भविष्य में टखने के संभावित घाव से बचने के लिए मोच आने के शुरुवाती संकेतों के साथ ही मेडिकल सहायता लेना अहम होता है, जिससे आपको पर्याप्त देखभाल और ट्रीटमेंट मिल पाए।
टखने की चोट बहुत ही आम चोट है। सबसे ज्यादा खिलाड़ी ही बार-बार टखने की मोच से पीड़ित होते हैं।
हर खेल में बड़े जोखिम होते हैं। टखने की मोच इनमें एक है। हालांकि, एक
हल्की सी चाल भी मोच का कारण बन सकती है।
टखने की मोच में घाव लिगामेंट में होता है। यह लगभग अनिवार्य किस्म का घाव है, फिर भी कुछ सलाह और सुझाव नीचे दिए गए हैं जिनकी मदद से आप उनसे बच सकते हैं।
एक बार मोच आते ही उसकी विशेष देखभाल की ज़रूरत होती है। भले ही यह एक गंभीर बीमारी न हो, फिर भी यह बड़ी असुविधा का कारण बन सकती है।
टखने की
मोच के लिए एक ख़ास ट्रीटमेंट मौजूद है। फिर भी, इसका ठीक तरह से पालन न करने का परिणाम बहुत से लोगों को भुगतना पड़ता है।
ठीक तरह से देखभाल न होने पर टखने की मोच में सर्जिकल ट्रीटमेंट की जरूरत पड़ सकती है। इससे दोबारा पीड़ित नहीं होने के लिए मोच का ठीक तरह से भर जाना बहुत ज़रूरी है।
टखने की मोच की रोकथाम और इलाज के लिए कुछ सुझाव
प्रोप्रायोससेप्टिव ट्रेनिंग (Proprioceptive Training)
आम तौर पर खिलाड़ियों को दिया जाने वाला यह प्रशिक्षण घाव को भरने का एक अहम कदम है। इस ट्रेनिंग का प्रयोग टखने के भीतर मौजूद लिगामेंट यानी अस्थिबंध को
मजबूत करने के लिए किया जाता है।
स्वाभाविक है कि मोच और अन्य संभावित मामूली घावों को रोकने के लिए खिलाड़ियों के बीच इस प्रोप्रायोसेप्टिव ट्रेनिंग का उपयोग बहुत अधिक होता है।
इसका मूल उद्देश्य भविष्य में होने वाली चोट के खिलाफ प्रभावी प्रतिक्रिया के लिए टखने को तैयार करना है। इस तरह चोट के परिणाम उतने गंभीर नहीं हो पाते।
दोनों पैरों के बीच संतुलन
सभी लोगों की देह में एक डॉमिनेंट चरम रूझान होता है, जो उस अंग के दूसरे चरम रूझानों पर हावी होता है। इसके कारण दूसरे चरम रूझान पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाते।
किसी एक टखने में दूसरे टखने के मुकाबले ज्यादा प्रतिरोधी क्षमता होना बड़ी
समस्या पैदा करता है, क्योंकि इससे दूसरे टखने
में घाव लगने का खतरा बढ़ जाता है।इसलिए, टखने की मोच से बचने के लिए दोनों पैरों को समान रूप से प्रशिक्षित करना ज़रूरी है। यह आपके दोनों पैरों की मांसपेशियों के संतुलित विकास के लिए मौलिक जरूरत है।
मांसपेशियों का प्रशिक्षण
पर्याप्त मसल ट्रेनिंग टखने वाले भाग को ज्यादा मजबूत करेगी। इस तरह
मस्तिष्क और अन्य घावों को रोकने में इससे मदद मिलती है।
अच्छी तरह से प्रशिक्षित मांसपेशियां नाजुक टखने के क्षेत्र को कस लेंगी। इससे उनकी रक्षा हो पायेगी।
मांसपेशी प्रशिक्षण केवल एक्सरसाइज की इंटेंसिटी पर फोकस नहीं करती है, बल्कि गतिविधियों में मिलने वाले बैलेंस और टोनिंग पर भी इसका बराबर का जोर रहता है।
