इन 6 आसान कसरतों से अपने फूले पेट को आराम देकर अपने हाज़मे में सुधार लाएं
अपने तन और मन को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने के लिए सबसे बेहतरीन आदतों में से एक होती है नियमित कसरत। अपने फूले पेट से राहत पाकर अपने हाज़मे में सुधार ले आना उसके कई फायदों में से एक होता है।
शारीरिक व्यायाम से हमारे शरीर की प्रमुख प्रणालियों को बल मिलता है। और तो और, अतिरिक्त कैलोरीज़ और चरबी से छुटकारा पाने के सबसे सुरक्षित और कारगर तरीकों में से भी वह एक होता है।
फ़िलहाल अपने शरीर को कसरत की दैनिक ख़ुराक देने के कई तरीके मौजूद हैं। दरअसल आजकल कसरत करने के लिए तो आपको जिम जाने की भी ज़रूरत नहीं होती।
ऐसी कई वर्कआउट रूटीन्स हैं, जो वज़न कम करने में हमारी मदद कर हमारी सेहत को भला-चंगा बनाए रखने में अपना योगदान देती हैं। इन्हें अपनाने के लिए आपको जिम के महंगे-महंगे उपकरणों की कोई ज़रूरत नहीं होती।
इन रूटीन्स के दौरान की गयी कई कसरतों का आपके स्वास्थ्य पर एक अच्छा असर पड़ता है। उनमें से कुछ आपके फूलते पेट से आपको राहत दिलाकर आपकी पाचन-क्रिया की जटिलताओं को दूर करने का काम करती हैं।
इन कसरतों को किसी भी खुली जगह पर व किन्हीं भी घरेलू नुस्खों के साथ अपनाया जा सकता है।
उन्हें अपने घर पर आज़माकर आप उनके फायदों को खुद ही क्यों नहीं देख लेते?
फूले पेट से राहत दिलाने वाली कसरतें
1. घुटनों को छाती तक लाने वाली कसरत
गैस को कम कर फूले पेट से राहत पाने के लिए यह सबसे बेहतरीन कसरतों में से एक होती है।
करने की विधि
- योग वाली किसी चटाई पर लेटकर अपनी टांगों को फैला लें व अपनी बाज़ुओं को अपने शरीर के बगल में रख दें।
- गहरी सांस अंदर लेते हुए अपने घुटनों को धीरे-धीरे अपनी छाती तक ले आएं।
- अपनी दोनों टांगों को अपने हाथों में थामकर अपनी टेलबोन को फर्श से ऊपर उठाने की कोशिश करें।
- अपनी पीठ और कंधों के ब्लेड्स को फर्श पर टिकाए रखें।
- कुछ मिनट तक उसी मुद्रा में रहकर धीरे-धीरे सांस लेते हुए अपनी शुरुआती मुद्रा में लौट जाएँ।
2. बालासन
बच्चों वाली मुद्रा एक ऐसी आरामदायक कसरत होती है, जिससे हमारी पीठ के निचले हिस्से और टांगों की मांसपेशियों में मज़बूती आ जाती है।
इस मुद्रा का अभ्यास करने से कब्ज़ और तनाव की वजह से होने वाली हाज़मे की समस्याओं के लक्षणों से आपको राहत मिलती है। कुछ विशेषज्ञों का तो यहाँ तक मानना है कि यह फूले पेट से भी आराम दिलाती है।
करने की विधि
- घुटने टेककर अपनी एड़ियों के बल बैठते हुए अपने पैरों को कुछ इस तरह से पोज़ीशन कर लें कि आपके पैरों के अंगूठे आपके कूल्हों के संपर्क में हों।
- एक गहरी सांस लें। उसके बाद सांस छोड़ते हुए अपने हाथों समेत अपनी धड़ को आगे झुका लें।
- अपनी गर्दन को रिलैक्स्ड रखते हुए अपने माथे से फर्श का हल्का-सा स्पर्श करें।
- एक मिनट तक इस मुद्रा में रहने के बाद अपनी शुरुआती मुद्रा में लौट जाएँ।
3. बैठकर अपनी रीढ़ की हड्डी को मोड़ना
इस मुद्रा से आपका शरीर और लचीला हो जाता है, आपका पेट टोन हो जाता है व मलत्याग की प्रक्रिया को तेज़ करने के लिए आपके पाचक अंगों पर दबाव पड़ने लगता है। उस मलत्याग के माध्यम से भी अपने फूले पेट से आपको राहत मिल सकती है।
