इस नेचुरल ड्रिंक से हड्डियाँ मज़बूत करें, जोड़ों का दर्द घटाएं
यह नेचुरल ड्रिंक उन हड्डियों और जोड़ों के लिए है जो आपके शरीर को संभालते हैं। हड्डियाँ और जोड़ एक-दूसरे से जुड़कर आपको गतिविधियां कर पाने की सहूलियत देते हैं।
हालाँकि हड्डियों और जोड़ों में लगातार खिंचाव और दर्द रह सकता है। यह एक आम समस्या है। ज्यादातर यह आपकी रोग-प्रधिरोध प्रणाली की सूजनकारी प्रतिक्रिया के कारण होता है।
बढ़ती उम्र के साथ शरीर में होने वाली टूट-फूट के साथ ही यह दर्द पैदा होना शुरू हो जाता है। हालांकि यह किसी चोट और बीमारी के कारण युवाओं को भी हो सकता है।
कारण चाहे जो भी हो, यह एक ऐसी समस्या है, जो हमारे जीवन की गुणवत्ता को गहरे तौर पर प्रभावित करती है, खासकर तब, जब यह हमारे रोजमर्रा के कार्यों में बाधा उत्पन्न करे।
सौभाग्य से हम अपने आहार की निगरानी करके यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि हम आहार में उन जरूरी तत्वों को खायेंगे जो हमारी हड्डियों और जोड़ों को मजबूती प्रदान कर सकते हैं।
आइये, आपके साथ एक नेचुरल ड्रिंक की रेसिपी पर बात करते हैं, जो आपकी हड्डियों को मज़बूत करने और दर्द को कम करने में मददगार साबित होगी।
इसे आज़माना न भूलें!
इस नेचुरल ड्रिंक से अपनी हड्डियों को मज़बूत बनाएं, जोड़ों के दर्द से छुटकारा पायें
बादाम के दूध, गाज़र और हल्दी से बना यह प्राकृतिक ड्रिंक एक बहुत पुराना उपचार है। इसके दर्दनाशक और सूजनरोधी गुणों के कारण इसका उपयोग किया जाता रहा है।
इस नेचुरल ड्रिंक में एंटी-ऑक्सीडेंट और पोषक तत्व अत्यधिक मात्रा में पाए जाते हैं। इन्हें पीने से सूजन और दर्द से राहत मिलती है।
यह पेय इसलिए श्रेष्ठ है क्योंकि इससे आपको भरपूर मात्रा में कैल्शियम मिल जाता है। कैल्शियम एक ऐसा मिनरल है, जो हड्डियों के घनत्व को बिलकुल सही बनाये रखने में सहायता करता है।
इसके साथ ही, इस पेय में पाए जाने वाले पोटैशियम और मैग्नीशियम का भी शुक्रगुज़ार होना पड़ेगा, जिसके कारण यह हमारे शरीर से अतिरिक्त सोडियम की मात्रा को घटाने में लाभकारी साबित होता है। आप जानते होंगे, सोडियम की अधिक मात्रा टिश्यू के आसपास सूजन का कारण बन सकती है।
बादाम के दूध के फ़ायदे
बदाम का दूध एक शाकाहारी ड्रिंक है, जो दूध से परहेज़ करने वालों के लिए उत्तम पेय है।
इसमें कैल्शियम, विटामिन E और ओमेगा-3 फैटी एसिड पाए जाते हैं। ये रक्त प्रवाह और सूजन संबंधी परेशानियों को ठीक करने में सहायक होते हैं।
बादाम के दूध को अपने आहार के साथ लेने से यह हड्डियों को ताकत देता है। इसके परिणामस्वरूप जोड़ों के दर्द में भी कमी देखने को मिलती है।
गाज़र के फ़ायदे
गाज़र में एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो हमारे शारीरिक अंगों को समय से पहले बूढ़ा होने से बचाते हैं। गाज़र में बीटा-कैरोटीन, विटामिन C और E का ऊँचा स्तर लिगामेंट और मांस पेशियों को स्वस्थ रखने में सहायता करता है। इससे जोड़ों के दर्द में राहत मिलती है।