भय का खात्मा
टखने की मोच के भर जाने के भाद भी कई लोग इसके दोबारा होने के खौफ़ में जीते हैं।
इससे उनमें कुछ मानसिक सीमाएं पैदा हो जाती हैं, जो उनके पोस्चर और कुछ तरह की गतिविधियों को कर पाने की उनकी क्षमता को बुरी तरह प्रभावित करता है।
प्रभावित टखने के पूरी तरह से भरने के लिए यह ज़रूरी है कि आप उससे उन गतिविधियों को करने की मांग करें जो वे आम तौर पर करते हैं।
यदि चोटिल टखने का आप दूसरे तरह से उपयोग करेंगे, तो यह धीरे-धीरे कमज़ोर और निष्क्रिय हो सकता है। यदि ऐसा होता है, तो घाव का पूरी तरह से ठीक होना और भी मुश्किल हो जाएगा।
एक अच्छा ट्रीटमेंट अंततः टखने को पर्याप्त रूओप से गतिशील होने में मदद करता है। इस तरह व्यक्ति भावी चोट के डर से उबर पाता है।
विश्राम की एक निश्चित अवधि के बाद, टखने को उचित उत्तेजना मिलनी बहुत ज़रूरी है। इससे स्वास्थ्य लाभ करके यह धीरे-धीरे निरोग हो जाता है।
स्वास्थ्य लाभ का महत्व
टखने की चोट से पीड़ित होने पर आरोग्यलाभ महत्वपूर्ण है। बस किसी तरह समय गुजर जाने का इंतज़ार करने से इस स्थिति में कुछ भी मदद नहीं मिलेगी।
हालांकि इससे सूजन जरूर कम हो सकती है। लेकिन मांसपेशियाँ क्षतिग्रस्त ही रह जायेंगी। ऐसी स्थिति में इसकी सम्भावना ज्यादा है कि जल्दी ही आपको नयी मोच आयेगी।
टखने के घाव बहुत नाज़ुक किस्म के जख्म हैं। जैसे ही आपको लगे, तुरंत डॉक्टर की सहायता लीजिये।
इस मामले में डॉक्टर के पास जाना आरोग्यलाभ की ओर पहला कदम है। इसके बाद, फिजिकल थेरेपी इसके लिए सही ट्रीटमेंट के आजमाए जाने में मदद करेगी।
हालांकि इसमें लम्बा समय लग सकता है, फिर भी टखने के पूरे आरोग्यलाभ की ओर से आश्वस्त हो पाने का एकमात्र तरीका यही है।
तेजी से पहल करें
टखने में मोच आने के दिन से लेकर पहले दो दिन अत्यंत महत्त्वपूर्ण होते हैं। इस समयसीमा के भीतर डॉक्टर की मदद लेना अत्यंत आवश्यक होता है।
टखने के घाव की स्थिति में तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता होती है। संभव हो, तो मोच आते ही डॉक्टर के पास जाएँ। यह भविष्य की कई असुविधाओं को रोक देगा।
हालांकि टखने की मोच को गंभीर घाव नहीं माना जाता है, लेकिन इसका ट्रीटमेंट महत्वपूर्ण है। इस प्रकार की चोट का पर्याप्त इलाज नहीं किया जाना बाद में इसके लिए ज्यादा इलाज की ज़रूरत पैदा कर सकता है।
साथ ही, जैसा कि हमने पहले उल्लेख किया है, इलाज के अभाव में सिरे वाले इस अंग में अपरिवर्तनीय क्षय हो सकता है।
जो लोग स्पोर्ट्स और फिजिकल एक्टिविटी में हिस्सा लेते हैं, उन्हें बहुत सावधान रहना चाहिए।
मांसपेशियों की स्ट्रेचिंग बहुत ज़रूरी है। एक्सरसाइज से पहले और इसके बाद मांसपेशियों को वार्मअप करके तैयार किया जाना चाहिए। इससे रगड़ और चोट ज्यादा असरदार नहीं हो पायेगी।
