हर दिन खुशहाल रहने का यह पारंपरिक जापानी विज़डम
पश्चिमी देशों में बहुत से लोगों के लिए जापानी विज़डम या जापानी प्रज्ञा बहुत रोचक और आकर्षक है।
शायद इसका बड़ा कारण जापानी संस्कृति, जापानी दर्शन और इसके अध्यात्म की जड़ों की पवित्रता है। इसके अतिरिक्त, जापानी लोगों को उनके इस ज्ञान के लिए जाना जाता है कि प्रकृति और अपने साथी मनुष्यों के साथ कैसे बेहतर तालमेल बनाया जाए।
इसके अतिरिक्त, हम जापानी सभ्याता की प्रशंसा इस कारण से भी करते हैं क्योंकि वे जानते हैं कि जीवन की मुश्किलों से किस तरह से उबरा जाता है, और जीवन की छोटी-छोटी बातों में खुशियाँ को कैसे ढूंढा जाता है।
ज्यादातर जापानी व्यक्ति साथ रहने में विश्वास करते हैं और अपने से अधिक उम्र के व्यक्तियों का आदर करते है। जापानी परंपरा विनम्रता, परस्पर सामंजस्य, स्वस्थ एवं शुद्ध जीवन के साथ-साथ पारिवारिक सद्भाव को भी बढ़ावा देती है।
हमें इस बात का विश्वास है कि ज्ञान की ये बातें आपके काफी काम आएँगी और आपके जीवन को प्रेरित करेंगी।
ऐसी ही कई प्रेरक बातों को जानने के लिए आगे पढ़ें।
जो कुछ तुम्हारे बस में है उसे करो, बाकी सब भाग्य पर छोड़ दो
जो कुछ तुम्हारे बस में है उसे करो, बाकी सब भाग्य पर छोड़ दो – यह बात काफी कठिन लगती है, लेकिन यकीन मानिए, यह काफ़ी संतोषप्रद और सही विचार है जो आपको अपने जीवन को आसान बनाने में आपके काफी काम आ सकता है।
हम हर वस्तु, परिस्थिति और अपने साथ घटने वाली प्रत्येक घटना पर अपना नियंत्रण नहीं रख सकते।
हालाँकि हमें अपने जीवन के प्रति दृष्टिकोण रखने का और जीवन का लक्ष्य चुनने का पूरा अधिकार है। फिर भी जीवन के सफ़र में ऐसे कई मोड़ और परिस्थितियाँ हमारे सामने आएँगी जो कि हमारे अनुकूल नहीं होंगी, या अगर कहें तो हमारे विपरीत होंगी। इस बात में भी खबसूरत तथ्य यह है कि ये परिस्थितियाँ हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा हैं।
हम अपने भविष्य के अच्छे हिस्से को अपने हिसाब से संवार सकते हैं। यह हमारा कर्त्तव्य है कि हम अपने भविष्य का निर्माण अपने लक्ष्य और अपेक्षाओं के अनुरूप ही करें।
उदारता का एक शब्द जाड़ों की गरमाहट दे सकता है
किसी से मित्रतापूर्वक व्यवहार करने में कुछ भी खर्च नहीं होता, लेकिन इसका मूल्य बहुत है।
फिर भी हम किसी से बिना निजी कारण के मित्रतापूर्वक बर्ताव नहीं करते। हम दूसरों की भलाई के कार्यों में अपना समय बर्बाद नहीं करना चाहते। हमें हमारे आस-पास रह रहे लोगों की परेशानियों में ज़रा सी भी दिलचस्पी नहीं होती।
चलिए हम खुद को थोड़ा बदलने की कोशिश करते हैं और उस सकारात्मक भाषा का प्रयोग करने की शपथ लेते हैं जो हमारे आस-पास मौजूद निराश और हताश लोगों में उम्मीद की एक नयी किरण जगा सके, उन्हें जीने की नयी राह दिखा सके।
समस्या का हल अगर मौजूद है, तो उसके बारे में चिंता करना छोड़ दो
अगर किसी समस्या का हल उपलब्ध है, तो उसकी फ़िक्र में समय नष्ट करने का कोई अर्थ नहीं है। लेकिन अगर हल नहीं है, तब तो उसके बारे में और भी नहीं सोचना चाहिए।
इसमें कोई शक नहीं कि जापानी विज़डम का सबसे परम्परागत स्तम्भ है ‘स्वीकृति’। स्वीकृति के माध्यम से उचित भावनाओं के साथ सही स्पष्ट मानसिकता हासिल की जा सकती है।
अगर किसी समस्या का हलन है ही नहीं, तो यही बेहतर है कि उसके बारे में सोचना छोड़ कर आगे बढ़ें और उन चीजों में अपनी ताकत और समय लगाएं जो हमारे लिए महत्वपूर्ण हैं।
