4 चमत्कारी अर्क जो आपके शरीर की अंदरूनी सफ़ाई करके उसे शुद्ध करेंगे

सर्दी से बचाव के लिए हॉर्सटेल अर्क बहुत असरदार है। यह पाचक भी है और इसमें डाइयुरेटिक यानी मूत्रवर्धक गुण हैं। इससे यह शरीर में पानी के अतिरिक्त जमाव को घटाने में मदद करता है। यहाँ अपने शरीर की अंदरूनी सफ़ाई करने के लिए कुछ दूसरे र्अक के बारे में जानिये।
4 चमत्कारी अर्क जो आपके शरीर की अंदरूनी सफ़ाई करके उसे शुद्ध करेंगे

आखिरी अपडेट: 12 जुलाई, 2019

कई कारण हैं, जिनसे आप अपने शरीर में टॉक्सिन यानी जहरीले तत्वों को जमा कर लेते हैं। पर अपने शरीर में जमा इन नुकसानदेह सामग्रियों से छुटकारा पाकर आप देह की अंदरूनी सफ़ाई ज़रूर कर सकते हैं। इसके लिए कुछ अद्गुभुत गुणों वाले ये अर्क बेहद उपयोगी होंगे।

अर्क जो आपके शरीर की अंदरूनी सफ़ाई करेंगे

अपने शरीर की प्राकृतिक और पर्याप्त शुद्धि के लिए आप तमाम मूत्रवर्धक और पाचक औषधीय पौधों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस आर्टिकल में हम ऐसे पौधों की बात करेंगे जो आपके शरीर में जमा नुकसानदेह तत्वों को बाहर निकालकर उसे शुद्ध करने के लिए बेहतरीन विकल्प हैं।

इनका लगातार तीन हफ़्ते तक सेवन किया जा सकता है। इसके अलावा, ये इन काढ़े या अर्क (infusions) नाश्ते के वक्त पी जाने वाली कॉफी या हॉट चॉकलेट की जगह ले सकते हैं।

ये काढ़े एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर हैं। एक कप उबलते पानी में बताये गये औषधीय पौधे का एक बड़ा चम्मच डालकर आप ये काढ़े तैयार करते हैं। आपको उन्हें पांच से दस मिनट के लिए उबलते देना होगा।

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देह की सफ़ाई करने वाला हॉर्सटेल अर्क (Horsetail Infusion)

देह की सफ़ाई करने वाला हॉर्सटेल अर्क

हॉर्सटेल (horsetail) यानी अश्व पुच्छा में शक्तिशाली मूत्रवर्धक असर (diuretic effects) होता है।

कुल मिलाकर हॉर्सटेल एक ऐसा मेडिसिनल प्लान्ट है जिसमें क्लींजिंग के गुण भरे हुए हैं। इसमें पेपरमिंट, लीकोरिस(licorice), मोटी सौंफ, मिंट और सौंफ जैसी चीजें मिलायी जा सकती हैं।

आपको यह आसव बनाने के लिए इन सभी चीजों को बराबर मात्रा में मिलाना चाहिए। इससे मिलने वाला अर्क फेफड़े के बलगम और म्यूकस को निकालकर आपके शरीर को साफ करने में बहुत असरदार होगा। इसके अलावा, यह पाचन को भी दुरुस्त करने में आपकी मदद कर सकता है।

आपके शरीर को शुद्ध करने के लिए थाइम आसव (Thyme Infusion)

आपके शरीर को शुद्ध करने के लिए थाइम अर्क (Thyme Infusion)

थाइम लिवर के सही कामकाज को बहाल करता है। इसमें श्वसन को ठीक करने वाला गुण भी मौजूद है।

थाइम यानी अजवाइन के इस र्अक की सिफारिश उन लोगों के लिए ख़ास तौर पर की जाती है, जिनका पाचन खराब रहता है और जो घबराहट के शिकार हैं। इसके अलावा, थाइम पित्ताशय (gallbladder) और लिवर का कामकाज सुधारने में मददगार है। यह एंटीऑक्सिडेंट का एक बड़ा स्रोत भी है

  • इस अर्क को तैयार करने के लिए, एक कप उबलते पानी में बराबर मात्रा में थाइम, लेमन बाम (lemon balm), लिंडेन ब्लॉसम (linden blossom) यानी नींबू के फूल और एंजेलिका (angelica) मिलाएं।
  • फिर अर्क को ढक दें और करीब दस मिनट तक छोड़ दें।
  • इसे बाद इसे पिएं।

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स्ट्रॉबेरी के पत्ते का आसव (Strawberry Leaf Infusion)

स्ट्रॉबेरी पत्तों के अर्क में प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। यह काढ़ा शानदार मूत्रवर्धक भी है

जब शरीर में जमा होने वाले विषाक्त पदार्थ कुछ हाई यूरिक एसिड लेवल या गाउट (gout) जैसी समस्याएं पैदा करें तो स्ट्रॉबेरी की पत्तियां मदद कर सकती हैं

  • इस काढ़े को बनाने के लिए पुदीने की पत्तियों, स्ट्रॉबेरी की पत्तियों, ब्लूबेरी और कोल्टसफूट (coltsfoot) के पत्तों को बराबर भाग में मिलाएं।
  • आपको दिन में इसका एक कप पीना चाहिए।

एल्डर बेरी अर्क (Elderberry Infusion)

एल्डर बेरी अर्क (Elderberry Infusion)

एल्डर बेरी पाचन में सुधार करता है और एक शांतिदायक असर डालता है

इसके काढ़े में मूत्रवर्धक गुण होते हैं और यह आपके शरीर को साफ करता है। नेचुरल क्लींजिंग ट्रीटमेंट में एल्डर बेरी का खूब उपयोग होता है। इसके लिए आप इसमें कुछ ऐसे दूसरे पौधे भी शामिल कर सकते हैं जो पाचन सुधारते हैं और आपकी नर्व को शांत करते हैं।

  • एल्डर फ्लावर, हरी सौंफ, कैमोमाइल, कपूर की पत्तियों (sage leaves) और स्कैबिअस (scabious) की पत्तियों को मिलाएं
  • इसे ऐसे ही बनायें, जैसा कि हमने अभी-अभी ऊपर बताया है। हालांकि स्ट्रॉबेरी क्लींजिंग के पत्तों के आसव से अलग आप इस अर्क को दिन में दो से तीन बार पी सकते हैं।

हमें उम्मीद है, आप अपने शरीर को शुद्ध करने के लिए इन अर्क का आनंद लेंगे! ये जबरदस्त मूत्रवर्धक हैं और एंटीऑक्सिडेंट के साथ पैक किए गए हैं। याद रखें, उन्हें अपनी डाइट में शामिल ज़रूर करना है लेकिन बहुत अधिक मात्रा में नहीं।

इन्हें एक हेल्दी लाइफस्टाइल का अंग होना चाहिए। किसी भी हालात में उन्हें अपने डॉक्टर की बतायी हुई दवा की जगह इस्तेमाल न करें।



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