6 नेचुरल ट्रीटमेंट सूजे हुए पैरों और टखनों के लिए
सूजे हुए पैरों और एड़ियों की समस्या काफी आम है, खासकर महिलाओं और बुजुर्गों में। इस क्षेत्र में द्रव प्रतिधारण एडीमा के नाम से जाना जाता है। आप इसका नेचुरल उपचार के साथ इलाज कर सकते हैं। क्या आप जानना चाहते हैं कि उनमें से कुछ उपचार कौन से हैं? पढ़ते रहिये!
पैरों और टखनों की सूजन का क्या कारण है?
यह समस्या कभी-कभी आपकी टांगों और जांघों तक भी बढ़ सकती है। सूजे हुए पैरों और एड़ियों के कारणों में ये सब शामिल हैं:
- मोटापा
- पैर में एक खून के थक्के का विकास
- बुढ़ापा
- पैर का संक्रमण या इन्फेक्शन
- आपकी नसें आपके हृदय में रक्त वापस पंप नहीं कर पा रही हैं
- बहुत ज्यादा समय के लिए बैठे या खड़े रहना
- बहुत ज्यादा नमक खाना
- पर्याप्त पानी नहीं पीना
- आपका मासिक चक्र
- गर्भावस्था
- जन्म नियंत्रण या एस्ट्रोजेन की खुराक लेना
- हृदय या लीवर की विफलता
- किडनी से सम्बंधित समस्याएं
जैसा कि आप देख सकते हैं, सब तरह की चीजें हैं जो पैरों और एड़ियों की सूजन का कारण बन सकती हैं। इसलिए एक प्रोफेशनल से एकदम सही निदान प्राप्त करना जरुरी है।
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सूजे हुए पैरों और टखनों के लिए घरेलू उपचार
देखने में अप्रिय लगने या कष्टप्रद होने के अलावा, एडीमा एक स्वास्थ्य समस्या है जिससे आपको निपटने की जरुरत है। सौभाग्य से, कुछ नेचुरल उपचार हैं जो सूजे हुए पैरों और एड़ियों की समस्याओं को कम करने में मदद कर सकते हैं।
इन घर के बने विकल्पों को आजमायें:
सेज और रोजमेरी के पानी में पैरों को भिगोयें
जब आप पूरे दिन बाहर रहने, या अपने कार्यस्थल में लंबे समय तक खड़े या बैठे रहने के बाद घर आते हैं तो अपने पैरों को सुखदायक सामग्री में भिगोना बहुत अच्छा होता है।
दिन में केवल 15 मिनट के लिए ऐसा करने से आपको ज्यादा आराम मिलेगा और सूजन के कारण होने वाले दबाव के दर्द से बचने में मदद मिलेगी।
सामग्री
- 5 बड़े चम्मच सेज (50 ग्राम)
- 5 बड़े चम्मच रोजमेरी (50 ग्राम)
- 2 कप गुनगुना पानी (500 मिलीलीटर)
तैयारी
- पानी को गर्म करें और एक उपयुक्त कंटेनर में डालें (उसमें दोनों पैरों को रखने की जगह होनी चाहिए)।
- सेज और रोजमेरी डालें और अच्छी तरह से हिलायें।
- अपने पैरों को इस पानी में रखें और जब तक पानी ठंडा हो जाये तब तक भिगोयें (लगभग 15 मिनट)।
नमक के पानी में भिगोयें
यह जिन लोगों के पैर और एड़ियां सूजी हुई हैं उनके लिए सबसे पोपुलर उपाय है। सबसे अच्छी बात यह है कि आप टेलीविज़न देखते हुए, सोफे पर पढ़ते हुए, या अपने परिवार के साथ अपने दिन के बारे में बात करते हुए अपने पैरों को इसमें भिगो सकते हैं।
सामग्री
- 3 और 1/2 बड़े चम्मच मोटा समुद्री नमक (40 ग्राम)
- 2 कप गुनगुना पानी (500 मिलीलीटर)
- 2 कप ठंडा पानी (500 मिलीलीटर)
तैयारी
- पानी को गर्म करें और एक उपयुक्त कंटेनर में डालें।
- नमक की आधी मात्रा डालें और तब तक हिलाते रहें जब तक यह घुल जाये।
- ठंडे पानी की थोड़ी मात्रा डालें ताकि तापमान आपके पैरों के लिए आरामदायक हो जाये।
- लगभग 10 मिनट के लिए अपने पैरों को इसमें भिगोयें।
- पैरों को सुखायें और पानी को फेंक दें।