चीजों को जाने से मत रोको, जो आनेवाला है उससे डरो मत
कभी-कभी हम खुद को वस्तुओं और परिस्थितियों के बंधन में जकड़ कर रखते हैं। हम चाहते हैं कि हमारे आस-पास के हालात कभी भी न बदलें। हम उन चीजों को जकड़े रहना चाहते हैं जो हमारे लिये उपयोगी नहीं हो रही हैं (उदाहरण के लिए कोई प्रोजेक्ट या कोई सम्बंध)।
जीवन का सही अर्थ ही यही है कि वस्तुएं, हालात, और रिश्ते जाने के लिए ही आपके जीवन में आते हैं। कोई मित्र या आपका प्रेम आपके लिए अब वो मायने न रखता जो पहले रखता था। ऐसे रिश्तों को संजोए रखने की अपेक्षा यदि आप उन्हें जाने देंगे तो यह आपके लिए ही ठीक होगा। जो आपको एक अच्छे इंसान के रूप में विकसित नहीं कर पा रहे हैं, उन्हें छोड़कर आगे बढ़ना ही बेहतर विकल्प है।
हमें यह समझने में सक्षम होना होगा कि हमारे लिए हालात कब बदल रहे हैं और हम स्वयं को नयी परिस्थितियों के अनुकूल किस प्रकार बना सकते हैं।
इससे पहले कि देर हो जाए, अपने प्रश्नों का जवाब ढूंढ़ लो
जापानी विज़डम वाले लोग परिस्थिति को भांपने में काफी दक्ष होते हैं कि कब उन्हें पहल करनी है।
इसका सीधा सा कारण यह है कि वे मानते हैं कि हर पल का अपना अलग महत्त्व होता है, और यह जानना बहुत ज़रूरी है कि कौन सा समय किस चीज़ के लिए और किस बात के लिए सही है।
इसका अर्थ यह होता है कि हमें काम या चीज़ों को टालना नहीं चाहिए। लेकिन इसका अर्थ यह भी कतई नहीं है कि हम जल्दबाजी में अहम फैसले लें जिनके लिए हमें बाद में पछताना पड़े
याद रखें, सवाल पूछने का एक समय होता है, और एक समय होता जिसमें हमें समाधान ढूंढना होता है। इसी प्रकार कई ऐसे मौके भी होते हैं जिनमें हमें मौन रहना होता है और कुछ ऐसी परिस्थितियाँ होती हैं जिनमें हमें कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाने होते हैं।
सफलता उसी घर में आती है जहां हँसी हो
सफलता केवल भाग्य पर निर्भर नहीं करती। सफलता का सही अर्थ संभावनाओं को पहचानने की कला, नए विचार बनाने और उन उपहारों को पहचानने की कला को कहते हैं जो आपको भाग्य ने दिए हैं।
आपको सकारात्मक रहना होगा। जीवन के कठिन समय का सामना करने के लिए सामंजस्य के साथ जीना ज़रूरी है। यह सामंजस्य आपके सकारात्मक संबंधों, परिवार के सपोर्ट, अच्छे दोस्तों, दिल में एक खुशी की भावना से आता है जहां आपका मस्तिष्क जानता और मानता है कि असंभव केवल एक शब्द है, उससे बढ़कर कुछ भी नहीं।
हम आशा करते हैं कि जापानी जीवन-दर्शन के ये सरल लेकिन उपयोगी सिद्धांत आपके काम आएंगे, जापानी विज़डम आपके जीवन को बेहतर बनाने में मदद करेगी। यह हमें बदलनेके लिए नाहिंन कहती बल्कि एक अच्छी सोच वाला बेहतर इन्सान बनाने पर जोर डालती है।
तो क्या आप इस बेहतरीन सोच के साथ जीने के लिए तैयार हैं?
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Einstein, A. Japanese Wisdom–How Nature Can Restore Your Health.
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Kasuga, A., Sato, S., & Takahashi, M. (2021). Japanese people’s conceptualization of wisdom. Psychological Review, 61(3), 384-403.
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Galef, D. (2012). Japanese Proverbs: Wit and Wisdom: 200 Classic Japanese Sayings and Expressions in English and Japanese text. Tuttle Publishing.