क्या आप अपराधबोध, डर या महज दया की वजह से एक रिलेशन में हैं?
अगर आप वर्तमान में अपराधबोध, अफ़सोस या डर की वजह से रिलेशन में हैं, तो अब यह समय है कि आप खुद से पूछें कि क्यों।
आप शायद खुश नहीं हैं कि आपका रिश्ता प्रेम पर आधारित नहीं है। फिर भी कोई कारण नहीं है कि आप बस चिपके रहें। अगर ऐसा कुछ है तो आप सम्बन्ध ख़त्म भी कर सकती हैं, जैसा कि इस आर्टिकल में बताया गया है।
खुद के भीतर गिल्ट महसूस करने के कई कारण हैं। दूसरा व्यक्ति बहुत अच्छा हो सकता है और रिश्ते में बहुत प्यार भी हो सकता है। आप सोच सकती हैं: मैं इसे कैसे ख़त्म कर सकती हूं और दूसरे व्यक्ति को इतनी तकलीफ कैसे दे सकता हूं? ऐसे में छोड़ने के बजाय आप अपराधबोध की वजह से रिश्ते में बनी रहती हैं।
दूसरी ओर दर का होना एक अलग स्थिति है। इसमें अक्सर एब्यूज शामिल होता है और साथ रहने का प्रेशर होता है।
एक और मसला है जिसमें कोई व्यक्ति भावनात्मक निर्भरता का शिकार होता है।
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अपराधबोध की वजह से रिलेशन में बने रहना कैसे आपको नुकसान पहुँचाता है
अगर आप अपराधबोध या अफ़सोस की वजह से रिलेशन में बनी रहती हैं, लेकिन वास्तव में आप इसे ख़त्म करना चाहती हैं, तो आप रिश्ते में बने रहकर बहुत ज्यादा नुकसान कर रही हैं, भले ही ऊपर से आपको ऐसा न लगे।
दूसरा व्यक्ति किसी ऐसे व्यक्ति के साथ नहीं होगा जो पूरी तरह से ईमानदार नहीं है। आप उन्हें प्यार नहीं कर सकते, लेकिन दया और अपराधबोध आपको वैसा करने से रोकते हैं जो आप चाहती हैं।
मनुष्य के रूप में हममें सहानुभूति की अद्भुत शक्ति है। यह हमारे पक्ष में या उसके खिलाफ काम कर सकता है। जब हम एक साथी को छोड़ना चाहते हैं, तो दूसरे व्यक्ति के आँसू और उदासी हमें बुरा लगते हैं।
हर कोई इससे बचना चाहता है। हालाँकि यह स्वाभाविक है, आपको ऐसा निर्णय लेने से बचना चाहिए जिससे आप दोनों को फायदा न हो।
भले ही हम मानते हैं कि ब्रेकअप में कोई जीत तो नहीं होती है, लेकिन कई बार इससे बहुत कुछ हासिल होता है।
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क्या आप डर के मारे अपने पार्टनर के साथ हैं?
यदि आप डर की वजह से रिश्ते में रहती हैं तो यह बहुत अलग है।
इस डर की जड़ में क्या है? शायद आपने संकेत दिया है कि आप रिलेशन तोड़ना चाहती हैं और उन्होंने आपको धमकी दी है। क्या आप डरती हैं कि वे आपको शारीरिक रूप से नुकसान पहुंचाएंगे? क्या आप अभी इस दौर से गुजर रही हैं?
इस स्थिति में दहशत आपको पैरालाइज कर सकता है। फिर भी चीजों को ठीक करने के लिए नर्व को हासिल करना बहुत महत्वपूर्ण है।
कई देशों में महिलाओं के लिए इस तरह के संबंधों से बाहर निकलने का सुरक्षित तरीका है। याद रखें: आप छोड़ने का फैसला ले सकती हैं।
भावनात्मक निर्भरता के कारण डर भी हो सकता है। आप डर सकती हैं कि आप अकेली हो जाएंगी और किसी और को साथ नहीं पाएंगी।
यह एक ऐसी समस्या है जो कई लोगों पर असर डालती है और इसके लिए प्रोफेशनल मदद की सहायता की जरूरत हो सकती है। सहायता से आप यह जान सकती हैं कि वास्तव में खुश रहने के लिए आपको किसी की जरूरत नहीं है। नतीजे में आप बिना किसी डर के अपने रिश्ते को ख़त्म कर पाएंगी।
अपनी सेहत के लिए टॉक्सिक रिलेशन से दूर जाएँ
यदि आप अपराधबोध, अफ़सोस या डर की वजह से रिलेशन में हैं, तो यह महत्वपूर्ण है कि आप इसे अपनी सेहत के लिए ख़त्म कर दें।
ये तीन भावनायें इकट्ठे न केवल अपने पार्टनर के साथ समस्याओं को बढ़ायेंगी; रिश्ता भी बहुत ही टॉक्सिक हो सकता है।
यह सब इसलिए होता है क्योंकि आप इसे एक बार और सभी के लिए ख़त्म करने से बचती हैं।
दरअसल अफ़सोस, अपराधबोध या भय महसूस करना स्वाभाविक है, लेकिन उनका सामना करना आपका दायित्व है। आखिरकार उनका मतलब है कि आप अपनी खुशी और दूसरे व्यक्ति को सीमित कर रही हैं।
यदि आप अपराधबोध, अफ़सोस या भय से अपने रिश्ते में बनी रहेंगी तो याद रखें कि इससे आप दोनों को कोई फायदा नहीं होगा। आप देखेंगी कि वास्तव में आप दोनों को इससे बहुत अधिक नुकसान हो रहा है।
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- ¿Qué es la dependencia emociona? http://www.dependenciaemocional.org/definicion.html