- बाकी ठंडे पानी को कंटेनर में डालें और उसमें बचा हुआ नमक डालें।
- अपने पैरों को कम से कम तीन मिनट के लिए भिगोयें।
- गर्म और ठंडे पानी के बीच का यह अंतर आपके पैरों और एड़ियों में सर्कुलेशन को बढ़ावा देता है, जिससे सूजन को कम करने में मदद मिलती है।
पुदीने के पानी में भिगोयें
पुदीने में बहुत सारी खूबियां होती हैं: यह ताजगी देता है। यह मूत्रवर्धक है और सूजन को रोकता है। इसलिए यह सूजे हुए पैरों और एड़ियों से निपटने के लिए बहुत अच्छा है।
सामग्री
- 3 बड़े चम्मच ताजे पुदीने के पत्ते (30 ग्राम)
- 1 लीटर पानी
तैयारी
- पानी को गर्म करें, जब वह उबलने लगे तो उसमें पुदीने के पत्ते डालें।
- लगभग 10 मिनट के लिए धीमी आंच पर उबलने दें, फिर आंच पर से हटायें और थोड़ा ठंडा होने दें।
- इस मिश्रण को एक कंटेनर में डालें और जब यह काफी ठंडा हो जाए तो इसमें अपने पैरों को भिगोयें।
- 15 मिनट तक या पानी ठंडा होने तक पैरों को इसमें रखें।
हॉर्सटेल की चाय
हॉर्सटेल की चाय शरीर में जमा होने वाले नुकसानदेह पदार्थों को हटाने के लिए बहुत अच्छी है क्योंकि यह एक जबरदस्त मूत्रवर्धक है।
सामग्री
- 2 बड़े चम्मच हॉर्सटेल (20 ग्राम)
- 1 लीटर पानी
तैयारी
- एक सॉस पैन में पानी और हॉर्सटेल डालें।
- 15 मिनट के लिए उबालें।
- आंच से हटायें और ढककर भीगा रहने दें, फिर तरल को छानें।
- इस चाय को दिन भर पियें। आप चाहें तो शहद डालकर इसे मीठा बना सकते हैं।
दालचीनी और लौंग की मालिश
आप नमक या सेज और रोजमेरी के पानी में अपने पैरों को भिगोने के बाद इस लोकल उपचार को हॉर्सटेल की चाय के साथ जोड़ सकते हैं।
सामग्री
- 1 दालचीनी की डंडी
- 3 लौंग
- 2 बड़े चम्मच जैतून का तेल (Olive Oil) (32 ग्राम)
तैयारी
- एक ओखल या मोर्टार का उपयोग करके लौंग और दालचीनी की डंडी को क्रश करें और एक बारीक पाउडर बनायें।
- एक सॉस पैन में इन मसालों और जैतून के तेल को डालें। अच्छी तरह से हिलायें।
- एक मिनट के लिए धीमी आंच पर गर्म करें (आप माइक्रोवेव में भी दो मिनट के लिए गर्म कर सकते हैं, यह सुनिश्चित कर लें कि आप एक उचित कंटेनर का उपयोग करें)।
- मिश्रण को ठंडा हो जाने दें और इसे प्रभावित क्षेत्र की मालिश करने के लिए इस्तेमाल करें।
- अपने हाथ को नीचे से ऊपर की ओर गोल-गोल घुमाते हुए मालिश करें और धोएं नहीं।
- मोजे पहनें (ऊन सबसे अच्छा है) ताकि तेल अच्छी तरह से अवशोषित हो सके और आपकी चादरों पर दाग न लगे।
- सुबह मोजे उतारें और गुनगुने पानी से धोएं।
- इसे एक सप्ताह के लिए रोज रात को दोहराएं।
कैमोमाइल की मालिश
यहाँ एक और जड़ी बूटी है जिसे आप उसके कई गुणों (खास तौर से सूजन रोकने) की वजह से घर पर रख सकते हैं। आप प्रभावित क्षेत्र की मालिश करने के लिए इसका एसेंशियल ऑयल इस्तेमाल कर सकते हैं या चाय बना सकते हैं।
सामग्री
- 2 बड़े चम्मच कैमोमाइल के फूल (20 ग्राम)
- 2 कप पानी (500 मिलीलीटर)
तैयारी
- पानी को गर्म करें और कैमोमाइल के फूल डालें।
- जब वह उबलने लगे तो उसे 10 मिनट के लिए धीमी आंच पर उबलने दें।
- आंच पर से हटायें और इसे ठंडा होने दें।
- पानी को छानें और धीरे-धीरे पैरों पर डालें।
- पैरों से घुटनों तक हाथ को गोल-गोल घुमाकर मालिश करें।