4 फल जो कैंसर का खतरा कम कर सकते हैं

भले ही ये फल कैंसर का इलाज नहीं करते हैं, लेकिन वे आपमें कैंसर के विकास का खतरा कम कर सकते हैं और साथ ही आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत कर सकते हैं। इन्हें आज ही अपनी डाइट में शामिल करें!
4 फल जो कैंसर का खतरा कम कर सकते हैं

आखिरी अपडेट: 08 फ़रवरी, 2019

उपलब्ध तमाम खाद्यों में फल सबसे स्वादिष्ट चीजें होते हैं। सबसे अच्छी बात यह है कि सभी फल हमारे शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं। इसके अलावा, ऐसे कई फल हैं जो आपमें कैसर के विकास का जोखिम घटा सकते हैं।

हमारे शरीर को पूरा तंदरुस्त रहने के लिए जो चाहिए, फल वे विटामिन और मिनरल प्रदान करते हैं। कुछ फल इससे भी आगे जाते हैं और मौजूदा सबसे नाजुक बीमारियों में से एक से पीड़ित होने के जोखिम को कम करने में मददगार हो सकते हैं: यह है कैंसर।

कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो हर साल कई लोगों की ज़िन्दगी छीन रही है। इस तथ्य को देखते हुए, हमने आपको कुछ ऐसे फलों की जानकारी देने का निर्णय लिया है जो आपके शरीर में कैंसर का जोखिम कम कर सकते हैं। इस बीमारी से बचाव के लिए आपको अपने आहार में इन फलों को शामिल करना चाहिए।

4 फल जो कैंसर का खतरा कम कर सकते हैं

1. क्रैनबेरी या  करौंदा (Cranberries)

एंटीऑक्सिडेंट से समृद्ध होने के कारण क्रैनबेरी सर्वोत्तम फलों में से एक हैं। क्रैनबेरी में जो विशिष्ट एंटीऑक्सिडेंट है, वह है एंथोसायनिन (anthocyanin)।

दूसरी ओर, ब्लूबेरी में मौजूद एंथोसायनिन, एलाजिक एसिड (ellagic acid) और यूरोलिन (uroline) डीएनए में फ्री रेडिकल्स को कम करते हैं। ये तत्व हानिकारक कोशिकाओं को नष्ट करने में भी मदद करते हैं और मुंह, कोलन, स्तनों और प्रोस्टेट में कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को कम कर सकते हैं।

विटामिन C एक और विटामिन है जो कैंसर के खतरे को कम कर सकता है। इस छोटे और स्वादिष्ट फल में यह प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। यह फ्री रेडिकल्स को पकड़ लेता है और डीएनए कोशिकाओं की रक्षा करता है। साथ ही, यह ट्यूमर के विकास को रोकता है।

अपनी खरीदारी की सूची में क्रैनबेरी को शामिल करना न भूलें। आप इन्हें स्मूदी बनाकर खा सकते हैं, और नाश्ते में यों भी खा सकते हैं।

2. अंगूर (Grapes)

कैंसर का खतरा : अंगूर

जब भी संभव हो अपनी डाइट में अंगूर को जरूर शामिल करें। अंगूर के छिलकों में एक प्राकृतिक यौगिक होता है जिसे रेज्वेराट्रॉल (resveratrol) कहा जाता है जो गहरे लाल और काले अंगूरों में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।

यह साबित हो चुका है कि रेज्वेराट्रॉल ऑर्निथिन डिकार्बोजाइलेज़ की गतिविधि (ornithine decarboxylase) को काफी कम कर देता है। यह एंजाइम कैंसर कोशिकाओं की बढ़ोतरी के लिए जिम्मेदार है। आपके शरीर में यह जितना कम होगा, उतना ही बेहतर होगा।

प्रोस्टेट ग्लैंड में ट्यूमर और स्तन ट्यूमर के विकास के जोखिम को कम करने में अंगूर शायद मदद कर सकते हैं।

3. एवोकैडो ( Avocado)

कैंसर का खतरा : एवोकैडो

बहुत से लोग सोचते हैं, एवोकैडो एक सब्जी है, लेकिन यह वास्तव में एक फल हैं। एवोकैडो एंटीऑक्सिडेंट ग्लूटेन के अद्भुत स्रोत हैं। यह फ्री रेडिकल्स को नष्ट करने और खत्म करने में मदद करता है जो आम तौर पर हमारे डीएनए के म्यूटेशन के लिए जिम्मेदार होते हैं।

एवोकैडो में प्रचुर मात्रा में विटामिन C है। याद रखें कि यह विटामिन फ्री रेडिकल्स को कैद करता है और डीएनए कोशिकाओं की उनसे हिफाजत करता है।

एवोकैडो में पाए जाने वाले (बीटा-कैरोटीन, अल्फ़ा-कैरोटीन, और ज़ेक्सैंथिन) में पाए जाने वाले कैरोटीनॉइड (carotenoids) स्तन, प्रोस्टेट और मुंह के कैंसर के जोखिम को कम कर सकते हैं। एवोकैडो में पाया जाने वाला विटामिन E स्तन कैंसर के खतरे को काफी कम कर सकता है।

अपने सलाद में इस वसायुक्त फल का आनंद लें या अपनी स्मूदी को एक मलाईदार टच दें। अगर आप अपने व्यंजनों को एक दिलचस्प स्वाद देना चाहते हैं, तो थोड़े एवोकैडो ऑयल से खाना पकाने की कोशिश करें।

4. अनन्नास (Pineapple)

कैंसर का खतरा : अनन्नास

अनन्नास उन फलों में से है जो कैंसर के खतरे को कम कर सकते हैं। इस फल में ब्रोमेलैन (bromelain) होता है। यह ऐसा एंजाइम है जो प्रोटीन के विघटन में मदद करता है।

यह अद्भुत एंजाइम अनन्नास पौधे के तने और फल में है।

ब्रोमेलैन भी बहुत एंटीइन्फ्लेमेटरी है और चरम दर्द से लड़ने में मदद कर सकता है। इसका मतलब है कि आर्थराइटिस या गठिया से पीड़ित लोग भी इससे फायदे पाएंगे।

ब्रोमेलैन के एंटीइन्फ्लेमेटरी और थक्कारोधी प्रभाव ( anticoagulant effects ) आपके बचाव की ताकत को बढ़ाते हैं। यह आपके शरीर को कैंसर के खिलाफ लड़ाई में और भी मजबूत बना सकता है।

उन फलों के गुणों का लाभ उठाएं जो कैंसर का ख़तरा घटा सकते हैं, आपको प्राकृतिक रूप से स्वस्थ रख सकते हैं

अपने शरीर को आवश्यक विटामिन और मिनरल प्रदान करने का सबसे अच्छा तरीका फल खाना है। इसलिए उन्हें कभी भी अपने आहार से बाहर नहीं रखना चाहिए।

अगर आपको डायबिटीज जैसी बीमारी है, तो फलों के अपने सेवन को नियंत्रित रखना अहम हो जाता है। हालाँकि, फिर भी आपको अपने आहार में थोड़ी मात्रा में इन फलों को ज़रूर शामिल करना चाहिए।

हमें जो सप्लीमेंट खाने की सिफारिश की जाती है, वे यही विटामिन प्रदान करते हैं। लेकिन फर्क यह है कि फलों में मौजूद विटामिन का कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं होता।


यह पाठ केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए प्रदान किया जाता है और किसी पेशेवर के साथ परामर्श की जगह नहीं लेता है। संदेह होने पर, अपने विशेषज्ञ से परामर्श करें।