलत प्रोस्टाग्लैंडीन सिंथेसिस को रोकता है।
हालांकि इस तथ्य के बावजूद कि इसके मेटाबोलाइट भी एक्टिव हैं और प्रोस्टाग्लैंडीन सिंथेसिस को रोकते हैं, इसकी एंटी इन्फ्लेमेटरी एक्टिविटी बहुत ज्यादा नहीं है।
इसके अलावा मेटामाइज़ोल गैस्ट्रोइंटेसटाइन और युटेरस की मांसपेशियों की एक्टिविटी को रिलैक्स करता है। डाइपाइरोन या मेटामिज़ोल को मुंह से, मांसपेशियों और नसों के रास्ते दिया जा सकता है।
लिवर तेजी से नोवाल्जिन का मेटाबोलिज्म करता है। वहां यह एक्टिव मेटाबोलाइट में बदल जाता है जो पेशाब के रस्ते बाहर निकल जाते हैं।
नोवाल्जिन के उपयोग
नोवाल्जिन का इस्तेमाल चोट या ऑपरेशन के बाद होने वाले दर्द और ऐंठन के इलाज के लिए किया जाता है। डॉक्टर इसे तेज बुखार के मामलों में भी लिखते हैं जब दूसरे उपायों या एंटीपायरेटिक दवाओं से नहीं संभलते हैं।
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खुराक
इसकी खुराक आवश्यक एनाल्जेसिक असर और रोगी की स्थिति पर निर्भर करता है। आमतौर पर वयस्कों के लिए इसकी खुराक शरीर के वजन के हिसाब से 8 और 16 मिलीग्राम/किग्रा के बीच होती है।
पैरेंट्रल एडमिनिस्ट्रेशन से ऐनफलैक्टिक रिएक्शन का जोखिम जुड़ा है। बच्चों में बुखार का इलाज करने के लिए डॉक्टर शरीर के वजन के हिसाब से 10 मिलीग्राम/किलो की खुराक दे सकते हैं।
दर्द से राहत और बुखार को कम करने वाले असर 30 से 60 मिनट बाद उभरते हैं। हाइपोटेंशन के खतरे के कारण डॉक्टरों को 1 ग्राम से ज्यादा के पैरेन्टेरल डोज की सावधानीपूर्वक निगरानी करनी चाहिए।
एक्सपर्ट भी डायबिटीज रोगियों को सिरप के बजाय गोलियां या ड्रॉप लेने की सलाह देते हैं। इसके अलावा किडनी या लिवर फेल्योर वाले रोगियों को इसकी हाई डोज लेने से बचना चाहिए।
इसके अलावा नोवाल्जिन को निम्नलिखित स्थितियों में नहीं लेना चाहिए :
- पाइरेजोलोन के प्रति अतिसंवेदनशीलता
- एक्यूट या क्रोनिक किडनी या लिवर फेल्योर
- खून से जुड़े विकार
- एक्टिव ड्यूडेनल अल्सर
- हार्ट फेल्योर
- गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं
इसके अलावा डॉक्टरों को इलाज के दौरान और समय-समय पर रोगियों का मूल्यांकन करना चाहिए।
प्रतिकूल रिएक्शन
मेटामाइज़ोल या डाइपाइरोन एक दर्द निवारक दवा है, जिसेक अपने जहरीले असर के कारण विशेष रूप से एग्रेनुलोसाइटोसिस (agranulocytosis) के जोखिम के कारण, कई देशों के बाजार से हटा दिया गया था। उपलब्ध जानकारी बताती है कि इसके उपयोग से गंभीर अतिसंवेदनशीलता प्रतिक्रियाएं होती हैं। इसमें शामिल है:
- एग्रेनुलोसाइटोसिस : हालांकि यह बहुत आम नहीं है, यह एक गंभीर और कभी-कभी अपरिवर्तनीय रिएक्शन है। हालाँकि इसका कारण अज्ञात होने पर भी यह एक इम्युनोलॉजिकल रिएक्शन है।
- शॉक : यह भी एक हाइपरसेंसेटिव रिएक्शन है। खुजली, ठंडा पसीना, उनींदापन, नॉजिया, सांस की तकलीफ और स्किन डिस्कलरेशन इसके सिम्पटम हैं ।
एग्रेनुलोसाइटोसिस और शॉक रोगी के जीवन को खतरे में डाल सकते हैं और उन्हें इलाज बंद करने की ज़रूरत होती है। इन मामलों में रोगियों को तुरंत इलाज की ज़रूरत होती है।
इसके अलावा रोगी त्वचा से जुड़ी हाइपरसेंसेटिव रिएक्शन से पीड़ित हो सकता है, विशेष रूप से ओकुलर म्युकस मेम्ब्रेन और नासॉफिरिन्जियल एरिया में। दूसरी नोवाल्जिन रिएक्शन में ल्यूकोपेनिया (leukopenia), थ्रोम्बोसाइटोपेनिया (thrombocytopenia) और हेमोलिटिक एनीमिया शामिल हैं।
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हेल्थ प्रोफेशनल के लिए सिफारिशें
स्पैनिश एजेंसी ऑफ मेडिसिन एंड मेडिकल डिवाइसेस (AEMPS) ने एग्रेनुलोसाइटोसिस के मामलों के बारे में स्पेन में मेटामाइज़ोल की स्थिति का विश्लेषण किया। यह जोर देता है कि लोगों को याद रखना चाहिए कि यह एक दवा है। इसने हेल्थकेयर प्रोफेशनलों को निम्नलिखित सिफारिशें भी की :
- मेटामाइजोल का इस्तेमाल अधिकतम सात दिनों के शार्ट टर्म के लिए करें।
- इस दवा का इस्तेमाल सिर्फ तभी करें जब यह डॉक्टर की सिफारिशों में फिट बैठे।
हालांकि अगर लंबे समय तक इलाज ज़रूरी है, तो आपको नियमित हेमटोलॉजिकल एसेसमेंट की आवश्यकता होगी। इस दवा को उन रोगियों को न लिखें जिनका आप मूल्यांकन नहीं कर सकते हैं।
निष्कर्ष
नोवाल्जिन देने से पहले डॉक्टर को एक विस्तृत मेडिकल हिस्ट्री लेना चाहिए। इसके अलावा उन्हें इस दवा के लिए हाइपरसेंसेटिविटी या हेमेटोलॉजिकल रिएक्शन की हिस्ट्री वाले रोगियों को देने से बचना चाहिए। हमें उम्मीद है, नोवाल्जिन के इस्तेमाल पर यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी होगा।
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