7 डेली सप्लीमेंट शानदार सेहत के लिए
इस आर्टिकल में हम बात करेंगे इन दिनों होने वाली सबसे आम कमियों को रोकने के लिए आप कौन से डेली सप्लीमेंट ले सकते हैं।
वैसे तो सप्लीमेंट की पूरी एक लिस्ट मौजूद है, लेकिन इनमें से किसी को भी अपने लिए चुनने से पहले उनकी खूब जांच-पड़ताल कर लेनी चाहिए।
ये भेले ही प्राकृतिक हैं, लेकिन आपकी सेहत पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकते हैं, जिनमें कुछ साइड इफ़ेक्ट भी हो सकते हैं।
सप्लीमेंट कब लेना चाहिए?
कुछ ऐसी स्वास्थ्य समस्याओं के मामले में जो बहुत गंभीर नहीं हैं, आप कृत्रिम दवाओं के बजाय नेचुरल सप्लीमेंट लेने के आदी हो सकते हैं।
याद रखें, आपको विटामिन की खुराक स्थायी रूप से नहीं लेनी चाहिए, चाहे वे नेचुरल ही क्यों न हों। कारण यह है कि लम्बी अवधि में वे आपकी सेहत पर नुकसानदेह असर डाल सकते हैं।
हालांकि, कुछ सप्लीमेंट ज्यादा लेने पर भी उनका कोई जोखिम नहीं होता है।
वास्तव में, वे आपके लिए बहुत अच्छा हो सकते हैं यदि उन्हें दैनिक रूप से लें क्योंकि वे आपको ऐसे पोषक तत्व प्रदान करेंगे जिनका आज की लाइफस्टाइल में निहायत अभाव है।
आदर्श सेहत के लिए सबसे अच्छे डेली सप्लीमेंट
अब हम एक नज़र डालेंगे कि आप किस डेली सप्लीमेंट को बिना किसी जोखिम के ले सकते हैं।
ये लगभग सभी लोगों के लिए अच्छे हैं और आपको अपने एनर्जी लेवल को बनाए रखने में मदद करते हैं, साथ ही साथ कुछ गड़बड़ियों को ठीक करने भी मददगार होते हैं।
1. मैग्नीशियम (Magnesium)
- मैग्नीशियम आपके शरीर के लिए एक ज़रूरी खनिज है।
- मैग्नीशियम कई खाद्य पदार्थों में पाया जाता है, लेकिन मिट्टी में घटती उर्वरा के कारण कई लोगों में इसकी कमी देखी जाती है।
- इसलिए स्वस्थ रहने के लिए इस खनिज वाले डेली सप्लीमेंट लेने की सलाह दी जाती है।
मैग्नीशियम निम्नलिखित कार्यों में मदद करता है:
- आपकी हड्डियों और मांसपेशियों को पोषण देता है।
- आंतों की गतिविधियों को नियंत्रित करता है।
- आपके नर्वस सिस्टम को संतुलित करता है।
- आपकी आर्टरीज को आराम देता है।
- रक्त शर्करा को नियंत्रित करता है।
यह भी पढ़ें: मैग्नीशियम की कमी के 8 कारण और इसे कैसे ठीक करें
2. विटामिन C
विटामिन C एक पोषक तत्व है जो अच्छी सेहत के लिए आवश्यक है। आप इसे अपनी डाइट के माध्यम से या पूरक रूप में पा सकते हैं।
रोजाना इसकी कम से कम 300 मिलीग्राम की मात्रा के सेवन की सिफारिश की जाती है।
विटामिन C आपकी रोग प्रतिरोधी क्षमता (इम्यून सिस्टम) को मजबूत करता है। इसकी कमी होने से कई तरह की बीमारियों की संभावना रहती है।
यह एक पावरफुल एंटीऑक्सिडेंट है और आपकी त्वचा, जोड़ों और हड्डियों की हिफाजत करता है।
यह डिप्रेशन और आंखों की समस्याओं को रोकने में भी मदद करता है।
3. स्पिरुलिना (Spirulina)
स्पिरुलिना एक सुपरफूड शैवाल है जो पोषण से भरा है। यह प्रोटीन, आवश्यक एमिनो एसिड, विटामिन, खनिज, एंजाइम और फाइबर से भरपूर है।
स्पिरुलिना आपकी आइडियल हेल्थ पाने की दिशा में कई काम करता है:
- यह आपको ऊर्जा देता है।
- स्वस्थ तरीके से वजन कम करने में मदद करता है।
- बालों के झड़ने को रोकता है।
- साथ ही, यह अनिद्रा से लड़ता है।
- यह कोलेस्ट्रॉल घटाता है।
- यह नज़र की सेहत को मदद करता है।
4. समुद्री पानी (Sea water)
कुछ बाजारों और हेल्थ फ़ूड स्टोर से आप समुद्र का पानी खरीद सकते हैं। ये खनिज और ट्रेस एलिमेंट से भरे होते हैं, जो पोषण संबंधी कमियों को रोकने के लिए बहुत अच्छे हैं।
आप इसे अकेले ही पी सकते हैं, पानी के साथ भी मिला सकते हैं, या कूकिंग में नमक की जगह उपयोग कर सकते हैं। समुद्र का पानी आपके ब्लडप्रेशर को नहीं बढ़ाता, बल्कि किडनी और आंतों के कामकाज को दुरुस्त करता है।
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5. ब्रूअर यीस्ट (Brewer’s yeast)
ब्रूअर यीस्ट विटामिन और खनिजों का बूस्टर तलाश कर रहे लोगों के लिए एक आम सप्लीमेंट है। यह नर्वस सिस्टम के लिए अच्छा है। एंग्जायटी और डिप्रेशन को रोकने के साथ यह आपकी त्वचा, बाल और नाखूनों के रंगरूप में सुधार लाता है।
आप इसे नाश्ते में जूस, दूध, दही के साथ ले सकते हैं।
6. हल्दी (Turmeric)
हल्दी सभी प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं को रोकने के लिए एक उत्कृष्ट मसाला है।
इसलिए आप दर्द को दूर करने में मदद करने के लिए कभी-कभी हल्दी को दूसरी चीजों के साथ एक सप्लीमेंट के रूप में देख सकते हैं।
हल्दी का डेली सप्लीमेंट सूजन को रोकता है, इसे कम करता है। इसमें प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट होते हैं और यह लीवर के कामकाज को ठीक करता है।
7. प्रोबायोटिक्स (Probiotics)
प्रोबायोटिक्स ऐसे सप्लीमेंट हैं जो आंतों के बैक्टीरिया जैसी वनस्पतियों (intestinal bacteria flora) में सुधार लाते हैं। वे न सिर्फ आपके आँतों के उचित कामकाज से जुड़े हैं, बल्कि सामग्रिक सेहत के लिए भी अच्छे हैं।
आपकी आंतें पोषक तत्वों के अवशोषण में मदद करती हैं जो आपके इम्यून सिस्टम के लिए ज़रूरी होते हैं। इससे उसे स्वस्थ रखना आसान हो जाता है।
स्वस्थ लोगों के साथ-साथ क्रॉनिक या डिजेनेरेटिव बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए भी प्रोबायोटिक्स बहुत कम समय में आश्चर्यजनक नतीजे देते हैं।
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