घरेलू ट्रीटमेंट से वेजाइनल यीस्ट इन्फेक्शन का इलाज कैसे करें
कई महिलाओं को अपने जीवन में कभी न कभी वेजाइनल यीस्ट इन्फेक्शन का शिकार होना पड़ता है। इसे योनिशोथ (vaginitis) के नाम से भी जाना जाता है। वेजाइनल यीस्ट इन्फेक्शन के मुख्य लक्षण जलन और दर्द हैं। इसके साथ ही साथ एक खराब बदबू भरा स्राव होता है।
ज्यादातार मामलों में यह फफूँद के कारण होता है जो स्त्री-जननांग के गर्म और नम परिवेश में फैलता है। हालांकि, कई नेचुरल ट्रीटमेंट हैं जो वेजाइनल यीस्ट इन्फेक्शन के असर को कम कर सकते हैं।
प्रोबायोटिक्स (Probiotics)
योनि के फंगल इन्फेक्शन का इलाज करने के लिए एंटीबायोटिक दवाओं की तुलना में प्रोबायोटिक फ़ूड ज्यादा फायदेमंद होते हैं। इन खाद्य पदार्थों में माइक्रोऑर्गनिज्म होते हैं, जो पहले से ही आपकी आंतों में एक्टिव होते हैं। अपने फायदेमंद असर से वे आपकी आंतों की वनस्पतियों का परिवेश बदल सकते हैं।
यदि प्रोबायोटिक सप्लीमेंट लेने या प्रोबायोटिक फ़ूड खाने की आदत आपकी है, तो यह आपके पेट में प्राकृतिक वनस्पतियों को बहाल करने में अहम भूमिका निभा सकता है और कैंडीडा जैसे वेजाइनल यीस्ट इन्फेक्शन से निपटने में मदद करता हैं।
कई खाद्य पदार्थ हैं जिनमें प्रोबायोटिक्स होते हैं। उदाहरण के लिए दही, अचार और चेडर पनीर प्रोबायोटिक्स के शानदार स्रोत हैं।
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ऑर्गनिक लहसुन
ताज़े लहसुन की कई कलियों को खाना योनि में फंगस के संक्रमण के खिलाफ एक शानदार उपाय है। यह आपको सांसों की बदबू ज़रूर देगा लेकिन कैंडिडा का असर ख़त्म करने के लिए यह बहुत प्रभावी ट्रीटमेंट है।
इसका कारण यह है क्योंकि लहसुन में एंटीफंगल गुण होते हैं जो इस प्रकार के संक्रमण को रोकने में मदद करते हैं।
लहसुन एक एंटीबैक्टीरियल एजेंट और एक जाना-माना नेचुरल एंटीबायोटिक भी है। खाए जाने पर यह अच्छे बैक्टीरिया की बढ़त को भी बढ़ावा देता है।
ऑरेगेनो ऑयल (Oregano oil)
ऑरेगेनो ऑयल यीस्ट इन्फेक्शन के लिए एक और अच्छा इलाज है। हालाँकि, इसका अधिकतम लाभ पाने के लिए यह ज़रूरी है कि आप इसका ऑर्गनिक रूप ही चुनें। यह फ्लेवोनॉइड्स, फेनोल और कई विटामिन से समृद्ध है जो वेजाइनल यीस्ट इन्फेक्शन से लड़ने में मदद करते हैं।
आपको क्या करना है?
- आप दुकानों में इसे अलग-अलग रूपों में पा सकते हैं, पर इसके सेवन का सबसे आसान तरीका ऑरेगेनो ऑयल कैप्सूल है।
- अपने भोजन के बाद एक दिन में दो से तीन सर्विंग लें।
- आप इसे प्रभावित क्षेत्र में भी लगा सकते हैं। लेकिन महत्वपूर्ण बात यह है कि इस विकल्प को आजमाने से पहले डॉक्टर से पड़ताल ज़रूर कर लें।
ऑर्गेनिक टी ट्री ऑयल
टी ट्री ऑयल बहुत असरदार है और यह एक नेचुरल एंटीफंगल एजेंट है।
आपको क्या करना है?
