कोरोना वायरस कर्व को सीधा करना आपके हाथों में है
11 मार्च को WHO के महानिदेशक टेड्रोस एधेनॉम घेब्रिसस के COVID-19 को महामारी घोषित करने के बाद बहुत बदलाव आया है। हम अभी भी इस बीमारी की रोकथाम की कोशिश में हैं, चिकित्सा संस्थान कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीन खोजने की कोशिश कर रहे हैं, और कई देशों से बहुत विशिष्ट और निर्णायक कदम उठाने का आग्रह किया जा रहा है। वह है, कोरोना वायरस कर्व को फ्लैट या बराबर करना।
लेकिन यह लक्ष्य दरअसल क्या है? व्यापक रूप में देखें तो यह ग्राफ नागरिक जिम्मेदारी की बात करता है। इसमें हमारे नागरिक व्यवहार और वायरस को रोकने की कोशिश में होने वाले सुरक्षा उपायों को ध्यान में रखने की बात है। यह सिर्फ हमारे बारे में ही नहीं है। इसका मतलब दूसरों की देखभाल करना और सबसे महत्वपूर्ण बात यह कि सभी लोगों में सबसे कमजोर लोग, हमारी बुजुर्ग आबादी का ख्याल रखना है।
कई देशों के हेल्थ मिनिस्टर, साथ ही हेल्थ अलर्ट और इमरजेंसी के कोआर्डिनेशन सेंटर के प्रतिनिधि हमें बताते हैं कि इसका लक्ष्य संक्रमित लोगों की संख्या को कम करना है जिससे दबाव में हेल्थ सेवायें धाराशायी न हो जाएँ। इस समय इटली सबसे ज्यादा दबाव में है और एक अभूतपूर्व इमरजेंसी की स्थिति से गुजर रहा है।
लक्ष्य बहुत साफ़ है और हम इसे हासिल कर सकते हैं: हम सभी इसमें हैं और अपने व्यवहार के लिए जिम्मेदार हैं। हमें सरकार और दूसरे आधिकारिक संगठनों की ओर से जारी की जाने वाली नवीनतम गाइडलाइन का पालन करना चाहिए और कोरोना वायरस कर्व को फ्लैट करने की कोशिश करनी चाहिए जिससे स्थिति से निपटने के लिए राष्ट्रीय स्तर या विश्व स्तर पर चल रही मुहीम को कामयाब किया जा सके।
हम कोरोना वायरस कर्व को कैसे सीधा कर सकते हैं
एक बात साफ़ है: COVID-19 के लिए अभी भी कोई वैक्सीन नहीं है। बीमारी के इलाज का कोई तरीका नहीं है और डब्ल्यूएचओ के अनुसार, इन्फेक्शन रेट 1.4 से 2.5 है। इसका मतलब है, हर इन्फेक्टेड आदमी दो से तीन लोगों तक संक्रमण फैला सकता है। इसलिए अहम लक्ष्य संक्रमित होते लोगों की संख्या को कम करना है।
पैनडेमिक या महामारी की स्थिति में, जैसा कि हम इस समय हैं, फैलाव को रोकना महत्वपूर्ण है। इसकी जिम्मेदारी हम सब पर है!
यह काम सिर्फ स्वास्थ्य संस्थानों का नहीं है। संक्रमण फिलहाल जारी रहेगा, लेकिन अगर हम एडवांस रूप से इसमें कमी लायें तो रोजाना के संक्रमण की संख्या कम कर सकते हैं, और धीरे-धीरे इसक बढ़ने का कर्व बराबर होने की ओर जाएगा। इस तरह बीमारी से निपटना बहुत आसान होगा।
आइए देखें, हम कोरोना वायरस कर्व को कैसे फ़्लैट कर सकते हैं।
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यह ग्राफ़ वास्तव में क्या बताता है?
