कैफीन प्रत्याहार के लिए बेहतरीन घरेलू इलाज
कैफीन नाम का तत्व कॉफी में मौजूद होता है। कॉफ़ी मस्तिष्क पर असर डालती है क्योंकि यह निरंतर अलर्ट रहने के लिए एक किस्म की सनसनी पैदा करती है। इसकी वजह इसका केन्द्रीय तंत्रिका तंत्र (सेंट्रल नर्वस सिस्टम) को उत्तेजित करना है। अपने भोजन से कैफीनयुक्त ड्रिंक को निकाल देने से कैफीन प्रत्याहार (caffeine withdrawal) यानी कैफीन की लत का अटैक आ सकता है।
कैफीन छोड़ने के बाद इस विशेष स्थिति से निपटने के लिए यहाँ हम कुछ टिप्स शेयर करेंगे।
कॉफी छोड़ने के फायदे
कॉफी छोड़ने से कई लक्षणों में चिड़चिड़ापन और सिरदर्द आम बात है।
हालाँकि कम कैफीन पीना कई मायनों में फायदेमंद होता है। उदाहरण के लिए, अपने आहार से कॉफी की कटौती करने से वजन कम हो सकता है क्योंकि कैफीनयुक्त ड्रिंक में खाली कैलोरी होती है जो फैट इकट्ठे होने को बढ़ावा देती है।
इसके अलावा यह एसिड रिफ्लक्स (acid reflux) को कम कर सकती है। कॉफी की एसिडिटी पाचन की गड़बड़ी, अपच और आंतों में मौजूद वनस्पतियों के संतुलन से जुड़ी है। इसके अलावा कॉफ़ी की मात्रा में कटौती से आपके तनाव का स्तर कम हो सकता है क्योंकि कैफीन एड्रेनालाईन जैसे कैटेकोलामाइन (catecholamines) को बढ़ाता है। ये तनाव से संबंधित हार्मोन हैं।
कैफीन प्रत्याहार के लिए बेहतरीन घरेलू इलाज
कैफीन प्रत्याहार के अप्रिय नतीजों से पीड़ित हुए बिना कॉफी का सेवन बंद करने के लिए हमने धीरे-धीरे कैफीन की मात्रा को कम करने की सिफारिश की है। इसके लिए एक बार में 25% की कटौती की जा सकती है। इस तरह जब आप इसे पूरी तरह से पीना बंद करेंगे इसका सेवन काफी घाट जाएगा।
बोनस के रूप में आप अपनी लत से पीछा छुडाने में निम्नलिखित घरेलू नुस्ख़े आजमा सकते हैं।
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1. कैफीन प्रत्याहार के लिए नारियल पानी (Coconut water)
नारियल पानी कैफीन प्रत्याहार में मदद कर सकता है।
यह एक पौष्टिक और बहुत ही हेल्दी ड्रिंक है। इसमें ऐसे एंजाइम हैं जो शरीर को शुद्ध करने में मदद करते हैं, साथ ही इलेक्ट्रोलाइट भी जो बॉडी एनर्जी में इज़ाफा करते हैं और पोषक तत्वों की भरपाई करते हैं।
यह देह और दिमाग की सुस्ती को रोकने में मदद करता है। आप हर वक्त उर्जावान बने रहते हैं। यह कैफीन प्रत्याहार के कारण होने वाली थकान से भी लड़ता है।
जहाँ तक हाइड्रेटिंग का सवाल है, नारियल पानी स्पोर्ट्स ड्रिंक की तरह असर डालता है और यह नॉजिया, बेचैनी और ब्लोटिंग को कम करता है।
2. प्रीबायोटिक पेय (Prebiotic beverages)
ये पेय आपके पाचन को दुरुस्त करने, आंतों की वनस्पतियों (intestinal flora) की बढ़त को बढ़ावा देते हैं। ये जहरीले पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने के लिए इम्यून सिस्टम को उत्तेजित करते हैं और कैफीन प्रत्य्हार के लक्षणों से भी लड़ते हैं। इसी तरह, ये वर्ज्य पदार्थ यानी वेस्ट को आंतों से साफ करने में मदद करते हैं।
