मार्शमैलो रूट: फायदे और साइड इफेक्ट
मार्शमैलो रूट (Althaea officinalis) एक भूरे रंग की रेशेदार भूसी है जो यूरोप, पश्चिमी एशिया और उत्तरी अफ्रीका मूल के बारहमासी मार्शमैलो पौधे से बनती है। इसके अर्क का उपयोग कफ सिरप और स्किन प्रोडक्ट बनाने के लिए किया जाता है।
इसके अलावा ऐसा लगता है कि इसके गुणों के कारण अन्य औषधीय उपयोग हैं। हालाँकि अभी तक इसके स्वास्थ्य लाभों पर कोई ठोस सबूत नहीं है, क्योंकि वैज्ञानिक अध्ययन बहुत छोटे और अनिर्णायक रहे हैं।
हालांकि कुछ लोग इसे हर्बल सप्लीमेंट के रूप में उपयोग करते हैं, पर इसे बीमारियों के लिए फर्स्ट लाइन ट्रीटमेंट के रूप में स्वीकार नहीं किया जाता है। साथ ही इसके संभावित साइड इफेक्ट के कारण इसे आजमाने से पहले डॉक्टर से बात करने की सलाह देंगे।
मार्शमैलो रूट: फायदे और साइड इफेक्ट
मार्शमैलो रूट के औषधीय गुण इसकी म्युसिलेज कंटेंट से आते हैं। यह एक जिलेटिनस वेजिटेबल पदार्थ है, जो कि एक सैप की तरह होता है, जिसका उपयोग थिकनेर के रूप में किया जाता है।
दरअसल हम जिस स्वीट को मार्शमैलो कहते हैं उसे यह नाम इसलिए मिला क्योंकि मूल रूप से निर्माताओं ने इस रूट का ही उपयोग किया था। हालांकि आजकल वे इस हर्ब का उपयोग नहीं करते, और वे चीनी और जिलेटिन का इस्तेमाल करते हैं।
मार्शमैलो रूट म्यूसिलेज में एंटीऑक्सिडेंट एक्टिविटी होती है और तमाम प्रमाण बताते हैं कि वे त्वचा की जलन और पाचन समस्याओं के खिलाफ मददगार हैं। क्या आप इसके बारे में और जानना चाहेंगे? हम इसके कुछ मुख्य फायदों के बारे में नीचे बताएँगे।
सर्दी और खांसी के इलाज में मददगार
कुछ कफ सिरप और लोज़ेंस एक घटक के रूप में मार्शमैलो रूट का इस्तेमाल करते हैं। क्योंकि इसमें मौजूद म्युसिलेज जलन को कम करते हुए इसोफेगस को आराम दे सकता है। कॉम्प्लीमेंरी मेडिसिन रिसर्च द्वारा प्रकाशित एक स्टडी में इस जड़ की अर्क से बने सप्लीमेंट सूखी खाँसी मददगार हुआ।
इस बीच एविसेना जर्नल ऑफ फाइटोमेडिसिन में किए गए एक छोटे से अध्ययन में पाया गया कि जिन बच्चों ने इस हर्ब के मिश्रण का सेवन किया, जैसे मार्शमैलो रूट, कैमोमाइल और सेज, उनमें कम गंभीर खांसी हुई और उन लोगों के मुकाबले रात को कम जागना पड़ा जिन्होंने प्लेसबो लिया।
इसलिए कुछ लोगों को लगता है कि मार्शमैलो रूट सर्दी और फ्लू के लक्षणों के खिलाफ उपयोगी हो सकता है। हालांकि इस मामले में निर्णायक राय के लिए ज्यादा सबूत की जरूरत है। फिर भी आप इसे चाय, गोलियां या सिरप के रूप में ले सकते हैं।
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रूखी त्वचा को मुलायम करता है
मार्शमैलो रूट से एंटीइन्फ्लेमेटरी असर फुरुनकुलोसिस (furunculosis), एक्जिमा (eczema) या डर्मेटाइटिस (dermatitis) में त्वचा की जलन को शांत करने में मदद कर सकता है। डर्मेटोलॉजी एंड एलर्जी में एडवांस में एक समीक्षा में पाया गया कि 20% मार्शमॉलो रूट अर्क के साथ बना मलहम चिलचिलाहट वाली त्वचा को आराम देने में मददगार था।
इसके अलावा यह सुझाव दिया गया है कि इन अर्क से बना मलहम लगाने से यूवी किरणों या धूप के नेगेटिव प्रभावों में मदद मिलती है। बेशक, आपको इसे सनस्क्रीन के विकल्प के रूप में उपयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि यह पर्याप्त सुरक्षा प्रदान नहीं करता है।
अल्सर से सुरक्षा
अपने आप में मार्शमैलो रूट अर्क अल्सर को बनने से नहीं रोक सकता है। हालांकि हेल्दी हैबिट के साथ इसका सेवन करने से यह जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है। यह फार्मास्युटिकल एंड बायोसाइंसेस जर्नल की एक स्टडी में पाया गया है।
शोधकर्ता बताते हैं कि इस असर के लिए इस पौधे के मयूसिलेज और फ्लेवोनोइड जिम्मेदार हैं। विशेष रूप से वे पाचन तंत्र की मयुकस झिल्ली को ढंकने और संरक्षित करने में मददगार हैं जो अल्सर बनने का जोखिम कम करता है।
मार्शमॉलो की जड़ के दूसरे संभावित फायदे
- इस पदार्थ से बना हर्बल ट्रीटमेंट ड्राई माउथ के इलाज में मदद कर सकता है।
- कुछ लोग सोचते हैं कि यह पौधा घावों को भरने में भी मदद कर सकता है। साथ ही, यह संक्रमण के खतरे को भी कम कर सकता है।
- इसमें मूत्रवर्धक गुण होते हैं जो शरीर में बरकरार तरल पदार्थों को खत्म करने में मदद कर सकते हैं। हालाँकि, ऐसा इलाज करने में सावधानी बरतें, खासकर यदि आप दूसरे इलाज भी करा रहे हैं।
- मार्शमैलो रूट के बाहर बढ़ रहा है।
मार्शमैलो रूट के साइड इफेक्ट्स
अधिकांश स्वस्थ वयस्कों में इस पौधे को सहन करना आसान है, और यह मध्यम खुराक में साइड इफेक्ट करता है। हालांकि कुछ लोगों का पेट खराब हो जाता है या उन्हें चक्कर आता है। इसे देखते हुए हम सिफारिश करेंगे कि आप अपने डॉक्टर या निर्माता की बाताई खुराक तक पहुंचने से पहले कम डोज से शुरुआत करें।
अब, WebMD की दी हुई जानकारी के अनुसार कुछ लोगों में यह ब्लड शुगर घटाने का कारण बन सकता है। इसके अलावा इसकी सुरक्षा और असर पर सबूत की कमी के कारण आपको निम्नलिखित मामलों में इससे बचना चाहिए:
- गर्भावस्था और बच्चे को दूध पिलाना।
- हेमोरेज की समस्या।
- डायबिटीज।
- सर्जिकल प्रक्रियाओं से पहले और बाद में।
आम तौर पर यह लिथियम, मधुमेह की दवाओं और मुंह से ली जाने वाली दवाओं के साथ प्रतिक्रिया कर सकता है। इसलिए इसे लेने से पहले अपने डॉक्टर से बात करना सबसे अच्छा है।
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