कान की मैल साफ़ करने के नेचुरल तरीके
कई लोग इसे भी अपने शरीर से निकली गंदगी समझते हैं। उनका ऐसा सोचना बिल्कुल गलत है! यह तो खुद को फफूंद, वायरस और बैक्टीरिया से बचाव के लिए आपके शरीर का एक अस्त्र है।
दिक्कत तब आती है, जब सेर्युमिन यानी कान की मैल ज़रूरत से ज़्यादा मात्रा में बननी शुरू हो जाए। यह आपके ईयर कैनाल को ब्लाक कर सकती है, कानों में झुनझुनाहट पैदा कर सकती है और आपके सुनने की शक्ति पर असर डाल सकती है। कई बार तो यह खुजली का भी कारण बन जाता है।
सबसे बड़ी मुश्किल है कि लोग इसका सही तरह से इलाज नहीं करते हैं। वे ईयर कैनाल में जमे काने की मैल को साफ़ करने के लिए हेयर पिंस और कॉटन स्वाब का इस्तेमाल करते हैं जो बहुत ही गलत है।
ऐसी चीज़ों का उपयोग करते समय लोग सोचते हैं कि वो अपना कान साफ़ कर रहें हैं और कान में जमी मैल को निकल रहें हैं। असल में, वो मैल को और ज़्यादा कान के अन्दर धकेल रहे होते हैं।
इसलिए यह जानना बहुत ज़रूरी है कि कान की मैल को कैसे साफ़ किया जाए, ताकि हम और परेशानियों से बच सकें।
इस लेख में, हम आपको बताएंगे, कानों को साफ़ करने के सबसे सुरक्षित और सरल उपाय कौन से हैं।
ध्यान दें!
1. कान की मैल को सेलाइन सोल्यूशन से साफ़ करें
कान की मैल साफ़ करने के लिए सेलाइन सोल्यूशन एक बहुत ही बढ़िया उपाय है। यह कान की सख्त मैल को नम करता है जिसके चलते उसे आसानी से हटाया जा सकता है।
सामग्री
- 1 चम्मच नमक
- ½ कप गरम पानी
- रूई का एक छोटा टुकड़ा
इस्तेमाल करने का तरीका
- आधे कप पानी में नमक घोल लें।
- रूई के फाहे को पानी में डुबोएं और उसके इस्तेमाल से इस घोल की चन्द बूँदें अपने कान में डालें।
- अपने सिर को तीन से पाँच मिनट के लिए तिरछा रखें जिससे घोल अन्दर तक पहुँच जाए।
- अब, सिर को उल्टी ओर तिरछा करें ताकि पानी बाहर निकल सकें।
- अब अपने कान के बाहरी हिस्से को एक साफ़ रूमाल से पोंछ लें, ताकि कान में से निकली मेल साफ़ हो जाए।
2. ऑलिव ऑइल
ऑलिव ऑइल में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जिसके चलते यह कान में इन्फेक्शन के ख़तरे को कम करता है।
यह जलन को रोकता है और कान की अतिरिक्त मैल को निकाल कर ईयर कैनाल को साफ़ रखने में मदद करता है।
सामग्री
- गरम ऑलिव ऑइल की 3 बूँदें
- 1 ड्रॉपर
इस्तेमाल करने का तरीका
- ऑलिव ऑइल की 2 या 3 बूँदें गरम कर लें और जिस कान में मैल जमा हैं उसमें डाल दें।
- लगभग दस मिनट तक इंतज़ार करें ताकि कान में जमी मैल मुलायम पड़ जाए।
- अब अपना सिर तिरछा करें और कान से तेल और मैल दोनों को निकलने दें।
3. बादाम का तेल
बादाम तेल से भी कान में जमी मैल को साफ़ किया जा सकता है। यह प्राकृतिक तरीके से कान में जमे मैल को नम करता है और उसे बाहर निकालने में मदद करता है।
सामगी
- 5 बूँद बादाम का तेल
- 1 ड्रॉपर
इस्तेमाल करने का तरीका
- हल्के गुनगुने बादाम के तेल को गरम कर के एक ड्रॉपर में भर लें।
- जिस कान में मैल जमा हैं, उसमें इसकी चार से पाँच बूदें डालें।
- अब अपने सिर को इस तरह से तिरछा करे रखें कि तेल कान के अन्दर पहुँच जाए।
- दस से पंद्रह मिनट तक इंतज़ार करें ताकि कान की मैल नम पड़ जाए।
- अब, जिस कान में तेल डाला था उस पर एक टिश्यू रखें और सिर को दूसरी ओर तिरछा कर दें ताकि सारी मैल बाहर आ जाए।
- इसके बाद एक साफ़ कपड़े से अपना कान पोंछ लें।
4. हाइड्रोजन पेरोक्साइड
हाइड्रोजन पेरोक्साइड में ऐसी प्रॉपर्टीज होती हैं कि इसके प्रयोग से बुलबुले उठने लगते हैं। यह ईयर कैनाल में जमे मैल को नम करता है और वह आसानी से बाहर निकल आती है।
इसमें भी एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जो कान में बैक्टीरिया की ग्रोथ को रोकने में मदद करते हैं।
सामग्री
- 1 चम्मच 3% हाइड्रोजन पेरोक्साइड
- 1 चम्मच पानी
- 1 ड्रॉपर
इस्तेमाल करने का तरीका
- हाइड्रोजन पेरोक्साइड और पानी को बराबर मात्रा में मिला लें।
- एक ड्रॉपर की मदद से इस मिश्रण की 5 बूँदें अपने कान में डालें।
- अपने सिर को तिरछा करें और दस मिनट के लिए ऐसे ही बैठे रहें।
- इसके बाद अपने सिर को उल्टी ओर तिरछा करें, ताकि सारी मैल निकल कर बाहर आ जाए।
- अब एक साफ़ कपड़े से अपने कान पोंछ लें।
5. बेबी ऑइल
बेबी ऑइल ऐसी सामग्री को उपयोग में ला कर बनाया जाता है कि इसके उपयोग से कान की मैल को आसानी से साफ़ किया जा सकता है।
सामग्री
- बेबी ऑइल की 5 बूँदें
- 1 ड्रॉपर
- 1 रूई का टुकड़ा
इस्तेमाल करने का तरीका
- बेबी ऑइल की दो से पाँच बूदें अपने कानों में डालें।
- अपने कान को रूई से ढँक दें, ताकि यह बाहर न निकलने पाए।
- इसे पाँच मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें और उसके बाद अपने सिर को उल्टी तरफ झुका कर कान से निकले मैल को साफ़ करें।
- अब अपने कान के बाहरी हिस्से को एक साफ़ कपड़े से पोंछ लें।
याद रखें कि कान को साफ़ करने के लिए आपको नुकीली चीज़ों या कॉटन स्वाब का इस्तेमाल नहीं करना हैं क्योंकि इनसे कान को नुकसान पहुँचने और उसमें इन्फेक्शन होने का खतरा रहता है।
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