आपको पहले जो देखना चाहिए वह एपिडेमिक ग्राफ पर हॉरिजॉन्टल लाइन है। यह संकट से निपटने के लिए हेल्थ सिस्टम की क्षमता को दर्शाती है। इस तरह संक्रमित कर्व को उस रेखा से ऊपर नहीं जाना चाहिए, क्योंकि यह वह रेखा है जो हमें बताती है कि बीमारों के लिए तेजी से और असरदार मेडिकल केयर देने के लिए जगह है।
इसे और भी बेहतर तरीके से समझने के लिए भीड़-भाड़ वाले घंटे में मेट्रो की कल्पना करें। कभी-कभी गाड़ियां इतनी भर जाती हैं कि ज्यादा पैसेंजर लिए प्रवेश करना असंभव हो जाता है।
यही बात स्वास्थ्य प्रणालियों में भी हो सकती है। यदि संक्रमित लोगों की संख्या अस्पतालों की क्षमता से अधिक है, तो लोगों की पर्याप्त देखभाल नहीं की जा सकती है।
लक्ष्य हमेशा सैचुरेशन लिमिट से नीचे होना चाहिए। इस तरह कोरोनावायरस का प्रभाव कम वायरल होगा और स्थिति से निपटना बहुत आसान रहेगा।
यह ग्राफ कहाँ बना
कोरोनोवायरस कर्व को सीधा करने की ज़रूरत हाल ही में वैज्ञानिक पत्रिका ‘द लांसेट’ में प्रकाशित डॉ. रॉय एंडरसन की एक स्टडी पर आधारित थी।
चीन में जो हुआ है उसका अनुभव हमें उसी तरह का नियंत्रण, रोकथाम और एक्शन प्लान लागू करने की सहूलियत देता है। यह साफ़ है कि यह असरदार रहा है क्योंकि वे कोरोना वायरस पर काबू पाने में कामयाब रहे हैं। अब वहाँ दिन में 10 से भी कम मामले आ रहे हैं, जो वहाँ की आबादी के मद्देनजर अद्भुत है।
हालाँकि एक बात साफ़ है: चीन एक अधिकारवादी सत्ता के अधीन है। उदाहरण के लिए यूरोप जैसे लोकतांत्रिक देशों में कुछ उपायों को अंजाम देना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। एक चीज जो साफ़ है, वह है, सरकार द्वारा तय किसी भी दिशानिर्देश को सख्ती से लागू करना हमारी अपनी निजी जिम्मेदारी है।
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हम सभी जिम्मेदार हैं: कोरोना वायरस कर्व को समतल करना हमारे हाथ में है
कोरोना वायरस कर्व को सीधा करना निश्चित रूप से हमारे हाथों में है। विशेष हाइजीन वाले तरीके से हाथ धोना और एक- दूसरे से उचित दूरी रखना ज़रूरी है।
नागरिक जिम्मेदारी में सबसे कमजोर लोगों की जिन्हें सबसे ज्यादा जोखिम है, उनकी अधिकतम देखभाल है। हमें बुजुर्गों की बीमारियों पर ख़ास ध्यान देने की जरूरत है।
कई संस्कृतियां स्वाभाविक रूप से ही बहुत नजदीकी संबंधों को रखती हैं। कई स्थानों पर किस करते हुए गले लगाकर अभिवादन करना और हाथ मिलाना स्वाभाविक है। हम सामाजिक लोग हैं और दोस्तों और परिवारों से मिलना-जुलना पसंद करते हैं। लेकिन अब चरम उपाय अपनाने का वक्त है।
हमें इस महामारी से निपटने और सुरक्षित करने के लिए अपनी एक्टिविटी और संपर्कों को सुरक्षित रखने और खुद पर थोड़ा लगाम लगाने की ज़रूरत है। COVID-19 ने सिर्फ दो महीनों में 125,000 से ज्यादा लोगों को संक्रमित किया है और हमने लगभग 5000 लोगों को खो दिया है।
ध्यान रखें, यह वायरस जितना धीमा फैलेगा हमारा हेल्थ सिस्टम उतना ही बेहतर ढंग से इससे निपटेगा। आइये अपने महान हेल्थ प्रोफेशनल पर भरोसा करें। साथ ही सबसे ज़रूरी है, समाज में एक जिम्मेदार और परिपक्व तरीके से काम करना।
यह अनिश्चितता का समय है और अपने सर्वश्रेष्ठ को बाहर निकालने का वक्त है। हम इसे कर सकते हैं और यह आपसे ही शुरू होता है!
- Anderson, Roy How will country-based mitigation measures influence the course of the COVID-19 epidemic? The Lancet. Published March 09, 2020 DOI:https://doi.org/10.1016/S0140-6736(20)30567-5