सेहतमंद एलो वेरा जेली कैसे बनाएं
अपने समृद्ध पोषक तत्वों और अनेकों चिकित्सीय उपयोगों की बदौलत एलो वेरा के पौधे में मौजूद जेल को कई संस्कृतियों में एक प्रतिष्ठित स्थान हासिल है।
हमारी सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डालने वाली कई तरह की बीमारियों का नाश करने वाले कमाल के एंटीसेप्टिक और प्राकृतिक सफ़ाई करने वाले तत्व इस जेल में पाए जाते हैं।
अपनी प्राकृतिक सूजनरोधी खूबियों की वजह से वह आर्थराइटिस, कब्ज़, अलसरों और कई अन्य रोगों से ग्रस्त लोगों के लिए किसी रामबाण इलाज जैसा होता है।
उसमें 19 आवश्यक एमिनो-एसिड्स होते हैं। शरीर की कोशिकाओं और ऊतकों के लिए आवश्यक प्रोटीनों की बनावट व संरचना के लिए ये पदार्थ ज़रूरी होते हैं।
इस जेल के नियमित सेवन से हमारे मेटाबोलिज्म को सहारा मिलता है और हमारे शरीर में जमा विषैले पदार्थों (टॉक्सिनों) को हटाने में मदद मिलती है।
पर इसकी सबसे बड़ी खासियत तो यह है कि इस बहु उपयोगी पदार्थ को आप कई अलग-अलग तरह से अपने दैनिक आहार में शामिल कर सकते हैं।
अपनी चिपचिपी बनावट की वजह से आप इसके इस्तेमाल से प्राकृतिक जेली भी बना सकते हैं।
एलो वेरा जेली को बनाना बहुत आसान है व इससे बने घरेलू टॉनिक और एंटासिड को आप कई अलग-अलग तरह से इस्तेमाल में ला सकते हैं।
प्राकृतिक एलो वेरा जेली आखिर होती क्या है?
प्राकृतिक एलो वेरा जेली बहुत ही कम कैलोरी और सेहत को कई तरह के फायदे पहुंचाने वाला एक 100% जैविक उत्पाद होता है।
फलों से बने जैम और जेली के विपरीत, यह जेली रिफाइंड शुगर या अन्य अस्वास्थ्यकर रासायनिक ऐडिटिवों से मुक्त होती है।
इसे एलो वेरा जेल को पेक्टिन में मिलाकर बनाया जाता है। पेक्टिन सेब की छिलके और सेब के बीजकोष में पाए जाने वाला एक डाइटरी फाइबर होता है।
घर पर बनाने में आसान यह पदार्थ जेली को गाढ़ा करने में काम आता है।
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घर पर पेक्टिन कैसे बनाएं
पेक्टिन बनाने के लिए आपको जैविक सेबों के साथ-साथ नायलॉन की जालीदार थैली की भी ज़रुरत पड़ेगी ताकि आप उसे ठीक से छान सकें।
सामग्री
- 900 ग्राम सेब का छिलका और बीजकोष
- 1.7 लीटर पानी
बनाने की विधि
- सेब के छिलकों और बीजकोषों को एक बड़े पतीले में डालकर उसमें पानी डाल दें। उस मिश्रण के नरम होकर शोरबा बन जाने तक उसे मध्यम आंच पर पकाएं।
- शोरबे के तैयार हो जाने पर कुछ मिनटों के लिए उसे बैठ जाने दें। फिर नायलॉन की जालीदार थैली की मदद से उसे छान लें।
- किसी कटोरे में डालकर जेली बनाना शुरू कर दें।
घर पर एलो वेरा जेली बनाने की विधि
इस एलो वेरा जेली में नींबू भी डाला जाएगा। जेली में नींबू डाल देने से न सिर्फ़ हमें अधिक मात्रा में पोषक तत्व मिलते हैं, बल्कि एक प्राकृतिक प्रीज़र्वेटिव की तरह काम करते हुए वह इस खाद्य सामग्री की शेल्फ लाइफ में भी बढ़ोतरी ले आता है।
एलो वेरा जेल को ज़्यादा गर्मी में नहीं रखना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से उसके पोषक गुणों में कमी आ जाती है।
उसे ज़रुरत से ज़्यादा उबलने से रोकने के लिए बाकी सामग्री से पहले आपको उसमें पेक्टिन को डालना चाहिए।
आपको इन चीज़ों की ज़रुरत पड़ेगी:
- दो कप एलो वेरा जेल (500 ग्राम)
- डेढ़ कप जैविक चीनी (350 ग्राम)
- डेढ़ कप पानी (350 मिलीलीटर)
- एक चम्मच पेक्टिन (20 ग्राम)
- दो चम्मच नींबू का रस (20 मिलीलीटर)
- एक कांच का जार
निर्देश
- पानी को पतीले में डालकर चाशनी बनाने के लिए उसे चीनी के साथ उबालें।
- लकड़ी के चम्मच से लगातार मिश्रण को हिलाकर उसे अच्छे से मिला दें।
- पकाने की अवधि को ध्यान में रखें। ज़्यादा देर चूल्हे पर रखने से मिश्रण कैरामेलाइज़ हो जाएगा।
- चाशनी बन जाने पर उसे चूल्हे से हटा लें। कुछ मिनटों तक उसे ठंडा होने के लिए छोड़ दें। फिर उसमें एलो वेरा जेल, पेक्टिन व नींबू का रस डाल दें।
- सभी चीज़ों को अच्छे से मिला लें। मिश्रण को कम आंच पर पकाएं।
- अपनी इच्छानुसार अनुकूलता आ जाने पर उसे ढक्कन वाले कांच के जार में रख छोड़ें।
सेवन की विधि
- एलो वेरा की इस जेली का सेवन आप अकेले या फिर फलों और उनके प्राकृतिक जूस के साथ कर सकते हैं।
- सुबह एक चम्मच और शाम को आधा चम्मच इस जेली का सेवन करें।
- जी मचलने, अलसर या संक्रमण होने पर एक और चम्मच खा लें।
- इसे ज़रुरत से ज़्यादा खाने से बचें क्योंकि अपनी लैक्सेटिव विशेषताओं के कारण इसके कुछ दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं।
क्या आपको यह रेसिपी पसंद आई? अब जब आप इसे अपने घर में बनाना सीख ही चुके हैं तो इसे अपने भोजन के साथ आज़माना न भूलें।
एलो वेरा जेली के नित्य उपयोग से आपकी पाचन-शक्ति में सुधार आएगा, आपका वज़न कम होगा और आप कई तरह की बीमारियों से बचे रहेंगे।
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