शरीफा खाने के 9 लाभ
दिल की आकृति वाला शरीफा पेरू के आन्देस इलाके में पैदा होने वाला एक फल होता है। बीज वाले इस फल का गूदा मीठा होता है व इसकी खाल हरे रंग की होती है। संतरे और मौसमी की ही तरह शरीफा भी शरद ऋतु और सर्दी में पैदा होता है। भारत के कुछ क्षेत्रों में इसे सीताफल भी कहा जाता है। शरीफा या सीताफल का वैज्ञानिक नाम एनोना स्कवामोसा (Annona squamosa) है और अंग्रेज़ी में इसे कस्टर्ड एप्पल (Custard apple) या शुगर एप्पल भी कहते हैं।
विटामिन ए, बी कॉम्प्लेक्स और सी के साथ-साथ वह पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन और ज़िंक जैसे मिनरलों से युक्त होता है।
शरीफा खाने के कई फायदों में से कुछेक को अब हम आपके साथ साझा करने जा रहे हैं।
1. शरीफा खाने से आपके कार्डियोवैस्कुलर स्वास्थ्य में सुधार आ जाता है
पोटैशियम की अपनी भारी मात्रा की बदौलत शरीफा आपके दिल की सेहत में सुधार लाने के साथ-साथ किसी प्राकृतिक ब्लड प्रेशर रेगुलेटर के तौर पर भी काम करता है। इसके अलावा, एंटीऑक्सीडेंट्स से युक्त शरीफा कोलेस्ट्रॉल के आपके स्तरों को भी काबू में रखता है।
और तो और, सोडियम और फैट की इसकी कम मात्रा इस फल को खाने का एक और कारण होती है, खासकर हाई ब्लड प्रेशर समेत दिल की अन्य परेशानियों से जूझते लोगों के लिए।
2. वह एक प्राकृतिक एंटी-माइक्रोबियल खाद्य पदार्थ होता है
शरीफा को खाने का एक और फायदा यह होता है कि परजीवियों से आपकी रक्षा करने की उसमें एक सहज क्षमता होती है।
उसकी इन खूबियों के पीछे फाइबर, नियासिन और साइटोटॉक्सिन्स की उसकी भारी मात्रा का हाथ होता है। इसके साथ ही, संक्रमणों का विरोध करने में हमारे शरीर की मदद करने वाले विटामिन सी जैसे प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट विटामिन सी की भी अच्छी-खासी मात्रा उसमें मौजूद होती है।
3. वज़न कम करने में शरीफा का कोई जवाब नहीं होता
शरीफा खाकर आप भरा-भरा महसूस करते हैं। स्वादिष्ट और सेहतमंद खान-पान से परहेज़ किए बगैर वज़न घटाने की यह एकदम सही तरकीब होती है।
अपने आहार में आप उसे किसी स्नैक, डेजर्ट या कसरत के बाद लिए जाने किसी खाद्य पदार्थ के तौर पर भी शामिल कर सकते हैं। अपने मध्यम लैक्सेटिव (रेचक) प्रभाव की वजह से कब्ज़ से जूझते लोगों के लिए भी शरीफा किसी रामबाण उपाय से कम नहीं होता।
4. उसका एक आरामदायक असर होता है
शरीफा आपके तंत्रिका-तंत्र को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है। दूसरे शब्दों में कहें तो किसी ट्रैंक्विलाइज़र की तरह काम करने वाला यह फल, तनाव या चिंता से परेशान लोगों के लिए एक शानदार घरेलू नुस्खा साबित हो सकता है।
वैसे भी, शरीफा में एक ऐसा अल्कालॉयड मौजूद होता है, जो डिप्रेशन (अवसाद) पैदा करने वाले रासायनिक पदार्थों के स्त्राव को नियंत्रित करता है।
5. शरीफा स्वास्थ्य-लाभ के लिए अच्छा होता है
इस फल में मौजूद मिनरलों के उच्च स्तर से कई तरह के रोगों से जूझते लोगों को अपने स्वास्थ्य-लाभ में फायदा हो सकता है। उनमें से कुछ मिनरल हैं:
- आयरन: एनीमिया से ग्रस्त लोगों के लिए फायदेमंद।
- कैल्शियम: ऑस्टियोपोरोसिस के मरीज़ों के लिए अच्छा।
- फॉस्फोरस: याददाश्त के लिए लाभकारी।
