इस होममेड एंटी एजिंग क्रीम से झुर्रियों का मुकाबला करें
जब आप एक निश्चित उम्र तक पहुंच जाते हैं, आपकी त्वचा को खुद का पुनर्निर्माण करने में परेशानी होने लगती है। इसका मतलब है, पर्यावरण के जहरीले पदार्थों और अन्य कारकों के संपर्क में आने से शरीर में होने वाली क्षति को ठीक करना मुश्किल हो जाता है। इसलिए एंटी एजिंग क्रीम इस्तेमाल करके स्थिति को सुधारना चाहिए।
लगभग 30 साल की उम्र के बाद आपके कोलेजन और एलिस्टिन के स्तर में कमी हो जाती है। ये दो पदार्थ आपकी त्वचा को दृढ़ और युवा वाला बनाये रखते हैं।
आपकी त्वचा हर दिन जिस तनाव से गुजरती है, उसके ऊपर कोलेजन और एलिस्टिन की कमी आपके समय से पहले बूढ़े लगने का कारण बन सकती है।
आपकी त्वचा की कोशिकाएं भले ही चौबीस घंटे किसी भी नुकसान की मरम्मत करने के लिए काम करती हैं, उनके पास बहुत ज्यादा काम हो सकता है और पूरी प्रक्रिया धीमी हो सकती है।
सौभाग्य से सबके लिए बहुत सारी क्रीम और अन्य कॉस्मेटिक उत्पाद उपलब्ध हैं जो इस नुकसान को दूर करने और आपके युवा रूप को ज्यादा समय तक बनाये रखने में मददगार हैं।
उनमें एक नेचुरल क्रीम है जिसके पौष्टिक गुण किसी भी अपूर्णता को भरने और आपके कायाकल्प को बढ़ावा देने में मदद करते हैं।
इस पोस्ट में हम आपको इस होममेड एंटी एजिंग क्रीम, और कैसे इसे कैसे कुछ सरल स्टेप्स में बनाया जा सकता है, इस बारे में बताना चाहते हैं।
क्या आप तैयार हैं?
नेचुरल चीजों से घर की बनी एंटी एजिंग क्रीम
इन नेचुरल तत्वों को मिलाकर आपको एक होममेड एंटी एजिंग क्रीम मिलेगी जो आपकी त्वचा का पोषण करेगी और झुर्रियों को बनने से रोकेगी।
इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें कठोर रासायनिक उत्पाद नहीं हैं। इसलिए आपको किसी किस्म की एलर्जी या अन्य साइड इफेक्ट के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है।
इसके अलावा आपको कम फायदा देने वाले महंगे कॉस्मेटिक उत्पादों पर बहुत पैसा खर्च नहीं करना पड़ेगा।
आइये इसके अहम इन्ग्रेडियेंट को विस्तार से देखें ताकि आप इसके अद्भुत गुणों पर शक न करें।
ऑलिव ऑयल के फायदे
अपने पौष्टिक और औषधीय गुणों के लिए प्रसिद्ध, ऑलिव ऑयल एक ऑर्गनिक प्रोडक्ट है जो आपकी त्वचा के लिए बहुत सारे फायदे लिए हुए है।
इसमें ओमेगा 3 फैटी एसिड और जबरदस्त एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो त्वचा की नेचुरल नमी को बनाये रखने में मदद करते हैं और साथ में अपने को दोबारा निर्मित कर पाने की क्रिया को उत्तेजित करते हैं।
इसे कमर्शियल क्रीम के विकल्प के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। यह गहरी नमी प्रदान करता है और आपकी घावों को भरने की नेचुरल प्रक्रियाओं को बढ़ावा देता है।
इसे भी पढ़ें: गुलाब जल से कैसे घटाएँ झुर्रियाँ
नारियल तेल के लाभ
यह घटक अपने एंटी माइक्रोबियल और सूजन को रोकने के गुणों के लिए जाना जाता है। ये अशुद्धियों को हटाते हैं और दाग-धब्बों से छुटकारा दिलाते हैं।
नारियल तेल में पाए जाने वाले मिडिल चेन फैटी एसिड त्वचा द्वारा अतिरिक्त तेल के स्राव से बचने और संक्रमण को रोकने के लिए त्वचा के प्राकृतिक पीएच को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
इसमें लॉरिक एसिड नाम का पदार्थ भी होता है। ऐसा देखा गया है कि यह त्वचा की रक्षा करता है, उसे कोमल बनाता है और युवा चमक देता है।
