शरीर में आयरन की कमी के दुष्परिणाम

क्या आपको अपने भोजन से पूरा आयरन मिल रहा है? शरीर में इस खनिज की कमी के परिणामों के बारे में जान लीजिये। पता लगाएं कि आपकी सेहत के लिए आयरन कितना अहम है!
शरीर में आयरन की कमी के दुष्परिणाम

आखिरी अपडेट: 22 फ़रवरी, 2019

शरीर में लोहा यानी आयरन  की कमी का सबसे अहम संकेत एनीमिया है। हालांकि लोहे की कमी के कई दूसरे गंभीर परिणाम भी हैं जिन्हें जान लेना चाहिए। अगर आपको लगता है कि खाने में कम आयरन का सेवन कर रहे हैं, तो हम निम्न लक्षणों पर गौर करने की सलाह देंगे।

आयरन की कमी एक ग्लोबल समस्या है

आयरन की कमी एक ग्लोबल समस्या है

इसके अपर्याप्त सेवन के कारण विकसित और अविकसित दोनों देशों में करोड़ों लोग इस पोषक तत्व की कमी के शिकार हैं। किसी को भी लोहे की कमी को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। इसके नतीजे गंभीर होते हैं।

इसके कई कार्यों में जो अहम है, वह यह कि लोहा हीमोग्लोबिन को सही ढंग से काम करने और सभी कोशिकाओं तक ऑक्सीजन ले जाने की सहूलियत देता है। यह स्वास्थ्य के लिए आवश्यक तत्व है। इसके अलावा, चूंकि आयरन हमारे शरीर में कम मात्रा में पाया जाता है, हमें इसे संतुलित भोजन और कई किस्म के खानों से हासिल करना चाहिए।

आयरन दो तरह का होता है:

  • पहला हीम आयरन (haem iron) है जो जानवरों के मांस में पाया जाता है। यह शरीर में बहुत आसानी से अवशोषित होता है।
  • दूसरा है गैर हीम-आयरन (non-haem iron)। यह सब्जियों में पाया जाता है और शरीर द्वारा आसानी से अवशोषित नहीं होता। इसलिए बहुत से शाकाहारी लोग एनीमिया से पीड़ित होते हैं।

आयरन दूसरे कई तरह के शारीरिक कार्यों में भी अहम भूमिका निभाता है। यह :

  • खून से दूसरे तत्वों के निर्माण में भाग लेता है।
  • डीएनए सिंथेसिस में हस्तक्षेप करता है।
  • कोशिका में श्वसन प्रक्रिया का हिस्सा है।
  • रोग प्रतिरोध क्षमता (immune system) को बनाए रखने में सहायक है।

इसके अलावा, लोहा शरीर की कई रासायनिक प्रतिक्रियाओं में भी भाग लेता है और ऊर्जा उत्पन्न करने में अहम रोल रखता है

आपके शरीर में आयरन का लेवल

आयरन की कमी है या नहीं, इसका पता लगाने के लिए आप अपने खून की जांच करा सकते हैं:

  • वयस्क पुरुषों में आयरन की स्टैण्डर्ड मात्रा 80 से 180 माइक्रोग्राम/डेसीलीटर (ug/dl) के बीच होनी चाहिए।
  • वयस्क महिलाओं में यह 60 से 160 माइक्रोग्राम/डेसीलीटर (ug/dl) है।
  • बच्चों के लिए यह 50 से 120 माइक्रोग्राम/डेसीलीटर (ug/dl) है।
  • एक वर्ष से कम उम्र के शिशुओं में इसका मान 100 और 250 माइक्रोग्राम/डेसीलीटर (ug/dl) के बीच होना चाहिए।

यदि आपमें आयरन का स्तर औसत से अधिक है, तो ऐसी बीमारियों के कारण हो सकता है:

  • हीमोक्रोमैटोसिस
  • हेपेटाइटिस
  • हीमोलिटिक एनीमिया
  • आयरन पॉइजनिंग

इसी तरह ऐसी कुछ विशिष्ट परिस्थितियों में आपके आयरन का स्तर घट सकता है:

  • गर्भावस्था
  • कुपोषण
  • कैंसर
  • लगातार रक्त क्षय
  • क्रोनिक हाइपरमेनोरिया (hypermenorrhea)।

आयरन की कमी के दुष्परिणाम (Consequences of Iron Deficiency)

आयरन की कमी के दुष्परिणाम - Consequences of Iron Deficiency

उन संकेतों पर ध्यान दें जो आपको बता सकते हैं कि कहीं आपके शरीर में इस आवश्यक पोषक तत्व की कमी तो नहीं है। यदि आपमें इनमें से कई लक्षण इकट्ठे दिख रहे हैं, तो अपने डॉक्टर से मिलना और ब्लड टेस्ट करवाना ठीक रहेगा।

1. कमजोरी और थकान

आप चाहे जितने घंटे सोयें या दिन में भले ही खूब आराम कर लें, आपको हमेशा सुस्ती और ताकत की कमी महसूस होती है। आपके लिए सुबह उठना मुश्किल होता है और कहीं भी गिरते ही सो जाते हैं। यह कमजोरी और थकान आयरन की कमी के कारण हो सकती है।

