नाखूनों के फंगस का सफाया किचेन की इन दो सामग्रियों से
नाखूनों का पीलापन, उनमें दरारें पड़ना और पैरों कि उँगलियों के बीच खुजली… ये सब लक्षण फफूँद से होने वाले संक्रमण की कहानी कहते हैं। औसतन हर पांच में एक आदमी को नाखूनों के फंगस प्रभावित करते हैं। डॉक्टरों की भाषा में इसे ओंकोमाइकॉसिस के नाम से जाना जाता है।
नाखूनों के फंगस महिलाओं से ज़्यादा पुरुषों को प्रभावित करते हैं। लेकिन एक बड़ी तादाद में महिलायें भी इनका शिकार होती हैं।
कमजोर इम्यून सिस्टम, ज्यादा पसीना आना, गलत जूते पहनना और कई दूसरे कारण इसकी मौजूदगी के लिए जिम्मेदार हैं। ये इन सूक्ष्म जीवों के विकास को बढ़ावा देते हैं।
नाखूनों के फंगस से होने वाले संक्रमण को ठीक करने के लिए, इन्हें नष्ट करने के लिए बाजार में दर्जनों उपाय उपलब्ध हैं। इनमें से ज़्यादातर प्रोडक्ट महंगे होते हैं। इसके अलावा, इन्हें पूरी निष्ठां से लगाने के बाद भी हो सकता है ये मनचाहा परिणाम न दें।
सौभाग्य से, इसके प्राकृतिक समाधान उपलब्ध हैं। इनके लिए ढेर सारे पैसे खर्च करने की भी जरूरत नहीं। इन्हें मूलभूत सामग्रियों से बनाया जा सकता है।
हम आपको दिखाएंगे कि नाखूनों के फंगस को मारने और अपने पैरों को ठीक करने के लिए फफूँदरोधी गुणों वाली दो सामग्रियों को कैसे मिलाना है।
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नाखूनों के फंगस का इलाज इन दो सामग्रियों से करें
इन सामग्रियों को ज्यादा मात्रा में लगाने से फंगस रातोंरात गायब नहीं होंगे। इनका पूरा सफाया तो हाइजिन में सुधार और एंटी फंगल उपचार के लगातार उपयोग से ही होगा।
बेकिंग सोडा और एप्पल साइडर दो प्रोडक्ट हैं जो ज्यादातर किचेन में मिल जायेंगे। नाखूनों के फंगस की इस बुरी समस्या को खत्म करने के लिए हम अपने उपचार में इन दो सामग्रियों का उपयोग करेंगे।
वैकल्पिक चिकित्सा में ये दोनों पदार्थ अपने एक्टिव कंपाउंड और इनसे होने वाले ख़ास लाभों के लिए जाने जाते हैं।
बेकिंग सोडा के गुण
केमिस्ट्री की भाषा में बात करें तो सोडियम बाइकार्बोनेट यानी बेकिंग सोडा एक सफेद पाउडर है।
खाना पकाने और पर्यावरण के अनुकूल साफ-सफाई में इसका इस्तेमाल किया जाता है। इसके क्षारीय, एंटीसेप्टिक और एंटीऑक्सीडेंट गुण इसे विभिन्न प्रकार की बीमारियों के इलाज में असरदार बना देते हैं।
इसमें एक्सफोलिट करने वाले गुण हैं। शरीर में कहीं-कहीं मौजूद त्वचा की बेजान परत को हटाकर उस स्थान को साफ करने के साथ-साथ संक्रमण रोकने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके एक्टिव कंपाउंड फंगस की मौजूदगी को कम करते हैं और नाख़ून की सतह को हर प्रकार की क्षति से बचाते हैं।
इसे लेकर हमारी और भी हिदायत है। यह शक्तिशाली दुर्गन्ध नाशक है। बैक्टीरिया से होने वाले दुर्गन्ध को बेअसर करने में यह बहुत ही उपयोगी है।
एप्पल साइडर सिरके के गुण
एप्पल साइडर सिरके का उपयोग सलाद की सजावट और दूसरे व्यंजन बनाने में होता है। यह पौष्टिक सेब के फर्मेंटेशन से निकलता है। सिरके को बनाने की प्रक्रिया में गुणकारी बैक्टीरिया और खमीर का इस्तेमाल होता है।
इसमें मैलिक एसिड और एसिटिक एसिड होते हैं। इनके गुण कई प्रकार के संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। यह उस एनवायरमेंट को ही बदल देता है जिसमे फफूंद फल-फूल सकते हैं। इसे लगातार इस्तेमाल करना फफूँद को फैलने से बचने का एक प्रभावी तरीका है।
यह भरपूर मात्रा में बायोफ्लावनोइड, विटामिन, खनिज और पेक्टिन भी प्रदान करता है।
नाखूनों के फंगस को मारने वाली इस औषधि को ऐसे बनाएं
फंगसरोधी यह उपचार इन दोनों सामग्रियों में मौजूद नेल फंगस को मारने वाले फायदेमंद गुणों का लाभ उठाता है।
सबसे पहले, हम सिरके का उपयोग करेंगे। इसे या तो सीधे तौर पर या पैर धोने के साथ-साथ ही लगाया जा सकता है। फिर, हम इस सामग्री के प्रभाव को बढ़ावा देने के लिए बेकिंग सोडा को लगाएंगे।
सामग्रियाँ
- 1/2 एप्पल साइडर सिरका
- 6 कप गरम पानी
- 3 चम्मच बेकिंग सोडा
दिशानिर्देश
- फूट बाथ में तीन कप गर्म पानी के साथ सिरका मिलाएं।
- घोल में अपना पैर डुबोएं और 20 मिनट तक भिंगो कर रखें।
- अपने पैरों को अच्छी तरह सुखाएँ।
- अब तीन कप गर्म पानी और बेकिंग सोडा के साथ एक बाथ तैयार करें और अपने पैरों को अगले 15 मिनट तक भिगो कर रखें।
- एक एक्सफोलियेटिंग प्रोडक्ट से धीरे-धीरे मालिश करें।
- फफूँद संक्रमण को पूरी तरह से हटाने के लिए, इस प्रक्रिया को हर रात तब तक दोहराएँ जब तक आप इसमें पूर्णतया सुधार नहीं देख लेते।
- प्रभावित नाख़ून में सीधे तौर पर लगाने के लिए आप सिरके के साथ बेकिंग पाउडर का क्रीम भी बना सकते हैं। केवल एक पट्टी लगाकर रात भर असर होने के लिए छोड़ दें।
इस औषधि के जरिये आप एक एसिडिक वातावरण बनाएंगे जिसे सहन कर पाने में फफूँद सक्षम नहीं होंगे। कुछ ही दिनों में आप अपने नाखूनों की दशा में सुधार पायेंगे।
कितना आसान है न यह! आज ही घर में इसे आजमा कर देखें!