टखने की मोच को रोकने का बेहतरीन तरीका एक्सरसाइज से पहले स्ट्रेचिंग करना और अंगों को भरपूर हिलाना-डुलाना है।
टखने की चोट बहुत ही आम चोट है। सबसे ज्यादा खिलाड़ी ही बार-बार टखने की मोच से पीड़ित होते हैं।
हर खेल में बड़े जोखिम होते हैं। टखने की मोच इनमें एक है। हालांकि, एक
हल्की सी चाल भी मोच का कारण बन सकती है।
टखने की मोच में घाव लिगामेंट में होता है। यह लगभग अनिवार्य किस्म का घाव है, फिर भी कुछ सलाह और सुझाव नीचे दिए गए हैं जिनकी मदद से आप उनसे बच सकते हैं।
एक बार मोच आते ही उसकी विशेष देखभाल की ज़रूरत होती है। भले ही यह एक गंभीर बीमारी न हो, फिर भी यह बड़ी असुविधा का कारण बन सकती है।
टखने की
मोच के लिए एक ख़ास ट्रीटमेंट मौजूद है। फिर भी, इसका ठीक तरह से पालन न करने का परिणाम बहुत से लोगों को भुगतना पड़ता है।
ठीक तरह से देखभाल न होने पर टखने की मोच में सर्जिकल ट्रीटमेंट की जरूरत पड़ सकती है। इससे दोबारा पीड़ित नहीं होने के लिए मोच का ठीक तरह से भर जाना बहुत ज़रूरी है।
टखने की मोच की रोकथाम और इलाज के लिए कुछ सुझाव
प्रोप्रायोससेप्टिव ट्रेनिंग (Proprioceptive Training)
आम तौर पर खिलाड़ियों को दिया जाने वाला यह प्रशिक्षण घाव को भरने का एक अहम कदम है। इस ट्रेनिंग का प्रयोग टखने के भीतर मौजूद लिगामेंट यानी अस्थिबंध को
मजबूत करने के लिए किया जाता है।
स्वाभाविक है कि मोच और अन्य संभावित मामूली घावों को रोकने के लिए खिलाड़ियों के बीच इस प्रोप्रायोसेप्टिव ट्रेनिंग का उपयोग बहुत अधिक होता है।
इसका मूल उद्देश्य भविष्य में होने वाली चोट के खिलाफ प्रभावी प्रतिक्रिया के लिए टखने को तैयार करना है। इस तरह चोट के परिणाम उतने गंभीर नहीं हो पाते।
दोनों पैरों के बीच संतुलन
सभी लोगों की देह में एक डॉमिनेंट चरम रूझान होता है, जो उस अंग के दूसरे चरम रूझानों पर हावी होता है। इसके कारण दूसरे चरम रूझान पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाते।
किसी एक टखने में दूसरे टखने के मुकाबले ज्यादा प्रतिरोधी क्षमता होना बड़ी
समस्या पैदा करता है, क्योंकि इससे दूसरे टखने
में घाव लगने का खतरा बढ़ जाता है।इसलिए, टखने की मोच से बचने के लिए दोनों पैरों को समान रूप से प्रशिक्षित करना ज़रूरी है। यह आपके दोनों पैरों की मांसपेशियों के संतुलित विकास के लिए मौलिक जरूरत है।
मांसपेशियों का प्रशिक्षण
पर्याप्त मसल ट्रेनिंग टखने वाले भाग को ज्यादा मजबूत करेगी। इस तरह
मस्तिष्क और अन्य घावों को रोकने में इससे मदद मिलती है।
अच्छी तरह से प्रशिक्षित मांसपेशियां नाजुक टखने के क्षेत्र को कस लेंगी। इससे उनकी रक्षा हो पायेगी।
मांसपेशी प्रशिक्षण केवल एक्सरसाइज की इंटेंसिटी पर फोकस नहीं करती है, बल्कि गतिविधियों में मिलने वाले बैलेंस और टोनिंग पर भी इसका बराबर का जोर रहता है।
भय का खात्मा