दरअसल यह पोषक तत्व ऑक्सीजन को कोशिकाओं में ले जाने की सहूलियत देता है। इसलिए अगर शरीर में यह पर्याप्त मात्रा में नहीं है, तो आपके टिशू को “ईंधन” नहीं मिल पाता। वे उस तरह से काम नहीं कर पाते जैसा उन्हें करना चाहिए।

अतः कम तीव्रता वाली गतिविधियों के बाद भी आपमें जीवनी शक्ति की कमी और अत्यधिक थकान महसूस होगी और इसका सम्बन्ध आयरन की कमी से हो सकता है।

2. कमजोर प्रदर्शन और खराब मूड

खून में आयरन की कमी का हमारे इमोशनल स्टेट पर सीधा असर होता है। इसलिए जब शरीर में आयरन की कमी हो, तो बहुत चिड़चिड़ापन, उदासी या मूडी हो जाना आम बात होती है

इसके अलावा, अगर हम इसमें थकान को जोड़ दें तो परिणाम समझ में आते हैं। वे कामकाज में हमारे प्रदर्शन की समस्याओं से लेकर पढ़ाई पढ़ाई-लिखाई और रोजमर्रा के कार्यों को पूरा करने से जुड़े हो सकते हैं। ध्यान दें कि क्या सबकुछ ही गड़बड़ हो रहा है और आप अपनी एक्टिविटी पर फोकस नहीं कर पा रहे हैं।

लोहे की कमी का स्मृति और एकाग्रता पर नेगेटिव असर होता है। आपको हर चीज में दोगुनी मेहनत करनी पड़ती है। आप जल्दी ही अपनी प्रेरणा खो देते हैं, यहाँ तक कि अपने पसंदीदा कामों में भी।

3. अवर्णता या पैलर ( Pallor)

जब आपको एनीमिया हो, तो आपकी त्वचा का सामान्य से अधिक पीलापन या सफेदी लिए होने की संभावना होती है। कारण यह है कि डर्मिस और म्यूकोसा दोनों ही ऊतक पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं ले पाते हैं। कुछ लोगों की आँखों नीचे एक सफेद रंग भी दिख सकता है (जहां पलकें शुरू होती हैं)।

4. चक्कर आना और मतली (Dizziness and nausea)

आयरन की कमी : Dizziness and nausea

आयरन की कमी और सेल्स को मिलने वाली ऑक्सीजन की मात्रा में कमी के परिणामों में से एक है, लगातार चक्कर आना। इसके अलावा, सांस लेने की कोशिश करते समय आपको हवा की कमी महसूस हो सकती है। आप तेजी से और ज्यादा बार (polypnea) हवा अन्दर ले सकते हैं।

ज्यादा गंभीर मामलों में, जो लोग इस पोषक तत्व का पर्याप्त मात्रा में सेवन नहीं करते, वे दिन के किसी भी समय बेहोश हो सकते हैं। उन्हें कानों में रिंगिंग सुनाई पड़ सकती है या लिपोडिस्ट्रोफी (lipodystrophies) से पीड़ित हो सकते हैं।

5. धकधकी (Palpitations)

जब आप ज्यादा मेहनत न कर रहे हों, या एक्सरसाइज नहीं कर रहे हों, तो ऐसे में तेजी से दिल का धड़कना (Palpitations) आयरन की कमी का परिणाम हो सकता है।

शरीर में रक्त संचालन ठीक से न होने पर कार्डियक सिस्टम प्रत्येक अंग में इसे भेजने के लिए कड़ी मेहनत करता है। टैकीकार्डिया (Tachycardia), एरिद्मिया (arrhythmia) या यहाँ तक कि मायोकार्डियल रोधगलन (myocardial infarction) अर्थात हार्ट की दीवारों की बीच वाली परत मायोकार्डियम में टिशू की क्षय हो सकती है।

6. नाजुक और टूटते नाखून और बालों का झड़ना

यदि आपके नाखून आसानी से टूट रहे हैं, बहुत पतले हो गए हैं, क्यूटिकल के पास सफ़ेद निशान हैं, तो इसका कारण खून में लोहे की कमी भी हो सकती है। बालों के झड़ने का कारण सिर में खून का कम मात्रा में पहुंचना है। इसलिए यह हेयर फॉलिकल का पोषण नहीं कर पाता।

जैसा कि आप देख सकते हैं, आयरन की कमी के कई गंभीर परिणाम होते हैं। इसलिए आपको भोजन में पर्याप्त आयरन लेने की कोशिश करनी चाहिए।



  • National Heart Lung and Blood Institute. (2011). Guia breve sobre la Anemia. Changes, Healthy Lifestyle. http://doi.org/10.1007/SpringerReference_31774

  • Vaquero, R. M. . P., Rojo, R. B., & Abascal, L. T. (2011). Nutrición y Anemia. Manual Práctico de Nutrición y Salud.


यह पाठ केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए प्रदान किया जाता है और किसी पेशेवर के साथ परामर्श की जगह नहीं लेता है। संदेह होने पर, अपने विशेषज्ञ से परामर्श करें।