क्या प्रेम की कोई उम्र होती है, या वह इससे परे है?
क्या प्रेम की भी कोई उम्र होती है? कई लोग ऐसा मानते हैं, लेकिन इसे क़ुबूल करना नहीं चाहते। फिर भी जब वे खुद एक रोमांटिक रिश्ते की तलाश में होते हैं, तो इसे मामले में बड़े सख्त होते हैं।
ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हमारे दिमाग में अभी भी तमाम तरह के पूर्वाग्रह भरे पड़े हैं। ये हमसे ऐसी बाते कहते हैं, “जब हमारी उम्र कुछ साल और बढ़ेगी तो वह बिलकुल बूढा हो जाएगा,” या “क्या होगा जब वास्तविकता हमारे सामने होगी?”
सच्चाई यह है कि कोई संबंध शुरू करने से डरने का कारण आपके पार्टनर की उम्र नहीं होनी चाहिए। आपके लिए सबसे अच्छा यही है कि अपने दिल की सुनें और उसी के निर्देशों पर चलें।
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क्या आप फिक्रमंद हैं, आपके प्रेम के बारे में लोग क्या कहेंगे?
कई बार रिश्ता खत्म होने की वजह उम्र नहीं होती, बल्कि यह विश्वास होता है कि यह कभी कामयाब नहीं होगा।
समाज और आपके दोस्त – आपको यही बताते हैं। अगर आप इसे स्वीकार न भी कर्ण तो भी वे आप पर अपनी इस बात से बहुत बड़ा असर डाल चुके होते हैं।
फिर भी, हम ऐया क्यों सोचते हैं कि शुरुआत में ही सबकुछ बदल जाएगा?
पहले हफ्तों या महीनों में सबकुछ बहुत आसान होता है। उस समय हमारे आदर्श और अपेक्षाएं हमें एक सपनों की दुनिया में ले जाती हैं।
यह वही समय है जब कुछ भी मुमकिन होता है। हालांकि, जब गुलाबी चश्मा उतरता है, तो हम फ़िक्र करना शुरू कर देते हैं, “वे लोग क्या कहेंगे?”
अगर आप इसे स्वीकार न भी करना चाहें, तो भी तमाम तरह की चिंताएं आपको घेर लेती हैं:
1. जब वह उम्रदराज हो जाएगा, आपको किसी दिन उसकी देखभाल करनी होगी। इन हालातों में यह पहला ख़याल है, जो हमारी जेहन में आता है।
लेकिन यह भी तो हो सकता था, कि आप किसी हमउम्र व्यक्ति के साथ डेटिंग करें और एक दुर्घटना उसे ज़िन्दगी भर के लिए आप पर निर्भर बना दे। फर्क सिर्फ इतना है कि एक मामले में यह किसी दुर्घटना के कारण होता है, और दूसरे मामले में स्वाभविक वजह से होता है।
मामला अगर प्यार का हो, तो क्या यह ज्यादा अहम होना चाहये?
2. वह आपसे ज्यादा मेच्योर है। यह याद रखना चाहिए कि आपके बर्थडे नंबर आपकी परिपक्वता तय नहीं करती हैं।
कोई 40 वर्षीय व्यक्ति बहुत अपरिपक्व हो सकता है, जबकि 20 वर्षीय व्यक्ति असाधारण रूप से परिपक्व हो सकता है। उम्र बस एक संख्या है और यह किसी व्यक्ति की परिपक्वता का परिचय नहीं देती।
3. वह आपके लिए आकर्षक नहीं रहेगा। सावधान! शारीरिक आकर्षण अहम है , लेकिन सच्चा प्यार सिर्फ आकर्षण पर नहीं टिका होता है।
हम सभी अपने लुक्स खोते हैं। लेकिन आप जैसी हैं, कोई आपसे उसीलिये प्यार करता है, तो रूप-रंग ज्यादा अहमियत नहीं रखते।
वह आपके अंतर से प्यार करता है। बाह्य तो महज एक आवरण जो समय के साथ ढलता जाता है।
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प्रेम की कोई उम्र तभी होती है, अगर आप उसे देती हैं
इससे हम इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि प्यार की कोई उम्र तभी होती है जब हम उसे देते हैं, और अगर आप खुद को अपने पूर्वाग्रहों और विश्वासों से परिचालित होने देते हैं, ज़रूरी नहीं कि जिनमें कोई सच्चाई है।
उसके बारे में सोचें जिनके बारे में आपने कहा है, कि विपरीतलिंग के बीच आपसी आकर्षण होता है। यह शायद कुछ जोड़ों के लिए सच हो, लेकिन दूसरे कई लोगों के मामले में ऐसा नहीं हुआ है।
हमें खुद को उन आस्थाओं से आज़ाद करना चाहिए जो हमें एक शुद्ध , स्वस्थ , प्राकृतिक प्रेम का आनंद लेने से रोकती हैं।
प्यार की उम्र होती है यदि आप ऐसा सोचते हैं, यह उम्र शारीरिक अवस्था और सेहत द्वारा निर्धारित की जाती है। वहीं, जो वास्तव में अहम है उसे कमतर आंका जाता है। वह है , पूर्णता भरा प्रेम।
इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि 20 की उम्र का कोई इंसान 40 प्लस के प्रेम में पड़ता है। जो मायने रखता है, वह यह कि, वे खुश हैं और एक-दूसरे से प्यार करते हैं।
कल क्या होगा, कोई नहीं जानता है। लेकिन हम सभी यह निश्चित जानते हैं कि एकदिन सबकुछ खत्म हो जाना है।
उम्र का फर्क ब्रेक अप का पर्याय नहीं है। अगर ऐसा होता, तो बिलकुल हमउम्र लोगों के एकसाथ बने रहने की ज्यादा संभावना होती (जाहिर है, यह सच नहीं है)।
प्यार की एक उम्र होती है, यह अहसास इस पर शर्त डाल देता है, इससे पहले कि यह आपके जीवन में आये और संभवतः आपकी सोच को बदल सके।
प्रेम तरल है, अप्रत्याशित है। यह हमें सरप्राइज़ करता है और हमें अपने मन का विस्तार करने की सहूलियत देता है। यदि यह वैसे नहीं आता जैसा आपने उम्मीद की थी या जैसा आपने सोचा था, वैसा नहीं दिखता तो, इस पर पहरे न लगाएं, इसे रोकने की कोशिश न करें।
यकीन मानिए, प्यार की एक उम्र है, यह कहने का अर्थ है कि इसके अंत का भी समय है। जबकि यह ऐसा अनुभव हो सकता है जो ज़िन्दगी भर आपके साथ रह सकता है। खूबसूरती से उन तमाम गलत सलाहों के खिलाफ जा सकता है।
- Guzmán, Mónica., Contreras, Paula. (2012). Estilos de Apego en Relaciones de Pareja y su Asociación con la Satisfacción Marital. https://scielo.conicyt.cl/scielo.php?script=sci_arttext&pid=S0718-22282012000100005
- VV.AA. (2002). Diferencias entre los estilos de amar que tienen hombres y mujeres y sus reacciones de Estrés Postraumático tras la ruptura de su relación.