ज़ुम्बा के चमत्कारिक फ़ायदे
हम नियमित रूप से हमारी साईट पर एक्सरसाइज के महत्व के बारे में बहुत कुछ बताते हैं। वास्तव में, यह अपने वज़न को कंट्रोल में रखने और बीमारियों से लड़ने की ताकत बढ़ाने का सबसे अच्छा तरीका है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपकी उम्र, लिंग या फिटनेस लेवल क्या है। आप ज़ुम्बा को एक एक्सरसाइज मान सकते हैं।
यह एक मुकम्मल एक्सरसाइज है जो आपको छरहरे सुडौल दिखने में मदद करता है। यह जिस्म को लचीला बनाता है और मेटाबोलिज्म को दुरुस्त करके आपको फिट और मजबूत बनाता है।
ज़ुम्बा के बहुत ही शानदार फ़ायदे हैं। नीचे दी गयी जानकारी पर ज़रा नज़र डालें और जल्दी से जल्दी अपने नज़दीकी ज़ुम्बा क्लास का हिस्सा बनें। आप देखेंगे की यह कितना मजेदार है !
ज़ुम्बा वह एक्सरसाइज है जो तेज भी है आसान भी
पिछले कुछ दशकों में ज़ुम्बा ने एक्सरसाइज की दुनिया में अपनी जगह बना ली है। हालाँकि दूसरे स्पोर्ट्स भी हैं, फिर भी ज़ुम्बा की प्रैक्टिस के लिए जगह ढूँढ़ना बहुत ही आसान है।
इसके आलावा, आपको इसके खर्चे के बारे में ज़्यादा सोचने की ज़रूरत नहीं है। यह आपके बजट में है, क्योंकि ज़ुम्बा करने के लिए किसी ख़ास चीज की ज़रूरत नहीं है। इसलिए इसमें कोई फालतू खर्च नहीं है।
आपको जिन चीज़ों की ज़रूरत होगी:
- स्पोर्ट्स के कपड़े: कपड़ों के बारे में हम आपको यही सुझाव देंगे कि सूती या दूसरे हल्के कपड़े पहनें। आपको बहुत पसीना आएगा। आख़िरी बात यह कि आप नहीं चाहेंगे क्लास के बाद कोई परेशानी महसूस करें।
- जूते (स्नीकर्स) : अच्छे स्पोर्ट्स के जूते पहनना एक्सरसाइज रूटीन के लिए जरूरी है। आरामदायक जूते पहनें जिनको आपने पहले भी पहना हो। क्लास के दौरान नए जूते पहनना बुरा हो सकता है। उससे आपके पैरों में दर्द और छाले हो सकते हैं।
- एक बोतल पानी।
आपको हर हफ़्ते या हर दिन ज़ुम्बा पर एक से डेढ़ घंटा खर्च करना होगा।
ज़ुम्बा कैलोरी और फैट जलाने में मदद करता है
ज़ुम्बा एरोबिक्स एक्सरसाइज और रेजिस्टेंस ट्रेनिंग को मेल है। ये दोनों चीजें आपको सही शेप ढालती हैं।
ऊँची तीव्रता वाली कार्डियोवैस्कुलर एक्सरसाइज की तेज़ और नियंत्रित मूवमेंट को बदलने से आपके मेटाबौलिज्म में वृद्धि होगी। इस एक्सरसाइज में आप अपनी स्पीड और मेहनत के अनुसार हर घंटे 300 से 600 किलो कैलोरी जला सकते हैं।
आपका स्टैमिना बढ़ता है
मूवमेंट को बार-बार दोहराते हुए एक्सरसाइज करना कठिन हो सकता है। ऐसे में, यदि आप स्टैमिना बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं तो बार-बार रूकना फायदेमंद नहीं होगा।
ज़ुम्बा क्लास में चलने वाली लम्बी-लम्बी एक्सरसाइज बहुत ही कम समय में आपका स्टैमिना बढ़ा देंगी। कुछ ही हफ़्तों में आपको फ़ायदे दिखने लगेंगे।
चाल-ढाल में सुधार करता है और लचीलापन बढ़ाता है
