घर पर ब्लूबेरी कैसे उगाएं
ब्लूबेरी (Blueberry) का नीला रंग इसके ख़ास स्वाद की तरह ही आकर्षक होती है। यह स्वादिष्ट फल मझौले आकार की झाड़ी पर उगता है। यदि आपकी दिलचस्पी खुद अपने गार्डेन में ब्लूबेरी बुश उगाने की है, तो आगे पढ़ते रहें।
नीलबदरी वैक्सीनियम जीनस की बुश (Vaccinium) पर फलती है। ब्लूबेरी अपने स्वाद के कारण सबसे लोकप्रिय फलों में से एक है। इसलिए कई डिश के लिए एक प्रतिष्ठित घटक है।
इसके अलावा, इसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं।
ब्लूबेरी के गुण (The Properties of Blueberries)
ब्लूबेरी बहुत पौष्टिक फल हैं। तमाम गुणों के अलावा यह विटामिन C, फाइबर, पोटैशियम, आयरन और कैल्शियम की प्रचुर मात्रा के कारण विशेष रूप से जानी जाती है। इसके अलावा, यह प्राकृतिक एंटीऑक्सिडेंट वाले अपने पिगमेंट के कारण ख़ास तौर पर प्रसिद्ध हैं।
ब्लूबेरी के निम्नलिखित स्वास्थ्य लाभ हैं:
- उनमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट, एंथोसायनिन (Anthocyanin), और कैरोटीनॉइड (carotenoid) हड्डियों और दांतों के निर्माण में मदद करते हैं, साथ ही रेड ब्लड सेल्स के बनने और आयरन के अवशोषण में भी मदद करते हैं। वे नुकसानदेह तत्वों को भी बेअसर करते हैं।
- इनमें मौजूद पोटैशियम मांसपेशियों और नर्वस सिस्टम के कामकाज को बढ़ाता है।
- इनका फाइबर आंतों में मौजूद वनस्पतियों को रेगुलेट करने में मदद करता है।
- ब्लूबेरी का विटामिन आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाता है, जिसका अर्थ है कि यह फल आपमें रोग का जोखिम कम कर सकता है। इनका एंटीसेप्टिक एक्शन कीटाणुओं के संक्रमण से लड़ने में मदद करता है।
- गर्भवती महिलाओं को ज्यादा विटामिन की ज़रूरत होती है। इसलिए गर्भावस्था में ब्लूबेरी खाने की खूब सिफारिश की जाती है।
आपको यह भी पढ़ना चाहिए: 6 अद्भुत तरीके नाश्ते के समय हाई ट्राइग्लिसराइड को कम करने के लिए
घर पर ब्लूबेरी कैसे उगाएं
ऊपर बताये गए तमाम फायदों के कारण घर पर ब्लूबेरी उगाना बहुत फायदेमंद है। ऐसा करने के लिए क्या कुछ करना चाहिए?
यहां कुछ दिशानिर्देश दिए गए हैं जो आपकी मदद करेंगे।
फ्लावरपॉट
फ्लावरपॉट का आकार और टाइप इस बात पर निर्भर करेगा कि आप इसे कैसे उगायेंगे। यदि आप बीज से शुरू करते हैं, तो एक छोटे कंटेनर की जरूरत होगी। लेकिन अगर आप अंकुर (seedling) से शुरू करते हैं, तो आपको एक छोटे से फ्लावरपॉट का इस्तेमाल करना चाहिए।
जैसे-जैसे आपकी बुश बढ़े, इसे बड़े फ्लावरपॉट या मिट्टी में लगा देना चाहिए। 3-4 साल बाद आपको 60 से 70-लीटर वाले फ्लावरपॉट की ज़रूरत होगी।
मिट्टी
ब्लूबेरी के पौधे एसिडिक मिट्टी पसंद करते हैं, जिसका पीएच 4.5 के बीच होना चाहिए।
मिट्टी को ज्यादा एसिडिक बनाने के लिए, आप कम्पोस्ट, सल्फर या पीट मिला सकते हैं। कॉटनसीड मील और पाइन नीडल की कम्पोस्ट भी मिट्टी को ज्यादा एसिडिक बनाती है।
घर पर ब्लूबेरी उगाने के लिए ये स्टेप्स अपनाएँ
- सबसे पहले एक छोटे से कंटेनर में एक मोटी नैपकिन रखें और थोड़ा पानी डालें। फिर इसमें कुछ बीज डालें।
- एक-एक करके बीज उठाएं और उन्हें मिट्टी में रोपें। फिर उन्हें कवर करें।
- हर दिन पौधे को पानी दें और इसे हमेशा नम रखें।
- आपको फ्लावरपॉट को रोशनी वाले स्थान पर रखना होगा जहां हवा से इसे सुरक्षा दी गयी हो।
- ऑक्सीकरण और पानी की ड्रेनिंग सुनिश्चित करने के लिए मिट्टी को पलटना चाहिए।