- टैम्पोन पर टी ट्री ऑयल की कुछ बूँदें डालें और इसे चार घंटे के लिए योनि में लगाए रखें।
- इस प्रक्रिया को सुबह और दोपहर में दो से तीन दिनों तक दोहराएं।
- टैम्पोन को रात भर छोड़कर न रखें।
क्रैनबेरी (Cranberries)
इन छोटे लाल फलों में इलाज की अद्भुत क्षमता होती है। क्रैनबेरी न केवल मूत्राशय के संक्रमण का इलाज करने में सहायक है, बल्कि वे योनि की फफूंद के इलाज में भी मदद कर सकती हैं।
महिलाओं के लिए एक अच्छा रिप्रोडक्टिव टॉनिक होने के अलावा प्राकृतिक क्रेनबेरी जूस योनि में एक स्वस्थ pH बलैंस को बहाल करने में मदद कर सकता है। यह आपको फंगस की किसी भी समस्या से मुकाबला करने में मदद करेगा।
ऑर्गनिक योगर्ट
ऑर्गनिक योगर्ट जननांग में प्राकृतिक रूप से मौजूद वनस्पितियों को बहाल करने का एक शानदार उपाय है।
आपको क्या करना है?
- आप इसे टॉपिकल रूप से इस्तेमाल कर सकती हैं। योनि में थोड़ी सी सादी दही डालें और कई घंटों तक लगा रहने दें। फिर उसे पानी से अच्छी तरह से धो लें।
- आप दही में एक टैम्पन भी डुबो सकती हैं और इसे दो घंटे तक प्रभावित स्थान पर लगाकर छोड़ सकती हैं।
- जैसा कि हमने ऊपर बताया, दही में कई प्राकृतिक प्रोबायोटिक्स भी होते हैं। आप हर दिन कुछ प्राकृतिक दही खाकर इसके लाभ पा सकती हैं।
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ढीले-ढाले कपड़े पहनें
हालांकि यह एक बेसिक स्टेप लग सकता है, फिर भी ढीले-ढाले कपड़े पहनना वेजाइनल यीस्ट इन्फेक्शन के सबसे अच्छे इलाजों में से एक है।
यह कारगर होता है, क्योंकि फंगस गर्म और नम परिवेश में खूब फलता-फूलता है। ढीले-ढाले कपड़े और अंतरंग वस्त्र पहनने से ऑक्सीजन अच्छी तरह आ-जा पायेगा जो फंगल ग्रोथ को धीमा कर देगा।
स्त्री उत्पादों से बचें
कुछ साबुन और अन्य कॉस्मेटिक प्रोडक्ट स्त्री देह के बहुत नाजुक क्षेत्रों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
कई स्त्री उत्पाद शराब और अन्य टॉक्सिक एक्टिव तत्वों से बने होते हैं। ये योनि के pH को बदल देते हैं और इसे संक्रमण के लिए ज्यादा संवेदनशील बना देते हैं।
तनाव का असर
कुछ लोगों के शरीर में स्वाभाविक रूप से ही इस बैक्टीरिया की ऊँची मात्रा होती है। पर एक स्वस्थ शरीर फंगस के विकास में बाधा डालता है।
कोई संक्रमण होने पर पूरा शरीर असंतुलित हो सकता है। स्ट्रेस से भरी लाइफस्टाइल में रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है जो बैक्टीरिया के ज्यादा विकास का कारण बन सकती है।
आराम करने और ठीक होने के लिए आपको पर्याप्त समय देने की ज़रूरत है, खासकर जीवन की तनावपूर्ण घटनाओं से गुजरने के बाद।
मेडिटेशन, योग, नियमित एक्सरसाइज और मालिश स्ट्रेस के खिलाफ और अनिवार्य रूप से वेजाइनल यीस्ट इन्फेक्शन की संभावना के खिलाफ सबसे अच्छे उपाय हैं।
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