6 घरेलू‌ उपचार टिनिटस (कान का बजना) को कम करने में सहायक

टिनिटस या कान बजना एक असहज स्थिति है जो लगातार या कुछ अंतराल पर हो सकती है। यह एक या दोनों कानों में एक शांत या तेज ध्वनि की तरह हो सकती है, और कभी-कभी सिरदर्द, इनसोमनिया या सीखने में आने वाली समस्याओं के साथ होती है।
6 घरेलू‌ उपचार टिनिटस (कान का बजना) को कम करने में सहायक

आखिरी अपडेट: 22 जून, 2019

टिनिटस के शुरू होने का संबंध आमतौर से संक्रमण और उम्र बढ़ने के साथ बहरापन से है। लेकिन यह कानों में जमे मैल या कान में हुई किसी क्षति की वजह से भी हो सकता है। यह कोई भयानक स्थिति नहीं है, लेकिन उपचार की कमी से कठिनाइयाँ बढ़ सकती हैं। समय बीतने के साथ सुनने में कठिनाई होने लगती है और रोजमर्रा के कामों में ध्यान केंद्रित नहीं हो पाता। सौभाग्य से, टिनिटस के लिए कुछ घरेलू उपचार उपलब्ध हैं।

अगर आप टिनिटस (Tinnitus) के कष्टदायक होने से पहले छुटकारा चाहते हैं, तो इसका जल्द से जल्द इलाज जरूरी है। जब आप इस रोग की चपेट में हैं तो आपको तेज आवाज से बचना चाहिए। अगर आप टिनिटस को कम करने के कुछ घरेलू उपचार जानना चाहते हैं, तो पढ़ते रहें।

टिनिटस को कम करने के कुछ घरेलू उपचार

1. जिन्कगो बाइलोबा (Ginkgo biloba)

जिन्को बाइलोबा : टिनिटस के लिए कारगर

जिन्को बाइलोबा (एक प्रकार के वृक्ष के पत्ते) का सेवन कान के बजने और इसमें सूजन दोनों के लिए एक बेहतरीन प्राकृतिक उपाय है।

इस पौधे में खून में बनने वाले थक्कों को रोकने और ज्वलनरोधी गुण मौजूद हैं जो रक्त संचालन को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। इसका मतलब है कि इसमें कान बजने जैसे कष्टकर अनुभव को कम करने की क्षमता है।

इसके अलावा चूँकि इसमें फंगलरोधी और जीवाणुरोधी प्रभाव भी है,‌ इसलिए यह इस समस्या को पैदा करने वाले भीतरी संक्रमण का इलाज‌ करने में मदद कर सकते हैं।

सामग्री

  • एक‌ कप पानी (250 मि.ली.)
  • एक बड़ा चम्मच जिन्को बाइलोबा (10 ग्राम)

इसका उपयोग कैसे करें

  • एक‌ कप‌ उबले पानी में एक‌ चम्मच जिन्को बाइलोबा मिलाएँ और दिन भर में ‌दो बार इस अर्क को पीएँ।
  • आप इसका ‌उपयोग‌ निचोड़े हुए रस के रूप में भी कर सकते हैं। अगर आपके पास रस के रूप में है तो हर सप्ताह 120 से 240 मि.ग्रा. के बीच सेवन कर सकते हैं।

आप पसंद कर सकते हैं : जोड़ों का दर्द कम करने के लिए 3 जिलेटिन उपचार

2. तुलसी (Basil)

जब कान में सनसनी और दर्द हो तो तुलसी में मौजूद जीवाणुरोधी गुण एक आश्चर्यजनक साधन के रूप में काम करता है।

इसके प्राकृतिक गुण संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। यह कान के मैल (इयरवेक्स‌) से छुटकारा दिलाने में भी मददगार है

इसका उपयोग कैसे करें

  • तुलसी की कुछ पत्तियां मिक्सी में डाल‌ कर पेस्ट होने तक‌ पीस लें।
  • फिर छन्नी में डालें और दबा कर इसका रस निकाल लें।
  • रस को उपयुक्त तापमान पर पहुंच जाने तक गर्म करें, फिर 2 या 3 बूंद प्रभावित कान में डालें
  • इस उपचार का प्रयोग दिन भर में दो बार करके साप्ताह में तीन दिन करें

3. सेव का सिरका (Apple cider vinegar)

सेव के रस का सिरका : टिनिटस के लिए घरेलूऔषधी

साधारण तौर पर ‌हमारा एक और पसंदीदा घरेलू औषधि सेव के रस का सिरका भी है, जो टिनिटस के उपचार में सहायक है। इसमें मौजूद प्राकृतिक फंगलरोधी और सूजन रोधी अम्ल टिनिटस के लिए जिम्मेदार मूलभूत संक्रमण के विरुद्ध कारगर समाधान है।

इसके गुण शरीर की क्षारीयता को संतुलित करते हैं और बाहरी रोग, –बीमारी पैदा करने वाले कारकों के प्रति अपनी उचित प्रतिक्रिया देते हैं

सामग्रियां

  • 1 बड़ा चम्मच सेव के रस का सिरका (10 मि.ली.)
  • 1 गिलास पानी (200 मि. ली.)