- बीज बोने के बाद आप शाखाओं या ओक या देवदार के पत्तों से गीली घास की छाद बना सकते हैं। यह खरपतवार (weed) को उगने से रोकेगा, नमी को बनाए रखेगा और मिट्टी को एसिडिक बनाए रखेगा।
इसे भी पढ़ें : 5 तरीके : अपने पौधों के लिए नेचुरल कम्पोस्ट खाद बनाने के
विशेष देखभाल
एक ही फ्लावरपॉट में बहुत से बीज न डालें। क्योंकि ब्लूबेरी के पौधे को ठीक से विकसित होने के लिए कुछ जगह की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, जब आप बीज लगाते हैं तो मिट्टी काफी नम होनी चाहिए।
जब पौधा बढ़ जायें तो आपको इसे एक बड़े पॉट या सीधे जमीन में लगा देना होगा। ऐसा करते वक्त जड़ों को पूरी तरह से नम करना होगा ताकि वे इस प्रक्रिया में जख्मी न हों। उन्हें फिर से मिट्टी में लगाने से पहले लगभग 10 मिनट के लिए पानी की एक बाल्टी में भिगोने की सलाह दी जाती है। एक बार जब दोबारा प्लांटिंग पूरा कर लेने पर उस मिट्टी को गीला कर दें जहां आपने उन्हें रोपा है।
अंत में, याद रखें कि ब्लूबेरी सर्द जलवायु में सबसे अच्छी तरह से विकसित होती है। यह एक ऐसा पौधा है जो भीषण सर्दी के अनुसार भी अपने को अनुकूलित कर लेता है। हालांकि गर्मी से पौधे पर असर होता है। गर्म मौसम में इसकी ख़ास देखभाल करें और इसे धूप में न छोड़ें।
जैसा कि आपने देखा, इस पौधे को उगाना बहुत आसान है। चूंकि ब्लूबेरी के कई स्वास्थ्य लाभ हैं, इसलिए घर पर ब्लूबेरी उगाना बहुत अच्छा आईडिया है और एक मजेदार शौक भी!
- WebMD. Blueberries: nutritious things come in small packages. https://www.webmd.com/food-recipes/features/blueberries-nutritious-things-come-in-small-packages_
- Garrido, M. V. (2014). Arándano rojo I ( Vaccinium macrocarpon Ait .). Reduca (Biología).
- Rebolledo, C. (2013). Manual del arándano. Manual de Arándano.
- Gordó, M. Guía práctica para el cultivo de Arándanos en la zona norte de la provincia de Buenos Aires. Instituto Nacional de Tecnología Agraria. http://age.rus.uy/Gu%C3%ADa%20pr%C3%A1ctica%20para%20el%20cultivo%20de%20Ar%C3%A1ndanos.pdf
- Pervin, M., Hasnat, M. A., & Lim, B. O. (2013). Antibacterial and antioxidant activities of Vaccinium corymbosum L. leaf extract. Asian Pacific Journal of Tropical Disease, 3(6), 444–453. https://doi.org/10.1016/S2222-1808(13)60099-7
- E. Nova, A. Montero, S. Gómez y A. Marcos. La estrecha relación entre la nutrición
y el sistema inmunitario. Sociedad Española de Oncología Médica. http://www.seom.org/seomcms/images/stories/recursos/infopublico/publicaciones/soporteNutricional/pdf/cap_01.pdf - Makki K, Deehan EC, Walter J, Bäckhed F. The Impact of Dietary Fiber on Gut Microbiota in Host Health and Disease. Cell Host Microbe. 2018;23(6):705‐715. doi:10.1016/j.chom.2018.05.012
- James L. Lewis. Overview of Potassium’s Role in the Body. Merck Manual. https://www.merckmanuals.com/home/hormonal-and-metabolic-disorders/electrolyte-balance/overview-of-potassium-s-role-in-the-body
- Kalt, W., McDonald, J. and Donner, H. (2000), Anthocyanins, Phenolics, and Antioxidant Capacity of Processed Lowbush Blueberry Products. Journal of Food Science, 65: 390-393. doi:10.1111/j.1365-2621.2000.tb16013.x