टखने की मोच के भर जाने के भाद भी कई लोग इसके दोबारा होने के खौफ़ में जीते हैं।
इससे उनमें कुछ मानसिक सीमाएं पैदा हो जाती हैं, जो उनके पोस्चर और कुछ तरह की गतिविधियों को कर पाने की उनकी क्षमता को बुरी तरह प्रभावित करता है।
प्रभावित टखने के पूरी तरह से भरने के लिए यह ज़रूरी है कि आप उससे उन गतिविधियों को करने की मांग करें जो वे आम तौर पर करते हैं।
यदि चोटिल टखने का आप दूसरे तरह से उपयोग करेंगे, तो यह धीरे-धीरे कमज़ोर और निष्क्रिय हो सकता है। यदि ऐसा होता है, तो घाव का पूरी तरह से ठीक होना और भी मुश्किल हो जाएगा।
एक अच्छा ट्रीटमेंट अंततः टखने को पर्याप्त रूओप से गतिशील होने में मदद करता है। इस तरह व्यक्ति भावी चोट के डर से उबर पाता है।
विश्राम की एक निश्चित अवधि के बाद, टखने को उचित उत्तेजना मिलनी बहुत ज़रूरी है। इससे स्वास्थ्य लाभ करके यह धीरे-धीरे निरोग हो जाता है।
स्वास्थ्य लाभ का महत्व
टखने की चोट से पीड़ित होने पर आरोग्यलाभ महत्वपूर्ण है। बस किसी तरह समय गुजर जाने का इंतज़ार करने से इस स्थिति में कुछ भी मदद नहीं मिलेगी।
हालांकि इससे सूजन जरूर कम हो सकती है। लेकिन मांसपेशियाँ क्षतिग्रस्त ही रह जायेंगी। ऐसी स्थिति में इसकी सम्भावना ज्यादा है कि जल्दी ही आपको नयी मोच आयेगी।
टखने के घाव बहुत नाज़ुक किस्म के जख्म हैं। जैसे ही आपको लगे, तुरंत डॉक्टर की सहायता लीजिये।
इस मामले में डॉक्टर के पास जाना आरोग्यलाभ की ओर पहला कदम है। इसके बाद, फिजिकल थेरेपी इसके लिए सही ट्रीटमेंट के आजमाए जाने में मदद करेगी।
हालांकि इसमें लम्बा समय लग सकता है, फिर भी टखने के पूरे आरोग्यलाभ की ओर से आश्वस्त हो पाने का एकमात्र तरीका यही है।
तेजी से पहल करें
टखने में मोच आने के दिन से लेकर पहले दो दिन अत्यंत महत्त्वपूर्ण होते हैं। इस समयसीमा के भीतर डॉक्टर की मदद लेना अत्यंत आवश्यक होता है।
टखने के घाव की स्थिति में तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता होती है। संभव हो, तो मोच आते ही डॉक्टर के पास जाएँ। यह भविष्य की कई असुविधाओं को रोक देगा।
हालांकि टखने की मोच को गंभीर घाव नहीं माना जाता है, लेकिन इसका ट्रीटमेंट महत्वपूर्ण है। इस प्रकार की चोट का पर्याप्त इलाज नहीं किया जाना बाद में इसके लिए ज्यादा इलाज की ज़रूरत पैदा कर सकता है।
साथ ही, जैसा कि हमने पहले उल्लेख किया है, इलाज के अभाव में सिरे वाले इस अंग में अपरिवर्तनीय क्षय हो सकता है।
जो लोग स्पोर्ट्स और फिजिकल एक्टिविटी में हिस्सा लेते हैं, उन्हें बहुत सावधान रहना चाहिए।
मांसपेशियों की स्ट्रेचिंग बहुत ज़रूरी है। एक्सरसाइज से पहले और इसके बाद मांसपेशियों को वार्मअप करके तैयार किया जाना चाहिए। इससे रगड़ और चोट ज्यादा असरदार नहीं हो पायेगी।
टखने की मोच को रोकने का बेहतरीन तरीका एक्सरसाइज से पहले स्ट्रेचिंग करना और अंगों को भरपूर हिलाना-डुलाना है।