प्रीबायोटिक सामग्री के दो अच्छे उदाहरण दही और सोया दूध हैं। प्रीबायोटिक्स में न्यूट्रिशन सप्लीमेंट भी हैं जिनके अपने फायदे हैं।
3. अदरक की चाय (Ginger tea)
अपनी ख़ास सुगंध और मसालेदार स्वाद के लिए प्रसिद्ध अदरक की चाय एक नेचुरल इलाज है जो पाचन को बढ़ावा देती है, भोजन को तेजी से पचाने में शरीर की मदद करती है। इसका एक फायदा यह है कि यह ब्लड शुगर को रेगुलेट करने में भूमिका निभाती है। ग्लूकोज कंट्रोल करने के अलावा यह आपको लंबे समय तक अलर्ट भी रखती है।
यह बॉउल मूवमेंट यानी मल त्याग को नियमित बनाती है। इस तरह यह कैफीन के कारण होने वाली दस्त का जोखिम कम करती है। जिंजर टी का एक और फायदा है, यह याददाश्त की समस्याओं को कम करती है और मूड में सुधार लाती है।
4. पुदीने की चाय ( Peppermint tea)
पुदीना शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। जब कैफीन प्रत्याहार की बात आती है, तो पुदीने की चाय मतली, सिरदर्द और तनाव को दूर करने में मदद कर सकती है।
इसकी नियमित सेवन स्ट्रेस और अशांति से छुटकारा दिलाती है। यह राहत देने वाली है, इसलिए दिमाग उत्तेजित या अशांत हो तो यह मन को शांत करने में मदद करती है। कैफीन प्रत्याहार का असर महसूस करते ही एक कप पेपरमिंट टी पीना एक अच्छा विकल्प है।
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5. लहसुन की चाय (Garlic tea)
लहसुन की चाय कैफीन प्रत्याहार को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है।
एक उत्कृष्ट नेचुरल एंटीबायोटिक के रूप में मशहूर लहुसन को लोग सर्दी लगने का जोखिम कम करने और अपनी रोग र्पतिरोध्क क्षमता को बढ़ाने के लिए लहसुन की चाय पीते हैं। कम ही लोग जानते हैं, कि यह कैफीन प्रत्याहार से भी लड़ती है क्योंकि यह रिलैक्स करने की क्षमता रखती है।
प्रीबायोटिक पेय की तरह लहसुन की चाय प्राकृतिक रूप से मल त्याग करने में मदद करती है। यों यह उन जहरीले तत्वों को शरीर से बाहर निकालती है जो बीमारियों का कारण बन सकते हैं।
इसे हफ़्ते में दो बार पिएं और आपको कुछ ही समय में नतीजे दिखाई देंगे।
6. कैमोमाइल टी (Chamomile tea)
कैमोमाइल पश्चिमी यूरोपीय मूल की जड़ी है। इसकी सुगंध और थोड़ा कड़वा स्वाद इसकी विशेषता है। इसमें पाचन, वातहर (carminative), शामक (sedative) और एंटीस्पैज्मोडिक गुणों के कारण इसके कई स्वास्थ्य से जुड़े फायदे हैं।
कैमोमाइल टी स्ट्रेस और एंग्जायटी से छुटकारा दिलाती है। इसलिए यह कैफीन प्रत्याहार कासी के लिए एकदम सही है क्योंकि यह उच्च ऊर्जा स्तर को नियंत्रित करती है।
- Lozano, R. P., García, Y. A., Tafalla, D. B., & Farré Albaladejo, M. (2007). Cafeína: Un nutriente, un fármaco, o una droga de abuso. Adicciones. https://doi.org/10.1021/acs.jced.6b00578
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