इसका उपयोग कैसे करें

  • एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच सेव के रस का सिरका मिलाकर दिन में दो बार पीएं
  • वैकल्पिक रूप से, सेव के रस का सिरका और पानी को बराबर मात्रा में मिला लें। प्रभावित कान में 3 बूंद डालें

4. लहसुन (Garlic)

अगर कम तापमान या ऊंचाई में आई अचानक परिवर्तन के कारण से टिटिनस हुआ हो तो लहसुन एक प्राकृतिक औषधि के रूप में इसका प्रतिरोध कर सकता है।

इसके गुणों की खासियत है कि यह‌ जलन को कम करता है और प्रभावित स्थान पर रक्त संचालन में सुधार लाता है।

केवल इतना ही नहीं, इसमें जीवाणुनाशक गुण भी है जो संक्रमण रोकता है और कान की नालिका को भी साफ रखता है

सामग्रियाँ

  • लहसुन की 2 लौंग
  • 1 चम्मच तिल का तेल (15 ग्राम)

इसका उपयोग कैसे करें

  • लहसुन की दो फलियों को पीस कर एक चम्मच तिल के तेल में तल लें। फिर इसे छान कर ठंडा होने दें।
  • ठंडा होने के बाद दो बूंद कान की नालिका में डालें। गर्दन को कुछ देर झुकाए रखें ताकि यह अपना काम कर सके।
  • एक सप्ताह तक हर दिन ऐसा करें।

5. अदरक (Ginger)

अदरक : टिनिटस के लिए फायदेमंद

अगर टिनिटस से प्रभावित हैं तो अदरक का औषधीय गुण बड़ा मददगार सिद्ध हो सकता है। इसकी खासियत है कि इसमें रक्त संचालन में सुधार के साथ संक्रमण पैदा करने वाले रोग जनक कारकों से लड़ने की क्षमता है।

इसमें मौजूद सूजन निवारक तत्व कान के जलन को कम करता है और दर्द तथा तनाव के एहसास को शांत‌ करता है

सामग्रियाँ

  • आधा चम्मच कसा हुआ अदरक (5 ग्राम)
  • 1 कप पानी (250 मि.ली़)

कैसे उपयोग करें

  • एक कप गर्म पानी में आधा चम्मच कसा हुआ अदरक मिलाएँ और दिन भर में 2 से 3 बार इसके अर्क‌ को पीएँ
  • विकल्प के रूप में, कच्चा अदरक का एक टुकड़ा काट कर कुछ मिनटों तक चबाएँ। यह कान के दबाव को कम करने के साथ ही उल्लेखनीय रूप में झनझनाहट को कम करेगा।

आगे पढ़ें : 3 नेचुरल पेनकिलर माइग्रेन से छुटकारा पाने के लिए

6. सरसों का तेल (Mustard Oil)

फंगलरोधी और एंटीऑक्सीडेंट गुण सरसों के तेल को टिनिटस और कान के संक्रमण दूर करने वाला एक बेहतरीन घरेलू दवा बनाते हैं।

इसके प्रयोग से कान के अतिरिक्त मैल निकल जाते हैं और कान की नलिका में एक‌ रक्षात्मक घेरा तैयार होता है। यह‌ जलन को रोकता है और संक्रमण के आक्रमण से बचाता है।

इसका उपयोग कैसे करें

  • सरसों के तेल को हल्का गर्म कर लें फिर तीन बूंद प्रभावित कान में डालें।

  • सिर को झुका कर रखें और अंदर‌ के मैल को निकाल फेंके।
  • सप्ताह में तीन बार प्रयोग करें

क्या आप इस असुविधाजनक स्थिति को भुगत रहे हैं? इनमें से कोई एक उपचार करके देखें और पाएँ कि इससे कितना बड़ी मदद मिल सकती है।

लेकिन याद रखें, इनमें से एक से अधिक उपचार एक‌ ही समय में न करें। अंत तक समस्या अगर बनी रहे तो डॉक्टर से सलाह लें




यह पाठ केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए प्रदान किया जाता है और किसी पेशेवर के साथ परामर्श की जगह नहीं लेता है। संदेह होने पर, अपने विशेषज्ञ से परामर्श करें।