ज़ुम्बा के अभ्यास के दौरान, आपकी रूटीन ऐसी होगी जो शायद ही किसी दूसरे एक्सरसाइज की होती है। आप सांबा, सालसा, मेरेंगु, और माम्बो के मूवमेंट का संयोजन सीखेंगें।
इसका का मतलब है, आपकी सभी अलग-अलग मांसपेशियां एक ही समय में एक साथ काम करेंगी।
और जब यह सब चल रहा होता है, तब आपके जोड़ असामान्य मूवमेंट और खिंचाव के अनुकूल हो रहे होते हैं। जो तनाव को कम करने और आपके मूवमेंट की रेंज को बढ़ाने में मदद करते हैं।
आपके आत्मविश्वास को बढ़ाता है
किसी दूसरे तरह की फिजिकल ट्रेनिंग के मुकाबले ज़ुम्बा आपके आत्मविश्वास को बढ़ाने में बहुत ज्यादा मदद करता है। साथ ही, ट्रेनिंग करते-करते आप अपने सामंजस्य और डांस में भी सुधार पायेंगे।
जितना ज्यादा आप ट्रेंनिग लेंगे, उतना ज्यादा आपको ज़ुम्बा क्लास के अन्य लोगों पर भरोसा होगा। आपको अच्छा महसूस होगा।
ट्रेनिंग के बाद आपका आत्मविश्वास और ज़्यादा बढ़ेगा और आप अगली क्लास के लिए और भी उत्साहित होंगे।
इतना ही नहीं, बढ़ते हुए आत्मविश्वास के साथ आप आसानी से अपने आस-पास के लोगों के साथ मेलजोल बना सकेंगे।
आपके अंगों के कोओर्डिनेशन को बढ़ाता है
बढ़ती उम्र के साथ शरीर की स्वस्थ रहने की क्षमता घट जाती है। कभी-कभी तो जवान होते हुए भी को-ओर्डिनेशन बनाने में समस्या होती है।
आपको लगेगा की ज़ुम्बा आपके लिए नहीं है क्योंकि आपके पास दो बाएँ पैर हैं। अगर ऐसा है, तो ज़ुम्बा एक शक्तिशाली तरीका है जिससे आप अपना संतुलन और समन्वय दोनों को सुधार सकते हैं।
घबराहट को कम करता है
अगर आप घबराहट कम करने का तरीका ढूँढ रहे हैं तो जिम जाना ज्यादा फायदेमंद नहीं होगा। घबराहट से पीड़ित कई लोगों को एक्सरसाइज करते समय अजनबियों से घिरे रहने में और भी परेशानी होती है।
जिम से अलग, यह एक मजेदार एक्टिविटी है क्योंकि इसमें एक प्रकार का दोस्ताना माहौल बनता है।
यह दोस्ताना माहौल आपके अंदर जोश भरने और घबराहट को कम करने में मदद करेगा।
इसे अपनी जरूरतों में ढाला जा सकता है
इस एक्सरसाइज की खासियत यह है कि आप इसे अपनी स्किल्स और जरूरतों के अनुकूल बना सकते हैं।
अगर आप ग्रुप में ट्रेनिंग ले रहे हैं तो अलग से व्यक्तिगत क्लास नहीं कर पाएंगे। ऐसी स्थिति में आप अपनी खुद की एक लय फॉलो कर सकते हैं जो आपके लिए सही हो। लेकिन याद रहे, इसे शुरू करने से पहले इंस्ट्रक्टर से पूछ लें।
अगर आप वीडियो देखकर या फिर निजी प्रशिक्षक की मदद से घर पर ही ज़ुम्बा सीख रहे हैं तो फिर आप आसानी से अपने शरीर के विशेष अंगों पर ध्यान दे सकते हैं।
इन सब फ़ायदों के बावजूद ध्यान रखें, केवल एक्सरसाइज कर लेने से आपको वांछित फ़ायदे नहीं मिलेंगे।
अच्छा नतीजा पाने के लिए आपको इसके साथ स्वस्थ जीवनशैली अपनानी होगी। अच्छी डाईट और भरपूर आराम हो अपनी रोज की दिनचर्या में शामिल करना होगा।
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