करने की विधि
- किसी कालीन या चटाई पर सीधे बैठकर अपनी धड़ और टांगों के बीच 90 डिग्री का कोण बना लें।
- अपने दायें घुटने को धीरे-धीरे मोड़ते हुए अपने दायें कूल्हे को दायीं ओर मोड़ लें।
- अपनी बायीं कोहनी से अपने दायें घुटने को सहारा देकर आप आराम से जितनी पीछे जा सकते हैं, चले जाएँ।
- इस मुद्रा को 30 सेकंड तक बनाए रखकर कुछ देर आराम करें और फिर इसी प्रक्रिया को दूसरी तरफ़ दोहराएं।
4. आरामदायक स्क्वैट
यह स्क्वैट गैस, सूजन, पेट फूलने और पाचन तंत्र की अन्य जटिलताओं का मुकाबला करने के लिए काम आता है।
इससे आपके शारीरिक संतुलन में सुधार भी आता है व आपके ग्ल्यूट्स और टांगों को फायदा भी मिलता है।
करने की विधि
- अपने पैरों के बीच अपने कूल्हों जितना फासला बनाकर सीधे खड़े हो जाएँ।
- अपने घुटनों को थोड़ा-सा मोड़कर अपने कूल्हों को कुछ इस तरह से पीछे की तरफ़ झुका लें, जैसे आप किसी कुर्सी पर बैठने वाले हों।
- अपनी दोनों बाज़ुओं को अपने सिर के ऊपर ले जाकर उस मुद्रा को एक मिनट तक बनाए रखें।
- इस कसरत को करते हुए सांस अंदर-बाहर करें।
5. ब्रिज
ब्रिज, आपके पेट, टांगों और ग्ल्यूट्स को टोन कर देने वाली एक आसान-सी कसरत होती है।
इस कसरत का नियमित अभ्यास आपके तनाव, पीठ दर्द और पेट की सामान्य परेशानियों समेत आपके फूले पेट में भी कमी ले आता है।
करने की विधि
- अपने घुटनों को मोड़कर व अपने पैरों को फर्श पर टिकाकर अपनी पीठ के बल लेट जाएँ।
- अपने कूल्हों को आप जितना उठा सकते हैं, उठा लें। ऐसा करते वक़्त अपनी बाज़ुओं की मदद से अपने शरीर को स्थिर बनाए रखें।
- लगभग 30 सेकंड तक अपने पेल्विस को ऊपर उठाए रखकर एक ही धीमी हरकत में अपनी शुरुआत मुद्रा में लौट आएं।
6. एक्सटेंडिड ट्रायंगल पोज़
अपने कूल्हों और घुटनों की नसों और जोड़ों को कसरत के माध्यम से आराम दिलाने का यह एक दिलचस्प तरीका होता है।
इस कसरत से अपने फूले पेट और आँतों की धीमी हरकतों से आपको राहत मिलती है। पाचन-तंत्र की असहजता पर भी काफ़ी हद तक यह लगाम लगा देती है।
करने की विधि
- अपने पैरों के बीच अपने कंधों जितना फासला बनाकर खड़े हो जाएँ।
- एक पाँव को बगल में ले जाते हुए अपने पैरों के बीच लगभग एक मीटर का फासला बना लें।
- अपनी हथेलियों का मुंह नीचे की तरफ़ रखते हुए अपनी बाज़ुओं को अपने कंधों जितनी ऊँचाई पर ले जाएँ। ऐसा करते हुए अपनी सांस अंदर खींचें।
- अपने बायें पैर को 90 डिग्री, और अपने दायें पैर को 60 डिग्री बायीं ओर मोड़ दें।
- सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे अपनी बायीं ओर झुकें।
- अपने बायें हाथ को अपनी बायीं टांग पर रखकर उसे ज़्यादा से ज़्यादा नीचे ले जाने की कोशिश करें।
- अपनी गर्दन को मोड़कर अपनी ऊपर उठी दायीं बाज़ू को देखें।
- सांस लेते हुए इस मुद्रा को 20 से 30 सेकंड तक बनाए रखें।
क्या आप कुछ पाचन समस्याओं से छुटकारा पाने की ताक में हैं? इन आसान-सी कसरतों को आज़माकर देखें कि अपने पेट की समस्याओं से आपको कुछ आराम मिलता है या नहीं।
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