नारियल तेल का आसान अवशोषण त्वचा की विभिन्न परतों को नरम करता है, आपकी त्वचा की सफाई करता है और इसे पर्यावरण के आक्रामक कारकों से बचाता है।
मोम के फायदे
मोम (beewax) एक नेचुरल उत्पाद है जो एंजाइम और जीवाणुरोधी यौगिकों की अपनी उच्च सामग्री के लिए जाना जाता है।
त्वचा की देखभाल के मामले में इसे एक नेचुरल सॉफ्टनर के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है जो क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को भी दोबारा बनाता है।
यह एक नेचुरल मॉइस्चराइजर है जो एलर्जी पैदा करने वाले तत्वों से लड़ता है, सफाई करता है, और हर तरह की त्वचा की रक्षा करता है।
लैवेंडर तेल के लाभ
यह अपनी सुगंध और आरामदायक खूबियों के लिए जाना जाता है। लैवेंडर एसेंशियल ऑयल, इसके एंटीसेप्टिक और पुनः बनाने के गुणों की मेहरबानी से यह आपकी ब्यूटी किट के लिए एक और शानदार उपकरण है।
आप त्वचा के संक्रमणों के साथ-साथ मुँहासे, एक्जिमा या डर्मेटाइटिस जैसे अन्य विकारों को रोकने के लिए इसका उपयोग कर सकती हैं।
यह उस त्वचा को पुनः बनाता है जो जलने से खराब हो गयी है। यह उम्र बढ़ने के शुरुआती संकेतों को रोक सकता है।
इसे भी पढ़ें: इन 5 नेचुरल चीजों से अपनी झूलती पलकों को कसें
विटामिन E के फायदे
विटामिन E इस घर की बनी एंटी एजिंग क्रीम का अंतिम घटक है जो झुर्रियों को रोकने के मामले में बहुत अहम कारक है।
एक नेचुरल एंटीऑक्सीडेंट विटामिन E फ्री रेडिकल्स और हानिकारक यूवी किरणों से जुड़े नुकसान को धीमा कर सकती है।
यह त्वचा के टिश्यू को क्षय होने से रोकती है और घावों को भरने में मदद करती है, साथ ही दाग पड़ने से रोकती।
यह होममेड एंटी एजिंग क्रीम कैसे बनायें?
अब जब आप जानते हैं कि कौन-कौन से घटक हैं और उनके संबंधित पोषक तत्व क्या हैं तो इसे बनाने की एक-एक स्टेप के लिए निर्देश देखें।
हमेशा ऑर्गनिक उत्पादों को खरीदना न भूलें ताकि आप उनके पूर्ण पौष्टिक मूल्य और फायदे प्राप्त कर सकें।
सामग्री
- 2 बड़े चम्मच ऑलिव ऑयल (Olive Oil) (32 ग्राम)
- 2 बड़े चम्मच नारियल का तेल (30 ग्राम)
- 2 बड़े चम्मच मोम (30 ग्राम)
- 1/2 छोटा चम्मच लैवेंडर का तेल (3 ग्राम)
- 2 कैप्सूल विटामिन E
तैयारी
- नारियल तेल और मोम को एक डबल बॉयलर में रखें और उन्हें गर्म करें।
- गर्म करते समय एक चम्मच से हिलाते रहें जब तक दोनों अवयव अच्छी तरह मिश्रित न हो जायें।
- जब एक समरूप तरल बन जाये तो जैतून तेल और लैवेंडर का तेल डालें।
- आंच से हटायें और विटामिन E कैप्सूल का जेल डालें।
- एक बार मिश्रण ठंडा हो जाये और क्रीम तैयार हो जाये तो उसे एक ढक्कन वाले ग्लास जार में संचित करने के लिए रखें।
- इसे एक ठंडी, अंधेरी जगह में रखें। यह दो महीने तक चलेगी।
इस्तेमाल करने का तरीका
- आपको जितनी जरूरत हो उतनी क्रीम अपने चेहरे, गर्दन और छाती पर लगायें।
- हम इसे रोज सोने से पहले इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं।
- धोने की कोई जरूरत नहीं है।
क्या आपने पहले भी कोई ऐसी चीज आजमाई है? इसे घर पर बनाकर देखें। आपको पता चलेगा कि अपनी त्वचा की नेचुरल सुंदरता को संरक्षित रखने के लिए आपको ढेर सारे पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं है।
यह आपकी रुचि हो सकती है ...