इसके साथ ही यह आपके रक्त प्रवाह के लिए बेहद लाभकारी होता है। इससे शरीर के सभी टिश्यू आसानी से भरपूर ऑक्सीजन पा लेते हैं।
हल्दी के फ़ायदे
हल्दी एक प्राकृतिक मसाला है। आम तौर पर सिरदर्द और जोड़ों की समस्याओं का इलाज़ करने में इसका उपयोग किया जाता है।
यह सब इसमें मौजूद करक्यूमिन की शक्ति के कारण ही संभव हो पाता है। यह हल्दी को उसका विशिष्ट रंग देने के अलावा, एंटी-इनफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट के रूप में भी कार्य करता है।
हल्दी का नियमित सेवन हड्डियों को विषैले तत्वों से होने वाले दुष्प्रभावों से बचाता है। यह फ्री-रेडिकल्स के हानिकारक प्रभाव से लड़ने के लिए शरीर में सुरक्षा कवच बनाता है।
इसके साथ ही यह तरल पदार्थों के जमा होने की समस्या से लड़ने में कारगर साबित होता है। यह ऐसी समस्या है, जिसमें शरीर के अंगों में लिक्विड जमा होने अत्यधिक सूजन आ जाती है।
इस नेचुरल ड्रिंक को बनाने की विधि
इस प्राकृतिक पेय को बनाने की विधि बेहद सरल है। आप इसे अपने शरीर की देखभाल के लिए एक रोग निवारक के रूप में नियमित इस्तेमाल कर सकते हैं।
इस विधि में उपयोग होने वाली सामग्री को चुनते वक्त इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वह उच्च गुणवत्ता वाली होनी चाहिए।
सामग्री
• 1 कप बादाम का दूध (250 मिली लीटर)
• 1 चम्मच हल्दी पाउडर (5 ग्राम)
• 3 गाज़र
• 1 चम्मच अदरक (5 ग्राम) (वैकल्पिक)
• 1 चम्मच शहद (25 ग्राम) (वैकल्पिक)
बनाने की विधि
• एक ब्लेंडर में बादाम का दूध, हल्दी, कटे हुए गाज़र और अदरक(यदि उपयोग कर रहे हैं) लेकर सबको एकसाथ मिला लें।
• इसके बाद अधिकतम गति में तब तक ब्लेंड करें जब तक मिश्रण अच्छी तरह घुल ना जाए।
• मिठास के लिए एक चम्मच शहद डाल कर पियें।
• एक दिन में इसके दो शॉट ले सकते हैं; हालांकि कम पीने में भी कोई समस्या नहीं है।
• हफ़्ते में कम से कम 3 बार इस पेय को पियें।
आपने गौर किया होगा कि यह नेचुरल ड्रिंक आसानी से तैयार हो जाता है, और ज्यादा वक्त भी नहीं लेता। हम चाहेंगे कि आप इसे बनायें और नियमित रूप से इसका सेवन करके इसके सभी गुणों का लाभ उठायें।
- Almárcegui, Cristina Julián. “Estilo de vida y salud ósea:¿ cómo podemos fortalecer nuestros huesos?.” Revista Española de Nutrición Humana y Dietética 21 (2017): 30-31.
- Barnard, Neal. Alimentos que combaten el dolor. Vol. 37. Grupo Planeta (GBS), 1999.
- Colbert, Don. La Nueva Cura Biblica Para la Osteoporosis: Verdades Antiguas, Remedios Naturales y los Ultimos Hallazgos Para Su Salud. Charisma Media, 2012.
- Jackson, Mildred. Manual De Remedios Naturales. Vol. 145. Edaf, 2003.
- Pacheco, Diego Felipe Peral, et al. “La medicina popular en la ciudad de Badajoz.” Revista de estudios extremeños 65.3 (2009): 1389-1438.