6. आपकी गर्भवस्था में शरीफा चार चाँद लगा सकता है
माँ बनने वाली महिलाओं के लिए शरीफा बहुत अच्छा होता है। स्वादिष्ट होने के साथ-साथ उसमें पोषक तत्वों की भी भरमार होती है। शरीफा में मौजूद निम्नलिखित पोषक तत्व आपके शिशु के स्वस्थ विकास में मददगार साबित होते हैं:
- एसेंशियल फैट्स
- फाइबर
- कार्बोहाइड्रेट्स
- प्रोटीन्स
- मिनरल्स
- विटामिन्स
भ्रूण के दिमाग, तंत्रिकाओं व इम्यून सिस्टम के सही विकास के लिए सीताफल यानी शरीफाअच्छा होता है। इस फल के नियमित सेवन से गर्भपात के जोखिम के साथ-साथ मॉर्निंग सिकनेस भी कम हो जाती है। इसके अलावा, आपके मूड स्विंग्स और कुछ विशिष्ट खान-पान के सेवन की आपकी इच्छा में भी कमी आ सकती है।
7. आपकी पाचन-क्रिया को नियंत्रित करने में शरीफा मददगार होता है
शरीफा पचाने में आसान तो होता ही है, कमज़ोरी महसूस करने वाले लोगों, अस्पताल में कई दिन बिताकर आए लोगों, कुछ खाद्य पदार्थों को पचाने में दिक्कत महसूस करने वाले व्यक्तियों या कब्ज़ के रोगियों के लिए यह फल अमृत जैसा होता है।
और तो और, फैट की इसकी कम मात्रा व फाइबर के इसके उच्च स्तर घातक कोलेस्ट्रॉल (एल.डी.एल) का खात्मा करने के साथ-साथ बाइल एसिड्स को सोखने में भी हमारे शरीर की सहायता करते हैं। गॉल ब्लैडर (पित्ताशय) की समस्याओं से जूझते लोगों के लिए शरीफा का यह गुण बेहद उपयोगी साबित होता है।
हमारी आँतों की हरकतों और बैक्टीरियल फ्लोरा को नियंत्रित करने वाले अपने फाइबर की बदौलत शरीफा एक कमाल का प्राकृतिक लैक्सेटिव भी साबित होता है।
8. शरीफा में एंटीऑक्सीडेंट्स की अच्छी-खासी मात्रा होती है
एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन सी और पॉलीफिनॉल कंपाउंड्स का शरीफा एक शानदार स्रोत होता है।
कैंसर, समय से पहले बढ़ती उम्र, स्थायी जन्मजात बीमारियों और न्यूरोडीजेनरेटिव रोगों से संबंधित ऑक्सीडेशन का मुकाबला करने के लिए ये पोषक तत्व कारगर होते हैं।
9. छोटे बच्चों के लिए वह एक लाजवाब फल होता है
बच्चों के विकास को बढ़ावा देने के लिए बाल रोग विशेषज्ञ इस फल की प्यूरी या जूस बनाकर उसे पीने सुझाव देते हैं।
शरीफा के अंग और उनके फायदे
- त्वचा: पकाए जाने पर उसका इस्तेमाल स्थायी कोलाइटिस के घरेलू इलाज के तौर पर किया जा सकता है।
- बीज: इनका इस्तेमाल डैंड्रफ से छुटकारा पाने के लिए किया जा सकता है।
- जड़: जड़ों की इन्फ्यूशन (अर्क) का इस्तेमाल पेट साफ़ करने वाली किसी कारगर दवा के तौर पर किया जा सकता है।
- पत्तियां: चाय बनाने में इनका इस्तेमाल किए जाने पर वे हमें ऐंठन और मरोड़ से राहत दिलाती हैं। एनीमिया, कोलाइटिस और कुपोषण के घरेलू उपाय के तौर पर भी शरीफा की पत्तियों का इस्तेमाल किया जा सकता है।
- पका हुआ फल: इस फल को टुकड़ों में खाया जा सकता है या इसकी प्यूरी बनाकर इसे पिया जा सकता है। कुपोषण, एनीमिया और कमज़ोरी के इलाज में यह मददगार होता है।
प्राचीन-काल से ही उपचार के लिए इस्तेमाल किए जाने वाला शरीफा एक लाजवाब फल होता है।
हाँ, शरीफा के ज़रूरत से ज़्यादा सेवन से आपको परहेज़ करना चाहिए। अपने कई फायदों के बावजूद आख़िर चीनी की तो उसमें भारी मात्रा होती है। इसीलिए उसका सेवन दिन में एक ही बार करें।